टैबलेट और स्मार्टफोन से लेकर लैपटॉप तक हर तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आज हॉस्पिटल के भी महत्वपूर्ण हिस्से बन गए हैं। लेकिन, इनका अस्पताल में प्रयोग स्वच्छता संबंधी चुनौती भी बनता जा रहा है। ये सारे डिवाइस एक रोगी के कमरे से दूसरे कमरों में ले जाते हैं। इसके अलावा अस्पतालों में मौजूद रोगाणु अलग-अलग हाथों से छुए जाते हैं और अलग-अलग जगह पहुंच जाते हैं। शोध से पता चलता है कि ऐसे उपकरण अक्सर पैथोजन बैक्टीरिया और दूसरे माइक्रोऑर्गेज्म से संक्रमित होते हैं, जिनसे आप इंफेक्शन का आसानी से शिकार हो सकते हैं।