आपने जुड़वां बच्चों के बारे में तो सुना होगा? लेकिन एक-दूसरे से जुड़े हुए जुड़वां बच्चे यानी कंज्वाइंड ट्विन्स (संयुक्त जुड़वा बच्चे) कम ही देखे होंगे। हो सकता है कि आपने डिस्कवरी चैनल में कई बार शरीर से एक साथ जुड़े हुए जुड़वां बच्चे देखे हो। इन्हें देखकर मन में ये सवाल आना लाजमी है कि क्या जुड़े हुए जुड़वां बच्चे ज्यादा दिनों तक जिंदा रहते हैं? क्या किसी कारण से इनकी मौत गर्भ में ही हो जाती है या फिर पैदा होने के बाद ये मर जाते हैं? ऐसे बच्चों के लिए जीवन जीना कठिन हो जाता है।
पैदा होने के बाद जो बच्चे जीवित रह जाते हैं, उनके माता-पिता ये सोचकर खुश रहते हैं कि उनके बच्चे उनकी आंखों के सामने हैं। आज के समय में टेक्नोलॉजी ने कई बड़े काम कर दिखाएं हैं। कंज्वाइंड ट्विन्स के भी सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। कई बार ऑपरेशन सफल नहीं भी हो पाते हैं। ये बात बहुत अहम होती है कि बच्चे के शरीर के किस हिस्से से दूसरे बच्चे का शरीर जुड़ा हुआ है। जुड़े हुए जुड़वां बच्चों को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हो सकते हैं, लेकिन इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको जुड़े हुए जुड़वां बच्चों (conjoined twins) के जीवन और मृत्यु के बारे में बताएंगे।
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क्या कहना है डॉक्टर का?
फोर्टिस हॉस्पिटल कोलकाता की बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनेटोलॉजिस्ट सुमिता साह से जब कंज्वाइंड ट्विन्स की मौत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘ कंज्वाइंड ट्विन्स में अगर किसी भी बच्चे की मौत प्रेग्नेंसी के दौरान हो जाती हैं तो दूसरे बच्चे के जीवित रहने की संभावना बहुत कम होती है। मरा हुआ बच्चा पैरासाइड की तरह दूसरे बच्चे के साथ में जुड़ा हुआ होता है। अगर पैदा होने के बाद एक बच्चा जीवित भी है तो बहुत कम संभावना रहती है कि वो ज्यादा दिनों तक बच पाए। ‘
कंज्वाइंड ट्विन्स (Conjoined twins) के बारे में रिपोर्ट क्या कहती है?
मेडिकल डेली रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्येक दो लाख बर्थ में से एक कंज्वाइंड ट्विन्स (Conjoined twins) या संयुक्त जुड़वा बच्चे जन्म लेता है, जिसका प्रतिशत 0 .000005% है। उनमें से 40 से 60 प्रतिशत स्टिलबोर्न होते हैं जबकि 35 % बच्चे जन्म के तुरंत बाद ही मर गए। आज के समय में पूरी दुनिया में केवल 12 सेट कंज्वाइंड ट्विन्स ही हैं। 1950 के दौरान डॉक्टर 75 प्रतिशत मामलों में केवल एक कंज्वाइंड ट्विन्स को बचाने में सक्षम हो पाए।
कंज्वाइंड ट्विन्स क्या होते हैं? (Conjoined twins)
जुड़े हुए बच्चों का जन्म प्रारंभिक भ्रूण के दो भागों में बटने से होता है। एम्ब्रियो आंशिक रूप से दो भागों में बट जाता है और इससे दो भ्रूण विकसित हो जाते हैं। ये शारीरिक रूप से जुड़े हुए रहते हैं। ज्यादातर मामलों में सीने, पेट, सिर या फिर श्रोणी से जुड़े हुए बच्चों का जन्म होता है। जन्म के बाद कई जुड़े हुए जुड़वां बच्चे जीवित नहीं रहते हैं। सर्जरी और एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से जुड़े हुए जुड़वां बच्चों के सर्वाइवल रेट में बढ़त हुई है। कुछ बच्चों को सर्जरी के माध्यम से अलग किया जा चुका है।
शरीर का कौन सा हिस्सा है जुड़ा?
कंज्वाइंड ट्विन्स (Conjoined twins) या संयुक्त जुड़वा बच्चे का सर्वाइवल रेट इस बात पर डिपेंड करता है कि वो किस अंग से जुड़े हुए हैं। कई बार दो लोगों के बीच में एक ही दिल होता है या फिर सिर जुड़े होने की स्थिति में दो लोग एक ही ब्रेन को शेयर कर रहे होते हैं। ऐसी स्थिति डॉक्टर के लिए गंभीर बन जाती है क्योंकि ऐसे में सर्जरी करना रिस्की रहता है। सर्जरी के दौरान डॉक्टर का कौशल भी कई बार कंज्वाइंड ट्विन्स के जीवन को बचा लेता है।
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान दिखते हैं लक्षण (Conjoined twins Symptoms)
प्रेग्नेंसी के दौरान कंज्वाइंड ट्विन्स (Conjoined twins) के कुछ खास लक्षण पता नहीं चलते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान कंज्वाइंड ट्विन्स तेजी से विकास करते हैं जैसा कि बाकी जुड़वां बच्चों के साथ होता है। होने वाली मां को अधिक वॉमिटिंग के साथ ही थकान महसूस हो सकती है। कंज्वाइंड ट्विन्स का पता स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड से चलता है।
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कैसे जुड़ जाते हैं बच्चे?
कंज्वाइंड ट्विन्स को उनके शरीर के हिस्से में जुड़ाव के अनुसार अलग भागों में बांटा गया है। कुछ शरीर के किसी हिस्से से जुड़े हुए होते हैं तो वहीं कुछ बच्चे किसी एक ऑर्गन को ही एक-दूसरे से शेयर करते हैं। कुछ बच्चे सीने, एब्डॉमिन, स्पाइन बेस, स्पाइन की लेंथ, पेल्विस, ट्रंक, सिर, सिर और सीने से जुड़े हुए हो सकते हैं। कुछ दुर्लभ मामलों में यह भी देखने को मिलता है कि कोज्वाॅइंट ट्विन्स (conjoined twins) में एक दूसरे शिशु की तुलना में कम विकसित हुआ होता है।
कंज्वाइंड ट्विन्स के जोखिम (Conjoined twins Risk Factors)
संयुग्मित जुड़वां बच्चे इतने दुर्लभ हैं, और इसके पीछे का कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। इसलिए, यह अज्ञात है कि क्यों कुछ कपल्स में कंज्वाइंड ट्विन्स (conjoined twins) होने की अधिक संभावना हो सकती है।
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क्या कंज्वाइंड ट्विन्स (Conjoined twins) की मौत हो जाती है?
लोगों के मन में ये सवाल सबसे पहले आता है कि कंज्वाइंड ट्विन्स हैं तो क्या ये पैदा होने के बाद जीवित रह पाएंगे? कंज्वाइंड ट्विन्स के जीवन की संभावना उनकी जटिलताओं पर निर्भर करती है। जीवन की निर्भरता इस बात पर तय होती है कि बच्चा आखिर किस जगह से जुड़ा हुआ है। कोज्वाॅइंट ट्विन्स के गर्भ में मरने के अधिक चांस रहते हैं। ऐसे बच्चों के जन्म के लिए सी-सेक्शन आवश्यक हो जाता है।
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कंज्वाइंड ट्विन्स(Conjoined twins) की बीमारी के चलते हो सकती है मृत्यु
कंज्वाइंड ट्विन्स, जुड़वां बच्चों की तरह ही जन्म लेते हैं। ज्यादातर मामलों में कंज्वाइंड ट्विन्स प्रिमैच्योर होते हैं। जन्म के कुछ समय बाद एक या फिर दोनों की मृत्यु हो सकती है। कोज्वाॅइंट ट्विन्स को सांस लेने में समस्या, दिल की परेशानी या फिर एक समय बाद स्कोलियोसिस की कंडीशन (scoliosis), सेरेब्रल पाल्सी या लर्निंग डिसेबिलिटी हो सकती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान यदि आपको पता चलता है कि गर्भ में कंज्वाइंड ट्विन्स हैं तो घबराएं नहीं। जुड़े हुए जुड़वां बच्चों के ज्यादातर मामलों में मृत्यु का खतरा रहता है, लेकिन ऐसे भी केस सामने आएं हैं जहां जुड़े हुए बच्चों को सर्जरी के माध्यम से अलग किया गया है। एडवांस सर्जरी के माध्यम से ये सब संभव हो पाया है। आपको इसके बारे में अगर ज्यादा जानकारी चाहिए तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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