प्रेग्नेंसी वीक 41 में गर्भस्थ शिशु का विकास
गर्भावस्था का 41वां सप्ताह: प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपके शिशु का विकास कैसा है?
प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपके शिशु का आकार 50 सेंटीमीटर और वजन 3.6 किलोग्राम हो जाता है। अधिकतर डॉक्टर किसी भी गर्भवती महिला को उसकी ड्यू डेट के गुजरने के दो हफ्ते बाद से ज्यादा डिलीवरी को नहीं टालते हैं, क्योंकि इससे आपको और आपके शिशु को जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेग्नेंसी वीक 42 या उसके बाद जन्मे शिशुओं को ड्राई, फ्लेकी और त्वचा पर झुर्रियां हो सकती हैं, इसके साथ उनके लंबे नाखून, बुशी हेयर और शरीर पर सीबम की मात्रा कम हो सकती है। इसके अलावा, शिशु कुपोषित हो सकता है और उसके फैट की परत पतली हो सकती है।
प्रेग्नेंसी वीक 41 के दौरान आपकी डिलिवरी की बहुत ज्यादा संभावना होती है। प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपके साथ-साथ आपके घरवाले और दोस्त भी आपके शिशु से मिलने के लिए बेसब्र हो रहे होते हैं। प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपका डॉक्टर लेबर इंडक्शन के लिए एक अपॉइंटमेंट रख सकता है। लेकिन, इसका निर्णय आपको स्वतंत्र रूप से लेना होता है। गर्भावस्था के 41वे सप्ताह (प्रेग्नेंसी वीक 41) के दौरान आपको किसी भी निर्णय लेने से पहले उसके खतरों और फायदों की जांच कर लेनी चाहिए। इस समय, आपके द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय सिर्फ आप पर ही नहीं, बल्कि आपके शिशु पर भी प्रभाव डालता है।
रिसर्च के मुताबिक, प्रेग्नेंसी वीक 42 से ज्यादा गई प्रेग्नेंसी में स्टिलबर्थ का खतरा थोड़ा सा बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी वीक 41 में लेबर का इंडक्शन करने से 410 में से 1 शिशु की जिंदगी बच सकती है। ऐसा कोई टेस्ट उपलब्ध नहीं है, जिससे यह पता चल सके कि प्राकृतिक लेबर के लिए शिशु को गर्भ में छोड़ देना चाहिए या जन्म के लिए लेबर इंडक्शन करना चाहिए। अगर आप लेबर इंडक्शन नहीं करवाना चाहती है, तो आपको प्राकृतिक डिलिवरी तक पोस्ट डेट्स मॉनिटरिंग दी जाएगी।
अगर, आपके डॉक्टर या दाई को शिशु के विकास और ग्रोथ को मॉनिटर करते हुए कोई चिंता की बात लगी, तो वो प्रेग्नेंसी वीक 41 में ही लेबर इंडक्शन के लिए कह सकते हैं। लेकिन, अब भी यह निर्णय पूरी तरह से आपका ही है। प्रेग्नेंसी वीक 43 तक लेबर हो ही जाता है। लेकिन, प्रेग्नेंसी वीक 41 में भी कुछ प्राकृतिक तरीकों को अपनाकर लेबर इंडक्शन किया जा सकता है।
और पढ़ें :गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने से हो सकते हैं कई फायदे
प्रेग्नेंसी वीक 41 में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन
गर्भावस्था का 41वां सप्ताह: प्रेग्नेंसी वीक 41 में मेरे शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं?
प्रेग्नेंसी वीक 41 में ड्यू डेट गुजर जाने पर भी गर्भवती होने पर आपको चिंता हो सकती है। प्रेग्नेंसी वीक 41 में प्राकृतिक रूप से लेबर होने की बहुत संभावना होती है। अगर ऐसा नहीं होता और डॉक्टर को प्रेग्नेंसी वीक 42 या उससे पहले प्रेग्नेंसी में कोई जटिलता लगती है, तो वो लेबर इंडक्शन के लिए कह सकता है।
और पढ़ें :– गर्भपात के बाद महिलाओं की बॉडी में होते हैं ये बदलाव, जान लें इनके बारे में
प्रेग्नेंसी वीक 41 में मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सिर्फ 5 से 6 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की प्रेग्नेंसी ड्यू डेट गुजरने के तीन या ज्यादा हफ्ते बाद तक खिंचती है। प्रेग्नेंसी वीक 42 या उसके बाद जन्मे बच्चों की त्वचा में ड्राई पैच हो सकते हैं और वो ओवरवेट हो सकते हैं। प्रेग्नेंसी वीक 41 या प्रेग्नेंसी वीक 42 से ज्यादा डिलिवरी के लिए इंतजार करने पर आपके गर्भ के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है और स्टिलबर्थ की संभावना भी होती है।
और पढ़ें :6 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट : इस दौरान क्या खाएं और क्या नहीं?
प्रेग्नेंसी वीक 41 में डॉक्टरी सलाह
प्रेग्नेंसी वीक 41 में मुझे डॉक्टर से क्या-क्या बताना चाहिए?
अगर प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपको लेबर नहीं होता तो डॉक्टर अगले हफ्ते आपको लेबर इंडक्शन के इंजेक्शन देने के बारे में बात कर सकता है। अधिकतर डॉक्टर ड्यू डेट से दो हफ्ते से ज्यादा गर्भवती महिलाओं की प्रेग्नेंसी नहीं जाने देते, क्योंकि इससे जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है।
और पढ़ें – 9 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट में इन पौष्टिक आहार को शामिल कर जच्चा-बच्चा को रखें सुरक्षित
[mc4wp_form id=’183492″]
प्रीनेटल टेस्टिंग
प्रेग्नेंसी वीक 41 में आपका डॉक्टर आपके सर्विक्स की स्थिति को देखते हुए लेबर इंडक्शन के तरीके के बारे में विचार कर सकता है। अगर आपका सर्विक्स पतला, मुलायम या खुलना शुरू नहीं करता, तो इसे डिलीवरी के लिए तैयार नहीं माना जाता। ऐसे मामले में, लेबर इंडक्शन से पहले डॉक्टर सर्विक्स को खोलने के लिए हॉर्मोनल या मैकेनिकल तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। आपकी स्थिति को देखते हुए, डॉकटर आपके मेंब्रेन को स्ट्रिप या रप्चर कर सकता है या ऑक्सीटोसिन जैसी दवाओं से आपके संकुचन शुरू करवा सकता है। अगर प्रेग्नेंसी वीक 41 में यह और डॉक्टर द्वारा अन्य तरीके काम नहीं आते, तो सी-सेक्शन ही विकल्प बच जाता है।
और पढ़ें- प्रसव के बाद फिट रहने के लिए फॉलो करें ये 5 Tips
प्रेग्नेंसी वीक 41 में स्वास्थ्य और सुरक्षा
प्रेग्नेंसी वीक 41 में अपनी सुरक्षा को लेकर मुझे क्या पता होना चाहिए?
शिशुओं के कपड़े धोना
शिशुओं के उपयोग की हर चीज चाहे वो कपड़े, ब्लैंकेट, खिलौने आदि को अच्छी तरह से धोना चाहिए और उसे सैनिटाइज किया जाए, ताकि शिशुओं द्वारा दोबारा इस्तेमाल करने पर उसे संक्रमण का कोई खतरा न हो। नए कपड़ों और बेड लीनन का मैटेरियल रफ होता है, इसलिए बच्चे को मुलायम मैटेरियल वाली चीजे देनी चाहिए। क्योंकि, अगर आप शिशु को जोर से हग भी कर लें, तो इससे भी उसकी नाजुक त्वचा इरिटेट हो सकती है। दूसरी तरफ, शिशु के खिलौनों को सैनिटाइज करना चाहिए, क्योंकि शिशु अपने खिलौने मुंह में भी डालते हैं जो कि सेहत के लिए चिंता का विषय हो सकता है। जन्म होने के कुछ दिनों तक नवजात का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है।
ओवरड्यू प्रेग्नेंसी
अगर प्रेग्नेंसी वीक 41 तक आपको लेबर नहीं हुआ है, तो कुछ हर्बल उपचार भी लेबर इंडक्शन में फायदेमंद हो सकते हैं। इसके अलावा, निप्पल स्टिमूलेशन और कैस्टर ऑइल की मदद से भी लेबर किया जा सकता है। लेकिन, यह उपचार सिर्फ संकुचन पैदा करते हैं, जो कि आपके और आपके शिशु के लिए थोड़ा दर्द भरा हो सकता है। अधिकतर मामलों में डॉक्टर ज्यादातर आपकी गर्भावस्था को प्रेग्नेंसी वीक 41 या प्रेग्नेंसी वीक 42 से ज्यादा लंबा नहीं जाने देते। क्योंकि, इससे आपके गर्भ में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और नवजात को त्वचा, बाल आदि संबंधित जन्मजात परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।अगले आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी वीक 42 के बारे में बात करेंगे।
उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको गर्भावस्था का 41वां सप्ताह से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपको किसी बात की जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से संपर्क करें।
[embed-health-tool-pregnancy-weight-gain]