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प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst during pregnancy?) होने पर क्या करना चाहिए?
जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान ओवियन सिस्ट्स से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। ये सिस्ट्स दूसरे ट्राइमेस्टर में अपने आप रिजॉल्व हो जाती हैं, लेकिन अगर कोई सिस्ट लगातार ग्रो कर रही है, तो यह रप्चर या ट्विस्ट हो सकती है या ओवेरी के ट्विस्ट होने का कारण बन सकती है। ऐसे में इसे निकालना पड़ सकता है। लगातार वृद्धि करती सिस्ट चाइल्डबर्थ के दौरान परेशानी का कारण बन सकती है। खासतौर जब यह एब्डोमिन या पेल्विस बाधित कर रही हो।
डॉक्टर रेगुलर अल्ट्रासाउंड के जरिए इस पर नजर रखेंगे। वे सिस्ट की साइज या ग्रोथ को मॉनिटर करेंगे ताकि प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst during pregnancy) की वजह से कोई परेशानी ना हो।
प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट के ब्रस्ट या रप्चर होने पर क्या होता है? (What happens if an ovarian cyst bursts or ruptures during pregnancy?)
आमतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst during pregnancy) का रप्चर होना किसी परेशानी का कारण नहीं बनता। सिस्ट का फ्लूइड फैल जाता है और ब्रस्ट सिस्ट अपने आप हील हो जाती है। कई बार दर्द को मैनेज करने के लिए दवाओं की जरूरत हो सकती है और सिस्ट हील होने तक आराम करना पड़ सकता है। ज्यादातर डॉक्टर इसे मॉनिटर करते हैं और ट्रीटमेंट सजेस्ट करते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst during pregnancy) के रप्चर होने के कारण इंफेक्शन का होना भी एक चिंता का कारण हो सकता है। अगर बहुत अधिक ब्लीडिंग या टॉर्शन होता है या सिस्ट प्रेग्नेंसी को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचा सकती है तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। सभी महिलाओं को ओवेरियन सिस्ट के रप्चर होने पर दर्द का एहसास नहीं होता, लेकिन कुछ लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं।
- लोअर एब्डोमिनल एरिया या बैक में दर्द होना
- वजायनल ब्लीडिंग या स्पॉटिंग
- दर्द के साथ उल्टी या ची मिचलाना (टॉर्शन के चलते)
- दर्द के साथ चक्कर आना
- फीवर
प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट को रिमूव करना सुरक्षित है? (Is it safe to remove ovarian cysts during pregnancy?)
यदि आवश्यक हो, गर्भावस्था के दौरान ओवेरियन सिस्ट को सुरक्षित रूप से हटाया जा सकता है, हालांकि डॉक्टर शायद तब तक इसे रिमूव करने से बचेंगे जब तक कि महिला को अधिक दर्द न हो रहा हो या सिस्ट से खून ना बह रहा हो। यदि महिला को सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो छोटे चीरों के माध्यम से न्यूनतम इनवेसिव लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की जा सकती है। हालांकि, कुछ मामलों में नियमित रूप से पेट की सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
यदि गर्भावस्था में (10 सप्ताह से पहले) कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट हटा दिया गया है, तो गर्भावस्था का सपोर्ट करने के लिए बाद में प्रोजेस्टेरोन की खुराक दी जा सकती है। (आम तौर पर, कॉर्पस ल्यूटियम (Corpus luteum) गर्भावस्था को सपोर्ट करने के लिए प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) प्रदान करता है जब तक कि प्लेसेंटा अपना काम शुरू नहीं करता।
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उम्मीद करते हैं कि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst during pregnancy) होने पर क्या करना चाहिए इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।