और पढ़ें : एमओडीवाई डायबिटीज क्या है और इसका इलाज कैसे होता है
ये जरूर है कि डायबिटीज की वजह से आपको अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करने होते हैं, ऐसा इसलिए जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) नियंत्रित हो सके। इसलिए डायबिटीज के मरीज को सीधे अचानक कोई बदलाव करने से पहले इनके बारे में ठीक तरह से समझ लेना चाहिए। ये सब जानने के बाद हमें खुद से सवाल करना चाहिए। क्या मुझें अपनी आदतों में बदलाव करना होगा? क्या होगा अगर में इनमें बदलाव लाऊंगा?
बदलाव की वजह
शुगर से अंदरूनी अंगो को बचाने के लिए
जब आप अपने खून में शुगर (Diabetes) की मात्रा को नियंत्रित रखेंगे तो इससे आपके अंदरूनी अंग सुरक्षित रहेंगे। इतना ही नहीं इससे आपमें दिल के रोग, स्ट्रोक, किडनी रोग (Kidney disease) और आंखों की समस्या का खतरा कम हो जाएगा।
शरीर की तंदरुस्ती के लिए :
हाई ब्लड शुगर (Hyperglycaemia) की वजह से रोगी को ज्यादा भूख, पेशाब, थकावट होने के साथ-साथ इंफेक्शन और धुंधला दिखाई देने लगता है। वहीं लो ब्लड शुगर (Hypoglycemia) की वजह से ज्यादा पसीना आना, भूख, लगना, शरीर कांपना, मुंह सूखना, चक्कर आना, कमजोरी और सिरदर्द जैस समस्याएं आती हैं। ऐसे में अगर आप शुगर को नियंत्रण रेखा पर रखेंगे, तो इन चीजों से बचे रहेंगे।
और पढ़ें : क्या मधुमेह रोगी चीनी की जगह खा सकते हैं शहद?
मानसिक संतुलन के लिए :
हद से ज्यादा लो ब्लड शुगर (Low blood sugar) की वजह से चिंता और भ्रम जैसी स्थिति पैदा होने लगती है। वहीं अत्यधिक ब्लड शुगर की वजह से डिप्रेशन (Depression) के लक्षण बढ़ जाते हैं। ऐसे में शुगर (डायबिटीज) को नियंत्रण में रखने के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। इससे आप भावानात्मक स्तर पर मजबूत होंगे और स्वस्थ होंगे।