जैसा कि हम सभी जानते हैं कि तेज आवाज का सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और डॉक्टर्स के मुताबिक तेज ध्वनि प्रदूषण ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक भी है। इसीलिए कई राज्यों में सरकार ने नॉइज पॉल्यूशन एक्ट के तेहत रात 10 बजे के बाद बड़े स्पीकर्स पर पाबंदी लगा दी है। इसलिए ध्वनि प्रदूषण न करें और अपने साथ-साथ दूसरों की भी सेहत का ख्याल रखें।
5. मिठाई की जगह फलों का प्रसाद

गणेशोत्सव के दिनों में मिठाई की मांग ज्यादा होती है। लेकिन, दुकान की रेडीमेड मिठाई में जमकर मिलावट के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में इसे प्रसाद के रूप खाना और खिलाना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए इसका सबसे अच्छा विकल्प है कि आप मिठाई कि जगह फलों को प्रसाद के रूप में बांटे या इस दौरान अगर आप किसी के घर जाते हैं तो फल लेते जाएं। फल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
6. प्लास्टिक का उपयोग न करें
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मुंबई में ईको-फ्रेंडली गणेश उत्सव
गणेश चतुर्थी के अवसर पर हैलो स्वास्थ्य की टीम मुंबई में ईको-फ्रेंडली गणेश उत्सव के बारे में जानने निकली। यहां टीम ने कोपरखैरणे, नवी मुंबई की वरदविनायक हाउसिंग सोसाइटी से बातचीत की, जो हर साल यह प्रयास कर रही है कि 100 प्रतिशत ईको-फ्रेंडली गणेशोत्सव मनाएं। आइए जानते हैं, किस तरह यह सोसायटी ईको-फ्रेंडली गणेश उत्सव मनाती है।
ईकाे-फ्रेंडली सजावट
इस सोसाइटी में सजावट के हर सामान को सोसायटी के लोग घर पर ही बनाते हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष अशोक शेलार कहते हैं, ” हम गणेशोत्सव शुरू होने के दो हफ्ते पहले से ही इसकी तैयारी शुरू करते हैं। जहां हम योजना बनाते हैं, कि हर घर से उस सामान को लाया जाए जिसे सजवाट आदि काम के लिए उपयोग किया जा सके। इससे खर्चा कम होने के साथ-साथ गैर जरूरी चीजें खरीदने से बच जाते हैं। इसके साथ ही प्रसाद के रूप में घर से बनें मिठे खाद्य पदार्थ या फलों का उपयोग करते हैं, यह नियम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। हम स्पीकर्स का उपयोग नहीं करते जिससे ध्वनि प्रदुषण नहीं होता और इस तरह सोसाइटी में शांति बनी रहती है।”
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पर्यावरण के साथ स्वास्थ्य का भी ध्यान
अशोक शेलार आगे कहते हैं, “हम कम से कम प्लास्टिक और ज्यादा से ज्यादा लकड़ी और पेपर का उपयोग करते हैं। इसी के साथ गणेशोत्सव के लिए जमा किया गया कलेक्शन का कुछ हिस्सा हम आपदा प्रभावित लोगों को दान करते हैं। हम उत्सव के दौरान सोसाइटी में कई सांस्कृतक आयोजन और खेल स्पर्धा का आयोजन भी करते हैं। इससे मनोरंजन के साथ स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है।हम हर बार ईको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा स्थापित करते हैं। इस तरह हम हर साल इसे और बेहतर तरीके से मनाने कि कोशिश करते हैं। हालांकि सोसाइटी कोरोना वायरस के कारण हर एक बिंदुओं का ख्याल रखेगी, जिससे किसी को भी कोई नुकसान न पहुंचे।”
ईको-फ्रेंडली उत्सव मनाने से आप पर्यावरण और अपने साथ-साथ दूसरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं, यह दुनिया को बेहतर बनाने की शुरुआत है।
हैलो हेल्थ ग्रुप की ओर से गणेश उत्सव की शुभकामनाएं।