किसी भी महिला के लिए मिसकैरिज शायद उसकी जिंदगी के सबसे दुखद पलों में शामिल होगा। प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी समस्या की वजह से मिसकैरिज हो सकता है। कई मामलों में डॉक्टर को अबॉर्शन भी करना पड़ जाता है। ऐसे में मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी की कितनी संभावना रहती है? ये प्रश्न अक्सर महिलाओं को परेशान कर सकता है। अबॉर्शन या मिसकैरिज के बाद महिला की फर्टिलिटी पर खास प्रभाव नहीं पड़ता है। मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी की कितनी संभावना रहती है और किन बातों पर ध्यान देना चाहिए, इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए।
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मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी कितनी जल्दी संभव है ?
हैलो स्वास्थ्य ने फोर्टिस हॉस्पिटल की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सगारिका बसु से बात की तो उन्होंने कहा कि, ‘ एक बार अबॉर्शन या मिसकैरिज हो जाने के बाद बॉडी को रिकवर होने के लिए थोड़ा समय देना जरूरी होता है। मिसकैरिज के बाद कंसीव करने के लिए कम से कम दो से तीन महीने का समय देना बेहतर रहेगा। शरीर को पहले जैसी अवस्था में लाने के लिए पौष्टिक आहार के साथ ही मानसिक रूप से तैयार होना भी बहुत जरूरी होता है।’
मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी के बारे में सोचा जा सकता है। अबॉर्शन के कुछ ही दिनों बाद महिला के पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। साथ ही 14 से 28 दिनों में ऑव्युलेशन की प्रॉसेस होने लगेगी। ये प्रॉसेस अबॉर्शन के एक हफ्ते बाद शुरू हो सकती है। अगर अबॉर्शन के एक हफ्ते बाद तक अनसेफ सेक्स किया जाता है तो महिला में बिना पीरियड्स के आए ही प्रेग्नेंसी के चांसेस रहते हैं। सभी महिलाओं में पीरियड्स के दिनों की संख्या समान नहीं होती है। इस कारण दिन कम या ज्यादा हो सकते हैं। कुछ महिलाओं में ऑव्युलेशन देर से होने की भी संभावना रहती है। मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी में वैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि साधारण तौर पर गर्भावस्था में लक्षण दिखआई देते हैं। कुछ लक्षण जैसे,
- टेंडर ब्रेस्ट
- गंध या स्वाद के प्रति संवेदनशीलता
- मितली व उल्टी होना
- थकान लगना
- पीरियड्स का मिस होना।
अगर आपको अबॉर्शन के छह सप्ताह बाद तक भी पीरियड्स नहीं होते हैं तो होम प्रेग्नेंसी टेस्ट लेकर देखें। अगर रिजल्ट पॉजिटिव आता है तो अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर प्रेग्नेंसी की जांच करेंगे कि कहीं वो लेफ्टओवर प्रेग्नेंसी हाॅर्मोन तो नहीं हैं।
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मिसकैरिज के बाद कितना करें इंतजार?
अबॉर्शन के बाद डॉक्टर कम से कम एक से दो हफ्ते तक सेक्स न करने की सलाह देते हैं। इंफेक्शन से बचने के लिए डॉक्टर सेफ सेक्स की सलाह देते हैं। ज्यादातर केस में डॉक्टर अबॉर्शन के तीन महीने बाद तक कंसीव करने की सलाह देते हैं। अगर आप मेंटली, फिजिकली और इमोशनली फिट हैं तो आपको कंसीव करने के लिए ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं है। अगर आप इमोशनल तौर पर रेडी नहीं हैं तो इंतजार करना बेहतर रहेगा। सर्जिकल अबॉर्शन में महिलाओं को कुछ कॉम्प्लिकेशन फेस करने पड़ते हैं। जैसे-
- इंफेक्शन की समस्या
- गर्भाशय ग्रीवा टियर
- ब्लीडिंग
- रिटेन्ड टिशू
- प्रोसीजर के दौरान प्रयोग की जा रही दवाओं से समस्या
मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी के लिए कितना इंतजार करना चाहिए, इसके अलग-अलग जवाब मिल सकते हैं। कुछ डॉक्टर जल्द ही प्रेग्नेंसी के बारे में राय देते हैं, वहीं कुछ 18 महीने का इंतजार करने के लिए भी कह सकते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार (WHO) मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी के लिए छह महीने का इंतजार सही रहता है। अगर आपका सर्जिकल अबॉर्शन हुआ है तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही प्रेग्नेंसी प्लान करें।
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गर्भपात के बाद प्रेग्नेंसी: मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी में देरी सही है?
मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी को लेकर स्टडी की गई। स्टडी में साफ किया गया कि जिन महिलाओं को मिसकैरिज के कुछ समय बाद (छह महीने) प्रेग्नेंसी हुई, उन्हें ज्यादातर किसी भी तरह के कॉम्प्लिकेशन का सामना नहीं करना पड़ा। वहीं जिन महिलाओं ने मिसकैरिज के दो साल बाद कंसीव किया, उन्हें कुछ कॉम्प्लिकेशन जैसे एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (ectopic pregnancy) या प्रेग्नेंसी टर्मिनेशन का सामना करना पड़ा। साथ ही ऐसी महिलाओं की डिलिवरी सी-सेक्शन से की गई। तुलना करने पर देर से कंसीव करने वाली महिलाओं में प्रीमैच्योर बर्थ, लो बर्थ वेट आदि भी देखने को मिले। इस सवाल का जबाव आपका डॉक्टर बेहतर तरीके से दे सकते हैं। अगर आप भी ऐसा कुछ प्लान कर रही हैं तो बेहतर रहेगा कि एक बार डॉक्टर से इस बारे में राय लें।
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गर्भपात के बाद प्रेग्नेंसी: अबॉर्शन से समस्या हो सकती है?
अबॉर्शन से किसी भी तरह की समस्या होने की संभावना कम ही रहती है। अगर अबॉर्शन के बाद भी पेट में दर्द की समस्या हो तो डॉक्टर इस बारे में चेकअप कर सकते हैं। कई मामलों में ज्यादा ब्लीडिंग से एनीमिया और वीकनेस की समस्या हो सकती है। साथ ही इंफेक्शन की वजह से ट्युबल ब्लॉकेज होने की संभावना रहती है। वैसे तो अबॉर्शन के समय वॉम्ब में लाइनिंग के डैमेज होने के चांसेज कम ही होते हैं। अगर ऐसा होता है तो दोबारा कंसीव करने में समस्या हो सकती है। इस बारे में आपको अपने डॉक्टर से अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। ऐसा जरूरी नहीं है कि सब के साथ ही अबॉर्शन के समय दिक्कत आए।
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अबॉर्शन के बाद कंसीव करते समय रखें ध्यान
मिसकैरिज के बाद शरीर को आराम की जरूरत होती है। जब आपको कुछ महीने बाद ऐसा लगे कि आप पूरी तरह से फिट हैं तब कंसीव करने का फैसला लें। अगर आपका सर्जिकल एबॉर्शन हुआ है तो डॉक्टर की राय एक बार जरूर लें। दूसरे बच्चे के बारे में सोचने से पहले एक बार चाहे तो चेकअप करा लें। डॉक्टर आपका चेकअप करने के बाद उचित राय दे सकता है। दूसरी प्रेग्नेंसी के लिए वॉम्ब लाइनिंग का सही होना बहुत जरूरी है। अबॉर्शन के दो से तीन दिन तक ब्लीडिंग हो सकती है। अगर आपको ज्यादा समय तक ब्लीडिंग हो रही है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
अबॉर्शन के बाद कंसीव करना पति-पत्नी का निजी फैसला होता है। मेडिकली महिला दूसरी बार प्रेग्नेंसी के लिए प्रिपेयर है या नहीं, इस बात की जानकारी डॉक्टर दे सकता है। बेहतर रहेगा कि आप किसी भी तरह की जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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