ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज की 2016 की स्टडी के अनुमान है कि दुनियाभर में कम से कम 3.58 बिलियन लोग ओरल डिजीज से प्रभावित हैं। जिनमें 486 मिलियन बच्चे दूध के दांतों (milk teeth) में सड़न की समस्या से पीड़ित हैं। “हैलो स्वास्थ्य” से बातचीत के दौरान डेंटल सर्जन डॉक्टर आशीष खरे (आकृति डेंटल क्लिनिक, लखनऊ) ने बताया कि “बच्चों में दांतों से जुड़ी समस्या जैसे दांतों का पीलापन, कैविटी, दांतों में सड़न आदि के लिए सिर्फ कैंडीज ही जिम्मेदार नहीं होती हैं। दरअसल, अंगूठा चूसने, जीभ को बार-बार दबाने, होठों को चूसने और दूध की बोतल की वजह से भी आपके बच्चे की ओरल हेल्थ बिगड़ सकती है।” ऐसे में माता-पिता को बच्चे के दांतों की देखभाल करना और ज्यादा जरूरी हो जाता है। जानते हैं, दांतों की देखभाल करना और शिशुओं में होने वाली सबसे सामान्य डेंटल प्रॉब्लम्स–
दूध की बोतल से दांतों की समस्या
शिशुओं और बच्चों में होने वाली दांतों की समस्या का सबसे आम कारण दूध की बोतलें हैं। हालांकि, ज्यादातर लोगों का मानना है कि शिशु के दांतों में सड़न मीठे पेय पदार्थ और स्वीट्स की वजह से होती है। लेकिन, यदि स्तनपान करने वाले शिशु दूध की बोतल को मुंह में रखकर ही सो जाते हैं, तो दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है। ऐसे में सोते समय बच्चे के मुंह में दूध रहने से मुंह में बैक्टीरिया ज्यादा देर तक बने रहते हैं। नतीजन दांत सड़ जाते हैं। जानिए दांतों की देखभाल करना-