पेट में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर दर्द का एहसास होता है। इसी में से एक समस्या है पेट में सूजन का होना। जब एब्डॉमिनल एरिया नॉर्मल यानी कि सामान्य की अपेक्षा बड़ा हो जाता है, तो पेट में सूजन की समस्या पैदा हो जाती है। इसे कई बार साइलेंट बैली के नाम से भी जाना जाता है। इस कारण से व्यक्ति को बहुत ही अनकंफर्टेबल फील होता है और साथ ही दर्द भी होता है। पेट में सूजन के कारण हो सकते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) या स्टमक स्वेलिंग के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही इसके ट्रीटमेंट के बारे में भी बताएंगे।
और पढ़ें: 8 प्राकृतिक पाचक एंजाइम युक्त खाद्य पदार्थ जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में करेंगे मदद!
एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) के क्या हो सकते हैं कारण?
पेट में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर लोग उसे अक्सर पाचन संबंधी समस्या या फिर गैस की समस्या समझते हैं, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं होता है। पेट में सूजन के कारण भी दर्द की समस्या हो सकती है। पेट में सूजन के कई कारण हो सकते हैं। कई बार अधिक मात्रा में खा लेने से, प्रेग्नेंसी के कारण भी पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। पेट में सूजन किस कारण से हुई है, इस बारे में तो डॉक्टर जांच के बाद ही बता सकते हैं। वैसे तो पेट में सूजन का आम कारण गैस ही माना जाता है लेकिन कई बार हाय फाइबर फूड्स के साथ ही हवा को निगलने पर भी पेट में सूजन पैदा हो जाती है और पेट में भारीपन का एहसास लग सकता है। अगर पेट में सूजन के कारण दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर इस बारे में आपको जांच के बाद ही जानकारी दे सकते हैं। जानिए किन कारणों से पेट में सूजन पैदा हो सकती है।
लैक्टोज इंटोलरेंस के कारण स्टमक स्वेलिंग
लैक्टोज इंटोलरेंस (Lactose intolerance) एक ऐसी कंडीशन है, जहां पर शरीर लेक्टोज को डाइजेस्ट करने में सक्षम नहीं हो पाता है। लेक्टोज एक प्रकार की शुगर होती है, जो की डेयरी प्रोडक्ट में पाई जाती है। इस कारण से गैस की समस्या हो जाती है। अगर आपको लैक्टोज इंटोलरेंस की समस्या है, तो डेयरी प्रोडक्ट (Dairy products) का सेवन करने के 2 घंटे के अंदर ही आपको पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। अगर आपको यह समस्या है, तो बेहतर होगा कि ऐसी किसी भी चीज का सेवन ना करें जिसमें लेक्टोज पाया जाता है।
इरिटेबल बाॅवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome)
आईबीएस (IBS) एक ऐसी कंडीशन या डिसऑर्डर है, जिसके कारण पेट में ऐठन के साथ ही दर्द की समस्या हो जाती है। आईबीएस (IBS) के कारण ब्लोटिंग की समस्या, गैस की समस्या होती है। जिसके कारण पेट में भरेपन का एहसास होता है। इस कारण से भी पेट में सूजन या एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) की समस्या पैदा हो जाती है। इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर फंक्शनल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज की मानें तो 10 में से हर एक व्यक्ति के अंदर आईबीएस के लक्षण दिख सकते हैं।
और पढ़ें: क्या है पाचन से जुड़ी बीमारी GERD का आयुर्वेदिक उपचार?
एसाइटीज (Ascites) के कारण एब्डॉमिनल स्वेलिंग
एसाइटीज (Ascites) एक ऐसी कंडीशन है, जिसके कारण पेट या स्टमक के अंदर एक फ्लूड का निर्माण होने लगता है। लिवर में समस्या के कारण ऐसा होता है। लिवर की बीमारी सिरोसिस (Cirrhosis) की समस्या जिन्हें होती हैं, उनमें फ्लूड का निर्माण होने लगता है। ये पेट के अंदर जमा होने लगता है। शुरुआत में इस बीमारी के कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। जैसे-जैसे फ्लूड पदार्थ जमा होता जाता है, पेट में सूजन बढ़ती जाती है। समस्या का सही समय पर इलाज नहीं कराया जाता है, तो ये गंभीर रूप ले सकता है।
पित्त की थैली में स्टोन के कारण एब्डॉमिनल स्वेलिंग
गॉलस्टोन के कारण पेट में सूजन की समस्या पैदा हो सकती है। अगर आपकी पित्त की थैली में स्टोन की समस्या है, तो इस कारण से भी आपको पेट में सूजन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। पित्त की पथरी का मास हार्ड होता है, जो कि पित्ताशय की थैली में बन सकती है। वहीं पैंक्रिएटाइटिस (Pancreatitis) के कारण भी एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) की समस्या पैदा हो सकती हैं। इस कारण से इंटेस्टाइन में ब्लॉकेज की समस्या शुरू हो जाती है।
पेट में सूजन की समस्या एक नहीं बल्कि कई कारणों से पैदा हो सकती हैं। अगर आपको भी पेट में सूजन की समस्या है, तो डॉक्टर को दिखाएं और जांच कराएं कि आखिर किस कारण से पेट में सूजन की समस्या पैदा हो रही है। डॉक्टर जांच के बाद बीमारी का इलाज करेंगे, जिससे कि पेट की सूजन की समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी होते हैं, जो एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) को कम करने में मदद कर सकते हैं।
और पढ़ें: एंजाइम क्या है: एंजाइम का पाचन के साथ क्या संबंध है?
एब्डॉमिनल स्वेलिंग से है बचना, तो इन आदतों पर भी दें ध्यान!
अगर आपके पेट में सूजन का कारण खानपान से संबंधित समस्या है, तो आपको खानपान की आदतों में सुधार करना होगा। इससे आपके पेट की सूजन की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। अगर आपके पेट में सूजन का कारण अधिक मात्रा में खाना है, तो आपको एक साथ खाने से बचना चाहिए। आप थोड़ी-थोड़ी देर में खाना खा सकते हैं। साथ ही अगर पेट में सूजन का कारण गैस है, तो आपको अपने खाने में ऐसे फूड्स को अवॉयड करना चाहिए, जिसके कारण गैस अधिक बनती है। ब्रोकली, गोभी, कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि का सेवन करने से अधिक मात्रा में गैस बनती है। अगर आप लैक्टोज इंटॉलरेंस से पीड़ित है, तो डेयरी प्रोडक्ट से दूर रहें। अगर आपको एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) या या स्टमक स्वेलिंग की समस्या समस्या रहती है, तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से ट्रीटमेंट कराएं और बीमारी के लक्षणों से बच सकें।
और पढ़ें: पाचन तंत्र को करना है मजबूत तो अपनाइए आयुर्वेद के ये सरल नियम
अगर आपको सिरोसिस की समस्या है या फिर आप आईबीएस के लक्षणों से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में डॉक्टर आपको मेडिसिंस लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर किसी बीमारी के कारण पेट में सूजन की समस्या है तो ऐसे में मेडिकल ट्रीटमेंट जरूरी हो जाता है आप डॉक्टर से जांच कराएं और जरूरत पड़ने पर मेडिसिंस का सेवन भी करें।
अगर आपके पेट में सूजन किसी गंभीर बीमारी के कारण हुआ है, तो ऐसे में डॉक्टर को दिखाना बहुत जरूरी हो जाता है। अगर आपको पेट पहले से ज्यादा बढ़ा दिख रहा हो या फिर आप को बुखार या उल्टी का एहसास हो रहा हो, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर दस्त के साथ खून आ रहा है, तो यह बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। कुछ लोगों को खानपान में भी समस्या पैदा हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा है, तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं और ट्रीटमेंट जरूर लें। एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) या स्टमक स्वेलिंग के लक्षणों को इग्नोर करने की भूल बिल्कुल न करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको एब्डॉमिनल स्वेलिंग (Abdominal Swelling) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
[embed-health-tool-bmr]