ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल पर ब्लिस्टर का होना : मिल्क ब्लिस्टर होने के लक्षण (Symptoms of Milk Blister)
मिल्क ब्लिस्टर्स के अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, यह भी शरीर में अन्य जगाहों पर होने वाले छोटे छाले जैसे दिखायी देते हैं। मिल्क ब्लिस्टर की बात करें, तो ज्यादातर ब्लिस्टर्स में पस या द्रव भरे होते हैं। जिस कारण इसका आकार अस्थायी भी हो सकता है और समय के साथ यह बढ़ भी सकता है। इसमें दबाव पड़ने पर ब्लिस्टर का पस त्वचा के बाहर भी निकल सकता है। मिल्क ब्लिस्टर्स के कारण बच्चे को दूध पिलाते समय कई माओं को अधिक दर्द भी हो सकता है। आमतौर पर मिल्क ब्लिस्टर सफेद या पीले रंग के होते हैं। जैसा कि मिल्क ब्लिस्टर्स अनियमित आकार के होते हैं और दबाव डालने पर चपटे भी हो सकते हैं। कुछ मिल्क ब्लिस्टर्स दर्दनाक नहीं होते हैं। हालांकि, कुछ महिलाएं स्तनपान कराते समय कुछ असुविधा महसूस कर सकती हैं। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल पर ब्लिस्टर का होना बच्चे की हेल्थ के लिए भी सही नहीं है।
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मिल्क ब्लिस्टर्स का उपचार क्या है (What is the treatment for milk blisters)?
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल पर ब्लिस्टर का होना एक गंभीर समस्या हो सकती है। मिल्क ब्लिस्टर्स का उपचार करने के लिए आप चाहें तो मेडिकल ट्रीटमेंट की मदद ले सकती हैं या फिर आप घरलू उपचारों से भी इसे ठीक कर सकती हैं। मिल्क ब्लिस्टर्स ठीक करने के लिए निम्नलिखित उपचारों की सलाह दी जाती है, आइए जानते हैं;
मेडिकल ट्रीटमेंट या चिकित्सीय उपचार (Medical treatment or medical treatment)
कई गंभीर स्थितयों में घरेलू उपचार काम नहीं करते हैं। ऐसे में दर्द और अधिक बढ़ सकता है। कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि मां स्तनपान नहीं करा सकती हैं, तो ऐसे में आप अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें। एक डॉक्टर संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए ब्लिस्टर को मेडिसन से साफ कर के पस निकालने की कोशिश करेंगे। मिल्क डक्ट्स के उपचार के लिए डॉक्टर स्टरलाइज्ड सर्जिकल सुई का उपयोग कर सकते हैं। जब एक डक्ट्स से डैमेज त्वचा हट जाती है, तो स्तनों में दूध का प्रवाह शुरू हो जाता है। ब्लिस्टर के लिए डॉक्टर आपको कुछ टॉपिकल एंटीबायोटिक लेने की सलाह भी दे सकते हैं। यह आपका मेडिकेशन 5 से 6 दिनों के लिए चल सकता है। इसके अलावा, डॉक्टर आपको यह सलाह देंगे कि आपको फीडिंग करनाना कैसे है। ताकि यह जल्दी ठीक हो सके और बच्चे को भी इंफेक्शन न हो। इसके अलावा डॉक्टर आपको नर्सिंग ब्रा की सलाह देंगे।
मिल्क ब्लिस्टर्स के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for milk blisters)
दवाओं के साथ आप ब्लिस्टर के इलाज के लिए आप घरेलू उपचार भी अपना सकते हैं। सबसे पहले आप हायजीन यानि कि निप्पल की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इसके लिए आप गर्म पानी से निप्पल को टॉवल की सहायता से साफ करें। ऐसे में हो सके, तो बच्चे को फॉमूर्ला मिल्क पर ही रखें। इसे ठीक करने के लिए आप नहाने के बाद ब्लिस्टर में धीरे-धीरे मालिश भी कर सकती हैं। लेकिन इसे ज्यादा जोर से दवाएं नहीं। बच्चे को दूध पिलाने की सही बेस्ट पोजिशन को रखें। यदि आपके लिए मसाज मुश्किल है, तो आप कॉटन में थोड़ा सा ऑलिव ऑयल लें और ब्रा पहनने से पहले उसे अपने निप्पल्स में लगाएं रखें। आपको इस समस्या में काफी आराम मिलेगा। इसके अलावा आप गुनगुने पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाएं और दिनभर में 3-4 बार उससे अपने स्तनों को साफ करें। इन बाताें का ध्यान रखते हुए ब्लिस्टर की समस्या को जल्दी ठीक किया जा सकता है। यदि आपके स्तनों में किसी भी प्रकार की चोट है, तो उसे भी नजरअंदाज न करें। उसका इलाज तुरंत करें, नहीं तो इससे भी यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। हायजीन के लिए अपने स्तनों को मॉइस्ट वॉशक्लॉथ या कॉटन से साफ करें। इसी के साथ डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइंयों का भी पूरा ध्यान रखें।