जीभ का मुंह में सही प्लेसमेंट और एक आरामदायक पुजिशन में होना टंग पोस्चर के अंतर्गत आता है। जैसे शरीर के बाकी अंगों का सही पोस्चर होना जरूरी है, उसी प्रकार जीभ की सही पुजिशन होना भी बेहद जरूरी है। जीभ की सही पुजिशन से जीभ (ओरल) की कई बीमारियों से बचा सकती है। “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में सही टंग पोस्चर (Tongue Posture) यानी जीभ की सही पुजिशन से जुड़े कई सवालों का जवाब मिलेंगे।
जीभ की सही पुजिशन (Tongue Posture) क्या है?
आपकी जीभ जब आपके मुंह के ऊपरी हिस्से (तालु) से सटी हुई होती है, तो उस समय जीभ का पोस्चर एकदम सही माना जाता है। ऐसे में जीभ, आपके आगे के दांतों से लगभग आधा इंच पीछे होती है। सही पोस्चर के समय, जीभ और मुंह के ऊपरी हिस्से में कोई दबाव नहीं होना चाहिए। साथ ही आपके ऊपरी और निचले दांतों में थोड़ा गैप होना चाहिए। यदि, आपकी जीभ दांतों के बीच में दबाव डाले, तो ऐसे में दांतों की संरेखण (एलाइनमेंट) में समस्या आ सकती है।
लंदन के 92 डेंटल के डेंटिस्ट डॉ रॉन बैस ने बताया कि “आराम करते समय आपकी जीभ, मुंह के निचले हिस्से को न छूते हुए, मुंह के ऊपरी हिस्से को छूनी चाहिए। जीभ के आगे का हिस्सा सामने के दांतों से लगभग आधा इंच दूर होना चाहिए। इसके अलावा, जीभ को तालु के जरिए आराम दे।”
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टंग रेस्टिंग पुजिशन क्यों महत्वपूर्ण है?
हालांकि, आपकी जीभ की सही पुजिशन स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से तो उचित नहीं हो सकती है। लेकिन, जीभ की सही पुजिशन रखने के कुछ लाभ हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार “सही टंग रेस्टिंग पुजिशन से दांतों का एलाइनमेंट एकदम ठीक से होता है। वहीं, जीभ का पोस्चर अगर गलत है तो दांतों का एलाइनमेंट बिगड़ सकता है।