लहसुन में मेटाबोलाइट्स और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो, हेपेटाइटिस बी के वायरस को तेजी से खत्म करने में मदद करता है। कच्चे लहसुन की कलियां चबाने से लिवर की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
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चुकंदर का जूस लिवर की बीमारियों में है फायदेमंद
चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, पोटैशियम, फॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और कॉपर के अलावा विटामिन ए, बी और सी पाया जाता है। ये सभी मिनरल्स लिवर में डैमेज सेल्स को दोबारा जोड़कर सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। दो गिलास चुकंदर का जूस रोजाना पीने से पीलिया में जल्दी आराम मिलता है।
ऑलिव लीफ है बहुत काम की
ऑलिव लीफ में फाइटोकेमिकल नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है जिसे ओलेरोपिन कहते हैं, जिसमें एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण अधिकता में मौजूद होते हैं। एक कप पानी में एक चम्मच सूखे ऑलिव लीफ को दस मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर दिन में तीन बार पिएं। ऑलिव लीफ की जगह बाजार में उपलब्ध ऑलिव लीफ के 500 एमजी कैप्सूल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन सिर्फ डॉक्टरी सलाह से ही।
हेपेटाइटिस- बी से बचाव के लिए इन खतरों से बचें
हेपेटाइटिस बी इंफेक्टेड शख्स के खून, वीर्य या शरीर के अन्य लिक्विड्स के संपर्क में आने से फैलती है। हेपेटाइटिस बी इंफेक्शन के मुख्य कारण हैं :
- हेपेटाइटिस से बचाव के लिए जरूरी है असुरक्षित यौन संबंध करने से बचें और एचआईवी से संक्रमित किसी व्यक्ति से भी संबंध न बनाए।
- इंफेक्टेड निडल के प्रयोग से फैल सकता है हेपेटाइटिस बी का खतरा।
- समलैंगिग पुरूषों के यौन संबंध से भी बढ़ सकता है हेपेटाइटिस बी की खतरा।
- किसी एचआईवी से ग्रसित इंसान के साथ रहने से भी बढ़ता है हेपेटाइटिस का खतरा।
- हेपेटाइटिस से संक्रमित मां से पैदा हुए शिशु को भी होता है इसका खतरा।
- जिन जगहों हेपेटाइटिस का इंफेक्शन फैला हो, वहां यात्रा करने से इसका खतरा बढ़ जाता है।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें।