के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
आपकी एक मुस्कराहट से कई चेहरे खिल (खुश) उठते हैं, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि स्वस्थ दांत स्वस्थ दिल की निशानी होते हैं ? ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के रिपोर्ट के अनुसार दांतों की सही तरीके से नहीं की गई देखभाल दिल से जुड़ी समस्या पैदा कर सकती है। ऐसी परिस्थिति में दिल की बीमारी (cardiovascular system) होने का खतरा बढ़ जाता है। भारतीय दंत चिकित्सकों की मानें तो भारत में अक्सर लोग दांतों की समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं। हम यहां आपको बताएंगे कि कैसे अपने दांतों को स्वस्थ और चमकदार रखें ताकि दिल फिट रहे।
खाने को तोड़ने, चबाने और पीसने के लिए हमारे पास 32 दांत होते हैं 16 ऊपर और 16 नीचे के जबड़े में। इतना ही नहीं आप अपने जीवन के 924 घंटे ब्रश करने में निकाल देते हैं। अगर दांतों की समस्या या मसूड़ों में किसी तरह की परेशानी होती है तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। मुंह में हुआ किसी भी तरह का इंफेक्शन सीधे शरीर के अन्य हिस्सों में आसानी से पहुंच सकता हैं। इसलिए अपने दांतों का ख्याल रखें।
और पढ़ें : दांतों की कैविटी से बचना है तो ध्यान रखें ये बातें
और पढ़ें : माउथवॉश (Mouthwash) का करते हैं इस्तेमाल, पहले जान लें ये जरूरी बातें
और पढ़ें : खसखस के बीज के फायदे एवं नुकसान
और पढ़ें : नमक से दांत साफ करना कितना फायदेमंद है?
ब्रश करने का मतलब दांतों में फंसे खाने और प्लाक को निकालना होता है। यदि आप टूथपेस्ट का स्वाद पसंद नहीं करते या टूथपेस्ट को थूकने में दिक्कत होती है और आप इसे गटक जाने की समस्या से भी परेशान हैं तो, इसका इस्तेमाल न करें। ब्रश करना ज्यादा जरूरी है। क्योंकि अगर आप ब्रश नहीं करेंगे तो आपको दांतों की समस्या हो सकती है।
आप टूथपेस्ट के बजाए अन्य घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं। वहीं अगर आपको टूथपेस्ट जरूरी लगता है तो, याद रखें कि उसमें फ्लोराइड होना चाहिए। फ्लोराइड दांतों को खराब होने से बचाता है। सबसे जरूरी बात यह है कि टूथपेस्ट बहुत कम मात्रा में लें। नहीं तो यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। एंटीबैक्टीरियल टूथपेस्ट का उपयोग करें। इससे प्लाक (plaque) और जिंजिवाइटिस (gingivitis) की बीमारी कम होती है।
और पढ़ें : दांतों की बीमारियों का कारण कहीं सॉफ्ट ड्रिंक्स तो नहीं?
दांतो की सफाई के लिए सही ब्रश का चुनाव बहुत जरूरी है। बुजुर्गों के लिए नहीं यह सबके लिए जरूरी है कि सही ब्रश का चुनाव किया जाए। ब्रश बहुत सॉफ्ट होना चाहिए। इसके साथ ही ब्रश पकड़ने में भी आसानी होनी चाहिए। यदि ब्रश पकड़ने में दिक्कत होती हो तो, बच्चों के साइज का ब्रश खरीदें या आजकल इलेक्ट्रिक टूथ ब्रश भी उपलब्ध हैं। लेकिन अगर आप इलेक्ट्रिक ब्रश कर सकते हैं, तभी लें। ऐसा न कर पाने से आपको दांतों की समस्या हो सकती है।
और पढ़ें : जब शिशु का दांत निकले तो उसे क्या खिलाएं?
दांतों को ब्रश करने का यह मतलब नहीं है कि आप उनसे लड़ने लगें। दांतों की सफाई एक नाजुक प्रक्रिया है इसलिए आराम से ब्रश करें। ब्रश करने का सही तरीका इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मसूड़ों के किनारों से शुरू करते हुए, ऊपर से नीचे की ओर, दांतों के बाहर और अंदर की ओर हल्के हाथों से ब्रश से रगड़ना चाहिए। ताकि दांत पूरी तरह साफ हो सकें। जिससे आपको दांतों की समस्या नहीं होगी
डेंटिस्ट्स की मानें तो रोज कम से कम दो बार सभी को ब्रश करना चाहिए। इससे मुंह की सफाई हो जाती है और दांतों की समस्या होने की संभावना भी कम हो जाती है। रात को सोने से पहले ब्रश करते हुए ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, जिससे आपका मुंह न सूखे। टंग क्लीनर द्वारा जीभ की नियमित सफाई की जानी चाहिए।
और पढ़ें : दांतों की परेशानियों से बचना है तो बंद करें ये 7 चीजें खाना
जिनके दांतों में गैप होता है या जिनके दांत ज्यादा सटे हुए होते हैं उन्हें, डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल करना चाहिए। दांतों की समस्या को ठीक करने के लिए आप डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr. Pooja Bhardwaj