किसी भी महिला के लिए प्रेग्नेंसी ऐसा समय है जिसमें कठिनाइयां तो बहुत आती हैं लेकिन, हर पल खास होता है। वैसे महिलाएं अपने वजन को लेकर बहुत कॉन्शियस होती हैं लेकिन, प्रेग्नेंसी में वजन बढ़ना मां और बच्चे के लिए जरुरी होता है। गायनोक्लोजिस्ट के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान 11 से 16 kg तक वजन बढ़ना चाहिए लेकिन, अगर वजन बहुत तेजी से बढ़ता है तो समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी में वजन धीरे-धीरे बढ़ना नुकसानदेह नहीं होता। अब सवाल ये उठता है कि प्रेग्नेंसी में वजन कम करना चाहिए या नहीं? एक्सपर्ट्स कहते हैं कि प्रेग्नेंसी में वजन कम नहीं करना चाहिए, लेकिन जरूरत से ज्यादा वजन का होना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
आप जितनी कैलोरी बर्न करते हैं, उससे अधिक कैलोरी लेना वजन बढ़ने का सबसे आम कारण है। अगर आप खाने में 3500 कैलोरी की कमी करते हैं तो लगभग 400 ग्राम तक वजन कम होता है। यानी आपको हफ्ते में प्रति दिन 500 कैलोरी पर डे कम करना जरूरी है। आपको इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि डॉक्टर आपका वजन जांचने के बाद ही बता सकता है कि आपको पर डे कितनी कैलोरी की जरूरत है।
इसी के अनुसार डॉक्टर आपको डायट चार्ट के बारे में बताएगा। आपको उसी के अनुसार खानपान पर ध्यान देना चाहिए।अगर आपका वेट प्रेग्नेंसी के दौरान सही है तो बेहतर होगा कि आप प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करें और साथ ही दिन में कई बार खाना खाएं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि आप कैसे प्रेग्नेंसी के दौरान वजन को कंट्रोल कर सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में वजन कैसे मेंटेन करें ?
1.प्रेग्नेंसी में वजन :सबसे पहले लें डॉक्टर की राय
प्रेग्नेंट होने की जानकारी मिलते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनसे सलाह लेनी चाहिए कि क्या वजन कम करने की जरुरत है? अगर आपकी सेहत ठीक है या वजन कम है तब भी डॉक्टर द्वारा बताएं गए टेस्ट करवाएं और फिर समझने की कोशिश करें की आपको वजन बढ़ाने की जरुरत है या नहीं। अगर डॉक्टर आपको वजन बढ़ाने के लिए कहते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर पूछें कि आपको गर्भावस्था में आहार में क्या शामिल करना चाहिए। साथ ही अधिक वजन होने पर आपको अपनी डायट में अधिक सावधानी रखने की जरूरत पड़ सकती है।
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2.प्रेग्नेंसी में वजन : एक्टिव रहें
प्रेग्नेंसी के दौरान सुस्त न रहें। खुश रहें और हल्के-फुल्के काम करते रहें। अक्सर महिलाओं के मन में ये बात आ जाती है कि प्रेग्नेंसी के दौरान आराम करना बेहतर होता है, लेकिन ये बात सही नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्टिव रहने के लिए कई काम किए जा सकते हैं। प्रेग्नेंसी में एक्टिव रहने के लिए आप घर के काम खुद ही करें। हां एक बात का ध्यान रखें कि ऐसी अवस्था में भारी सामान न उठाएं। अगर आपकी प्रेग्नेंसी में किसी प्रकार का कॉम्प्लिकेशन नहीं है तो आप घर के काम आसानी से कर सकती हैं, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि अगर आपको डॉक्टर ने आराम करने कि सलाह दी हो आराम ही करें। लापरवाही न करें।
3.योग (योगा)
प्रेग्नेंसी के दौरान योगा एक्सपर्ट्स और डॉक्टर की सलाह लेकर कुछ आसान योग करना चाहिए। ये शरीर को शिथिल नहीं पड़ने देगा और गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहा शिशु दोनों स्वस्थ रहेंगे। आप योगा करने के लिए एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं। ऐसा करने से आपको भी आसानी होगी। आप चाहे तो ऑनलाइन वीडियो की हेल्प से भी योगा सीख सकते हैं। प्रेग्नेंसी में वजन को कंट्रोल करने के लिए योगा आपके लिए उपयुक्त रहेगा।
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4.एक्सरसाइज
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज जैसे शब्द थोड़े भारी लगते हैं लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार आसान एक्सरसाइज की जा सकती है। टहलना या पैदल चलना भी आपको फिट रखेगा। आप वॉर्मअप से भी स्टार्ट कर सकती है। आप चाहे तो हफ्ते में एक से दो दिन एक्सरसाइज से शुरूआत कर सकते हैं। अनुलोम-विलोम से शुरूआत करेंगे तो बेहतर रहेगा। अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर या फिर मधुमेह की समस्या हो तो डॉक्टर से जानकारी लें आपको कैसी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
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5.आहार
पौष्टिक खाना तो सभी के लिए जरुरी है लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टिक खाना और ज्यादा खाना इसलिए भी जरुरी हो जाता क्योंकि गर्भ में पल रहा शिशु पूरी तरह से आपके आहार पर आश्रित होता है। आहार में फल, जूस, नारियल पानी, हरी सब्जी, दाल, चावल (ब्राउन राइस), रोटी, सलाद, अंकुरित अनाज और ड्राई फ्रूट्स जरूर शामिल करें। जंक फूड का सेवन ना करें। इससे वजन भी बढ़ेगा और बॉडी को नुकसान भी पहुंचेगा। आप डॉक्टर से डायट के बारे में जानकारी ले सकते हैं। अगर गर्भावस्था के दौरान आपका वजन अधिक है तो डॉक्टर उसी के अनुसार आपको डायट लेनी की सलाह दे सकता है। अगर वेट ज्यादा है तो बेहतर होगा कि आप खाने में फैट वाली चीजों को इग्नोर करें। साथ ही फाइबर से भरपूर फूड को खाने में शामिल करें।
6.पानी
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (NCBI) के अनुसार गर्भवती महिला को कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी प्रतिदिन पीना चाहिए। पानी का कम मात्रा में सेवन डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा कर सकता है। आप पानी के साथ ही तरल पदार्थों जैसे कि फलों का जूस, सब्जियों का सूप, नींबू पानी आदि का सेवन भी कर सकते हैं। अगर गर्मी ज्यादा है तो पानी में नमक और चीनी को डालकर पिए, इससे इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बना रहता है।
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7.गर्भावस्था में वेट: दूध
अगर आप वजन बढ़ाना नहीं चाहती हैं तो क्रीम वाले दूध का सेवन नहीं करें।नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (NCBI) के अनुसार अगर प्रेग्नेंसी के समय वजन सामान्य (ओवर वेट या अंडर वेट नहीं है ) है। तब भी 11 से 16 kg तक वजन बढ़ना जरुरी होता है। गर्भावस्था के दौरान बढ़ते वजन पर चिंता न करें बस ध्यान रखें कि वजन तेजी से ज्यादा न बढ़े।
अगर आपका वजन प्रेग्नेंसी के दौरान कम है तो डॉक्टर आपको वेट बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स दे सकते हैं। अगर आपका वेट प्रेग्नेंसी के दौरान ठीक है तो आपको पौष्टिक आहार लेने की जरूरत है। समय-समय पर जांच कराते रहे ताकि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान किसी कमी या फिर समस्या के बारे में जानकारी मिल सके। अगर किसी प्रकार का कॉम्प्लीकेशन हो तो प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से जानकारी जरूर लें। प्रेग्नेंसी में हल्के व्यायाम आपके शरीर को गतिशील रखने का काम करते हैं।
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