हर महिला चाहती है कि उसकी गर्भावस्था का समय सुखद रहे और बिना किसी परेशानी के बीते। सभी महिलाओं के लिए गर्भावस्था के दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। महिलाओं को इस दौर में कई प्रकार की समस्याओं जैसे कि मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ सकता है। जिसके कारण गर्भपात, समय से पहले प्रसव और जन्म के बाद शिशु में कोई विकार का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में महिलाओं कि सुरक्षा के लिए भारत सरकार द्वारा मैटरनिटी लीव एक्ट को सभी गर्भवती महिलाओं के लिए अनिवार्य रखा गया है। इस एक्ट का समर्थन खुद विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ (WHO) करती है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि मातृत्व अवकाश नियम क्या हैं, मैटरनिटी लीव एक्ट का लाभ कौन ले सकता है?
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