इस सोसाइटी में सजावट के हर सामान को सोसायटी के लोग घर पर ही बनाते हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष अशोक शेलार कहते हैं, ‘ हम गणेशोत्सव शुरू होने के दो हफ्ते पहले से ही इसकी तैयारी शुरू करते हैं। जहां हम योजना बनाते हैं, कि हर घर से उस सामान को लाया जाए जिसे सजवाट आदि काम के लिए उपयोग किया जा सके। इससे खर्चा कम होने के साथ-साथ गैर जरूरी चीजें खरीदने से बच जाते हैं। इसके साथ ही प्रसाद के रूप में घर से बनें मिठे खाद्य पदार्थ या फलों का उपयोग करते हैं, यह नियम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। हम स्पीकर्स का उपयोग नहीं करते जिससे ध्वनि प्रदुषण नहीं होता और इस तरह सोसाइटी में शांति बनी रहती है।’
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पर्यावरण के साथ स्वास्थ्य का भी ध्यान
अशोक शेलार आगे कहते हैं, “हम कम से कम प्लास्टिक और ज्यादा से ज्यादा लकड़ी और पेपर का उपयोग करते हैं। इसी के साथ गणेशोत्सव के लिए जमा किया गया कलेक्शन का कुछ हिस्सा हम आपदा प्रभावित लोगों को दान करते हैं। हम उत्सव के दौरान सोसाइटी में कई सांस्कृतक आयोजन और खेल स्पर्धा का आयोजन भी करते हैं। इससे मनोरंजन के साथ स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है।हम हर बार ईको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा स्थापित करते हैं। इस तरह हम हर साल इसे और बेहतर तरीके से मनाने कि कोशिश करते हैं। हालांकि सोसाइटी कोरोना वायरस के कारण हर एक बिंदुओं का ख्याल रखेगी, जिससे किसी को भी कोई नुकसान न पहुंचे।’
ईको-फ्रेंडली उत्सव मनाने से आप पर्यावरण और अपने साथ-साथ दूसरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं, यह दुनिया को बेहतर बनाने की शुरुआत है।
हैलो हेल्थ ग्रुप की ओर से गणेश उत्सव की शुभकामनाएं।