ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस को जीएएस (GAS) के नाम से भी जानते हैं। ये गले और स्किन को मुख्य रूप से संक्रमित करता है। जिन व्यक्तियों को ग्रुप ए स्ट्रेप बैक्टीरिया का संक्रमण होता है, आमतौर पर उनमें लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन कुछ लोगों में रेयर केस में लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं। बैक्टीरिया कुछ लोगों में असर नहीं करता है वहीं कुछ लोगों के लिए ये बैक्टीरिया जानलेवा भी साबित हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति के म्यूकस के संपर्क में आने से ये संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है।
ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस (Group A Streptococcus) से हो सकती हैं ये बीमारियां!
ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस के कारण लोगों को स्ट्रेप थ्रोट (Strep throat) के साथ ही स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) भी हो सकता है। स्ट्रेप थ्रोट के कारण गले में दर्द के साथ ही सूजन की समस्या हो जाती है। मुंह में लाल छोटे दाने के साथ ही लिम्फ नोड में सूजन की समस्या भी हो सकती है। बच्चों में स्ट्रेप थ्रोट की समस्या होने पर वॉमिटिंग, पेट में दर्द, सिरदर्द की समस्या हो जाती है। अगर बीमारी का इलाज न कराया जाए, तो ये बीमारी दो से पांच दिनों में चली जाती है। स्ट्रेप थ्रोट को केवल देखकर नहीं बताया जा सकता है बल्कि इस बीमारी को डायग्नोज की जरूरत पड़ती है। डॉक्टर समस्या से निपटने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं (Antibiotics) देते हैं।
ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) या लाल बुखार का कारण भी बनता है। लाल बुखार के कारण जीभ में छाले या उभार आ जाते हैं, जो जीभ में एक लेयर की तरह दिखते हैं। बुखार के साथ ही गले की ग्रंथि में भी सूजन आ जाती है। अगर लाल बुखार का सही समय पर ट्रीटमेंट न कराया जाए, तो ये जानलेवा भी हो सकता है। इसके कारण मुंह में लाल दाने के साथ ही सीने, हाथ, पेट और पैरों तक फैल जाते हैं। इनमें खुजली की समस्या भी हो सकती है।
दो से छह साल के बच्चों में स्किन इंफेक्शन इम्पेटिगो (Impetigo) फैलने की अधिक संभावना होती है। ये ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस के कारण फैलता है। इस कारण से फेस, आर्म या पैर की स्किन में पिंपल जैसे उभार दिखते हैं और उनमें पस भी भर जाता है। कट लगने या फिर स्किन में घाव होने पर ये बैक्टीरिया स्किन में प्रवेश कर जाता है। ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस नॉन इंवेसिव भी हो सकता है यानी ये ब्लड स्ट्रीम में नहीं फैलता है। कुछ मामलों में ये इंवेसिव (Invasive) भी हो सकता है। यानी ये ब्लड स्ट्रीम के साथ ही शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। स्ट्रेप थ्रोट (Strep throat), स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) और स्किन इंफेक्शन इम्पेटिगो (Impetigo) ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस नॉन इंवेसिव इंफेक्शन है, जो कि ब्लड स्ट्रीम में नहीं फैलता है।
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स्ट्रेप्टोकोकी के प्रकार (Different types of streptococci) : ग्रुप बी स्ट्रेप्टोकोकस (Group B Streptococcus)