दांतों में सेंसटिविटी के लिए लौंग तेल (Clove oil)
लौंग में एनेस्थेटिक गुण, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते है। ये सारी प्रॉपर्टीज मुंह के इंफेक्शन से लड़ने के साथ ही दांत के दर्द को भी कम करता है। इसके लिए लौंग के तेल में रूई को भिगोकर दांत पर लगाने से संवेदनशीलता दूर होती है और दांत में ठंडा गर्म की समस्या से आराम मिलता है।
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दांतों की संवेदनशीलता से छुटकारा दिलाता है नारियल तेल
दांतों की बिमारियों को ठीक करने के लिए कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार नारियल तेल का कुल्ला करने से मसूड़ों में दर्द और सूजन के लक्षण कम होते हैं। इसके साथ ही यह दांतों में सेंसिटिविटी को भी दूर करने में मदद करता है। कोकोनट ऑयल से ऑयल पुल्लिंग करने से भी दांतों की तमाम बीमारियां दूर होती हैं।
दांतों में सेंसिटिविटी के लिए अजवाइन का तेल
अजवाइन का तेल एंटीसेप्टिक और दर्द निवारक की तरह काम करता है। दांतों में सेंसिटिविटी को दूर करने के लिए अजवाइन के तेल का प्रयोग किया जाता है। यह मुंह के लिए प्रभावी रूप से काम करता है। इसके इस्तेमाल से मुंह के बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। ये मसूड़ों की सूजन को भी कम करता है।
दांतों में सेंसिटिविटी से बचाव के लिए इन बातों का भी रखें ख्यालः
अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो उसे आपको छोड़ना चाहिए। सिगरेट में बहुत से घातक पदार्थ होते हैं जो हमारे मसूड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।