इस मुद्रा को दांतों की कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। सर्वांगासन, दांतों के लिए ऐसा योग है, जिससे पायरिया (मसूड़ों की बीमारी), दांतों की सड़न और मुंह की कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा यह थायरॉइड, मुहांसे, पिगमेंटेशन में भी प्रभावी होता है।
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दांतों के लिए योग: वात नाशक मुद्रा (Vata naashak mudra)
वात नाशक मुद्रा को करने के लिए तर्जनी और मध्यम अंगुली को मोड़कर हथेली से मिलाएं और इसके ऊपर अंगूठा रखें। बाकी की दोनों अंगुलियों को बिल्कुल सीधा रखें। इस मुद्रा को दिन में प5 मिनट के लिए करें। आप चाहे तो दिन में 4 से 5 बार 10-10 मिनट के लिए इसे कर सकते हैं। यह मुद्रा दांतों संबंधित परेशानियों को दूर करती है। इसके अलावा यह थकान को दूर करने के साथ स्टेमिना भी बढ़ाती है।
सर्वांगासन की विधि-
- कमर के बल सीधे लेट जाएं।
- एक साथ पैरों, कूल्हे और फिर कमर को उठाएं। सारा भार कंधों पर दें। अपनी पीठ को अपने हाथों से सहारा दें।
- इस मुद्रा में एक-दो सांस अंदर और बाहर लें। शरीर का संतुलन बनाए रखें। अब धड़ और टांगों को उठाकर बिल्कुल एक सीध में कर लें। कोशिश करें कि आपकी नजर नाक पर रहे। लेकिन, अगर आपको यह करने से दिक्कत होती है तो दृष्टि को नाभी पर भी रख सकते हैं।
- अपनी क्षमता के मुताबिक 60 से 300 सेकेंड तक इस मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे नीचे आ जाएं।
- शुरुआत में इस योगासान को 30 सेकेंड के लिए ही करें फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।