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Pregnancy 33rd Week : प्रेग्नेंसी वीक 33, जानिए लक्षण, शारीरिक बदलाव और सावधानियां

Pregnancy 33rd Week : प्रेग्नेंसी वीक 33, जानिए लक्षण, शारीरिक बदलाव और सावधानियां

प्रेग्नेंसी वीक 33 में गर्भस्थ शिशु का विकास

प्रेग्नेंसी वीक 33 में आपके शिशु का विकास कैसा है? (Pregnancy Week 33 in hindi)

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) या गर्भावस्था का 33वां सप्ताह के दौरान आपके शिशु का आकार एक अनानास जितना हो जाता है। जिसका आकार 43 सेंटीमीटर और वजन 1.9 किलोग्राम के करीब हो चुका होता है। डिलीवरी से पहले इन कुछ आखिरी हफ्तों में शिशु के दिमाग में मौजूद करोड़ों विकसित न्यूरॉन उसके गर्भाशय के वातावरण को समझने में मदद करते हैं। प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान आपका शिशु सुन, महसूस और कुछ हद तक देख भी सकता है। प्रेग्नेंसी वीक 33 के दौरान आपके शिशु की आंखों रोशनी को पहचान सकती हैं और पुतलियां रोशनी के मुताबिक सिकुड़ती और फैलती हैं। नवजात की तरह आपका शिशु अधिकतर समय सोता रहता है और आंखों को चलाता है। प्रेग्नेंसी वीक 33 के दौरान शिशु की हड्डियां और मजबूत होती हैं, जबकि खोपड़ी की हड्डियां लचीली रहती हैं।

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) या गर्भावस्था का 33वां सप्ताह तक शिशु का नर्वस सिस्टम लगभग विकसित हो चुका होता है। हालांकि, दिमाग शिशु के 24 साल के होने तक मैच्योर होता रहता है। जैसा कि आप जानते हैं कि इंसानी दिमाग सबसे बड़ा मैमलियन ब्रेन है और शिशु का जन्म थोड़ा अविकसित ब्रेन और नर्वस सिस्टम के साथ होता है।

शिशु के फेफड़े प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) या गर्भावस्था का 33वां सप्ताह तक लगभग पूरी तरह मैच्योर हो चुके होते हैं। इसके अलावा, शिशु को गर्म और सुरक्षित रखने के लिए उसके शरीर पर फैट की परत चढ़ती रहती है। डिलीवरी के आखिरी हफ्तों में शिशु का वजन काफी बढ़ता है।

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प्रेग्नेंसी वीक 33 में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन (Pregnancy Week 33 Body changes in hindi)

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) में आपके शरीर में कुछ बदलाव आ सकते हैं, क्योंकि इस समय आपके गर्भ में शिशु काफी जगह घेर रहा होता है। आपको अपनी चाल अस्थिर महसूस हो सकती है। इसके अलावा आपको सोने के लिए आरामदायक पोजीशन लेने में दिक्कत हो सकती है। आपको उंगलियों, कलाई और हाथों में दर्द और अकड़न की परेशानी हो सकती है। शरीर के अन्य टिश्यू की तरह आपकी कलाई के टिश्यू फ्लूड को बनाए रख सकते हैं। जिससे कार्पल टनल में प्रेशर बनता है। इस टनल के माध्यम से चलने वाली नसों में सुन्नपन, झुनझुनी या जलन और दर्द जैसी दिक्कत हो सकती है।

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) में अपनी कलाई को स्थिर रखने के लिए आप स्प्लिंट का प्रयोग कर सकती हैं या सोते हुए अपने हाथ के नीचे तकिया लगाकर सहारा ले सकती हैं। अगर आपके काम में हाथों या कलाई का ज्यादा प्रयोग है, जैसे- टाइपिंग करने आदि में तो समय-समय पर हाथों को स्ट्रेच करना न भूलें।

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प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान मुझे किन बातों के बारे में ध्यान रखना चाहिए?

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान अगर आपको अपने निप्पल्स से साफ, क्रीमी लिक्विड निकलता हुआ महसूस हो, तो चिंता न करें। यह लिक्विड दूध नहीं होता। दूध सिर्फ जन्म के कुछ दिन बाद ही निकलना शुरू होता है। निपल्स से साफ, क्रीमी या पीले से रंग का तरल पदार्थ निकलने का मतलब होता है कि आपका शरीर स्तनपान के लिए तैयार हो रहा है। यह तरल पदार्थ कोलोस्ट्रम होता है, जो कि दूध से पहले निकलने वाली प्री-मिल्क होता है।

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प्रेग्नेंसी वीक 33 में डॉक्टरी सलाह

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान मुझे डॉक्टर को क्या-क्या बताना चाहिए?

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) में डॉक्टर के बिना पूछे सोने के लिए नींद की दवाई न लें। क्योंकि, गर्भवती महिलाओं के लिए नींद की दवाई लेना असुरक्षित है। डॉक्टर पहले नींद की दवाई सेवन करने से आपको होने वाले फायदे और नुकसानों पर विचार करेगा और अगर उसका कोई अन्य विकल्प होगा तो उसके बारे में आपको सलाह देगा। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवाई का सेवन करने से आपको और आपके शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे शिशु को जन्मजात विकृतियों का सामना करना पड़ सकता है।

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प्रेग्नेंसी वीक 33 के दौरान मुझे किन टेस्ट्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए? (Pregnancy Week 33 Tests in hindi)

गर्भावस्था के नौवे महीने या प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) में आपको डॉक्टर कई बार डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा। प्रेग्नेंसी वीक 33 के दौरान डॉक्टर द्वारा करवाए जा रहे टेस्ट के नतीजे ज्यादा प्रामाणिक आते हैं। जिससे, डॉक्टर आपके शिशु के आकार और संभावित डिलीवरी डेट का सही आंकलन कर सकेगा। जरूरत के हिसाब से डॉक्टर आपके विभिन्न टेस्ट करवाने की सलाह दे सकता है।

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33)  में डॉक्टर द्वारा करवाए जाने वाले संभावित टेस्ट इस प्रकार हैं। जैसे-

  • वजन की जांच (इस समय आपका वजन बढ़ना बंद हो सकता है या घटना शुरू हो सकता है)
  • ब्लड प्रेशर की जांच (दूसरी तिमाही के मुकाबले इस समय उच्च हो सकता है)
  • यूरिन में ग्लूकोज और प्रोटीन की जांच
  • पैरों में वेरीकोज वेन और हाथों-पैरों पर सूजन की जांच
  • शिशु की हृदय गति
  • बाहर से यूट्रस के आकार की जांच
  • यूट्रस के ऊपरी हिस्से की लंबाई की जांच, जिसे फंडस कहते हैं
  • गर्भ में शिशु की पोजीशन की जांच, ताकि डिलीवरी के समय शिशु की स्थित का पता लग सके

हमारी सलाह है कि आप डॉक्टर के पास जाने से पहले डिलीवरी या लेबर से संबंधित अपने मन के सारे सवालों और चिंता की एक लिस्ट बना लें। ताकि, डॉक्टर के पास जाकर आपकी सारी शंकाओं का समाधान हो सके। डॉक्टर आपके होने वाले ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रेक्शन की फ्रीक्वेंसी और लास्टिंग टाइम का अनुमान लगा सकता है। इसके अलावा, डॉक्टर आपको होने वाले प्रेग्नेंसी के असामान्य लक्षणों की जांच कर सकता है, ताकि पता लगा सके कि उनके समाधान के लिए आपातकालीन चिकित्सा की जरूरत तो नहीं है।

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प्रेग्नेंसी वीक 33 में स्वास्थ्य और सुरक्षा

प्रेग्नेंसी वीक 33 के दौरान मुझे अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Pregnancy Week 33 Safety in hindi)

अगर आपको प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान कीड़े-मकोड़े के काटने का डर है, तो डॉक्टर से बात करके एक उचित और सुरक्षित कीड़े-मकोड़ों से बचाव करने वाले उत्पादों का उपयोग कर सकती हैं। आमतौर पर, गर्भावस्था के दौरान कीड़े-मकोड़ों को दूर करने वाले अधिकतर उत्पाद सुरक्षित होते हैं, लेकिन उपयोग करने से पहले उत्पाद पर लिखी हुई सावधानी को जरूर पढ़ें या डॉक्टर से बातचीत करें।

प्रेग्नेंसी वीक 33 (Pregnancy week 33) के दौरान किसी भी प्रकार की चीज (Cheese) का सेवन करने से पहले सावधानी बरतें। पाश्चराइज्ड मिल्क से बनी मुलायम चीज का सेवन करना सुरक्षित होता है। लेकिन, कुछ चीज कच्चे दूध से बनाई जाती हैं, जिनका सेवन असुरक्षित हो सकता है।

अगले आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी वीक 34 के बारे में बात करेंगे।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Stages of pregnancy – https://www.womenshealth.gov/pregnancy/youre-pregnant-now-what/stages-pregnancy – Accessed on 30/12/2019

What happens in the eight month of pregnancy? – https://www.plannedparenthood.org/learn/pregnancy/pregnancy-month-by-month/what-happens-eighth-month-pregnancy – Accessed on 30/12/2019

Stages of pregnancy –http://nhp.gov.in/healthlyliving/pregnancy – Accessed on 30/12/2019

Pregnancy – week by week – https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/pregnancy-week-by-week – Accessed on 30/12/2019

Fetal development –https://medlineplus.gov/ency/article/002398.htm – Accessed on 30/12/2019

Current Version

31/08/2021

Aamir Khan द्वारा लिखित

Updated by: Bhawana Awasthi


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Aamir Khan द्वारा लिखित · अपडेटेड 31/08/2021

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