डायबिटिक ब्लिस्टर के क्या हैं कारण? (Causes of Diabetic blisters)
डायबिटिक ब्लिस्टर (Blisters) का कारण आज तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि डायबिटिक ब्लिस्टर (Diabetic blisters) की वजह से व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन कई बार जूते पहनने में या पैरों से जुड़े काम करने में उसे तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर डायबिटिक ब्लिस्टर उन लोगों को होता है, जो जिन्हें डायबिटीज (Diabetes) में फंगल इन्क्शन की समस्या रहती है। फंगल इंफेक्शन के चलते डायबिटिक ब्लिस्टर दिखाई दे सकते हैं। यदि ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में ना रखा जाए, तो व्यक्ति को बार-बार डायबिटिक ब्लिस्टर की समस्या हो सकती है। खासतौर पर उन लोगों को यह समस्या होती है, जिन्हें डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic neuropathy) की समस्या है। डायबीटक न्यूरोपैथी में आमतौर पर नर्व डैमेज हो जाती है और दर्द का एहसास कम होता है। ऐसी स्थिति में लोगों को आम तौर पर डायबिटिक ब्लिस्टर होने की संभावना ज्यादा होती है। वही पेरीफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) से ग्रसित व्यक्ति को भी डायबिटिक ब्लिस्टर होने की संभावना बढ़ जाती है। आइए अब जानते हैं आप कैसे डायबिटिक ब्लिस्टर का इलाज कर सकते हैं।
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डायबिटिक ब्लिस्टर : कैसे होता है इसका इलाज? (Treatment of Diabetic blisters)
हालांकि डायबिटिक ब्लिस्टर अपने आप 2 से 5 सप्ताह के अंदर ठीक हो सकते हैं, लेकिन इंफेक्शन को ध्यान में रखते हुए आपको जल्द से जल्द डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए। डायबिटिक ब्लिस्टर (Blisters) में मौजूद फ्लुएड इंफेक्शन को बढ़ा सकता है, इसलिए आपको इन ब्लिस्टर को नहीं छेड़ना चाहिए। डॉक्टर ब्लिस्टर को निकाल कर उस पर जरूरी दवाइयां लगा सकते हैं। डायबिटिक ब्लिस्टर (Diabetic blisters) को एंटीबायोटिक क्रीम या ऑइंटमेंट की मदद से ठीक किया जा सकता है। डर्मेटोलॉजिस्ट आमतौर पर डायबिटिक ब्लिस्टर की समस्या में स्टेरॉयडल क्रीम (Steroidal Cream) देते हैं, जिससे व्यक्ति को खुजली से राहत मिल जाती है। इसके अलावा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखकर डायबिटिक ब्लिस्टर के समस्या से निजात पाया जा सकता है। आइए अब जानते हैं कि किस तरह डायबिटिक ब्लिस्टर की समस्या से बचाव किया जा सकता है।