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Herpes Simplex: हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस से किसको रहता है ज्यादा खतरा?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/04/2021

    Herpes Simplex: हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस से किसको रहता है ज्यादा खतरा?

    साथी पर भरोसा करने वाले ज्यादातर कपल्स सेक्स के दौरान इन्फेक्शन के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते हैं। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि प्रोटक्शन के बिना सेक्स करने से आपको इन्फेक्शन के साथ ही जानलेवा बीमारी भी हो सकती है। यानी आप या आपका साथी बुरी तरह से संक्रमित हो सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि जब साथी भरोसेमंद है, तो बिना प्रोटक्शन के सेक्स करने से इन्फेक्शन भला कैसे फैल सकता है? आज हम आपको ऐसे वायरस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के संपर्क मात्र से फैल सकता है और यौन संबंध बनाते समय पार्टनर तक भी पहुंच सकता है। हम बात कर रहे हैं हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस की।

    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (herpes simplex virus) शरीर को संक्रमित करता है और जननांग के बाहरी भाग व त्वचा में घाव का कारण बनता है। हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस को एचएसवी (HSV) के नाम से भी जानते हैं। हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस दो प्रकार के होते हैं। पहला एचएसवी-1 (HSV-1), जो ओरल हर्पीस का कारण बनता है और मुंह के आसपास घाव और बुखार के लिए जिम्मेदार होता है। हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस का दूसरा प्रकार है एचएसवी-2 (HSV-2), जो जेनिटल हर्पीस का कारण बनता है और जननांगों में घाव को जन्म देता है। अगर आपको हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस के बारे में जानकारी नहीं है, तो आप इस आर्टिकल के माध्यम से वायरस के संक्रमण, लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) का संक्रमण कैसे फैलता है?

    जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि हर्पीस सिम्पलेक्स संक्रामक रोग फैलाता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। बच्चे भी इस संक्रमण से संक्रमित हो सकते हैं और संक्रमण को फैलाने में मदद कर सकते हैं। जानिए एचएसवी -1 कैसे फैलता है।

    एचएसवी -1 (HSV 1)

    एचएसवी -1 (HSV 1) वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत आसानी से फैल सकता है। अगर आप संक्रमित व्यक्ति के साथ एक बर्तन में खाना खाते हैं या फिर लिप बाम शेयर करते है, तो ये वायरस दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है। किस (kiss) करने पर भी ये वायरस आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है। एचएसवी -1 (HSV 1) वायरस से जेनिटल हर्पीस (genital herpes) होने की भी संभावना रहती है।

    एचएसवी -2 (HSV 2)

    एचएसवी -2 (HSV 2) वायरस यौन संबंध बनाने के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। अगर ओरल सेक्स किया जाता है, तो भी लार ये वायरस व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। सेक्स के दौरान प्रोटक्शन यानी कॉन्डम का इस्तेमाल आपको बीमारी से बचाने में मदद कर सकता है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।

    हर्पीस सिम्पलेक्स के कारण ये लक्षण आ सकते हैं नजर (Herpes Simplex Virus Symptoms )

    हर्पीस सिम्पलेक्स के इन्फेक्शन से जरूरी नहीं है कि आपके शरीर में लक्षण नजर आएं। कुछ लोग बिना लक्षण के दूसरे व्यक्तियों में संक्रमण फैला सकते हैं। जानिए संक्रमण के दौरान कौन-से लक्षण नजर आ सकते हैं।

    • मुंह में या गुप्तांग में घाव
    • यूरिनेशन के दौरान दर्द
    • घाव के स्थान में खुजली
    • बुखार आना
    • लिम्फ नोड्स में सूजन
    • थकान
    • सिरदर्द
    • भूख न लगना
    • आंखों में संक्रमण के लक्षण
    • आंखों में दर्द
    • आंखों में किरकिरापन
    • आंखों से डिस्चार्ज निकलना

    एचएसवी का संक्रमण आंखों में भी फैल सकता है, जिसे हर्पीस केराटाइटिस (herpes keratitis) कंडीशन कहते हैं। इस कारण से आंखों में भी दर्द के साथ ही डिस्चार्ज की समस्या होने लगती है। आप जांच के दौरान डॉक्टर को इस समस्या के बारे में जरूर बताएं।

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    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (Herpes simplex virus) का किसे रहता है अधिक खतरा?

    (herpes simplex virus) हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस

    हम जानते हैं कि आपके मन में ये प्रश्न जरूर आ रहा होगा कि आखिर हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस या एचएसवी का रिस्क किन लोगों को अधिक होता है? हर्पीस सिम्पलेक्स किसी भी उम्र में संक्रमित कर सकता है। आपका जोखिम पूरी तरह से संक्रमण के एक्सपोजर के पर निर्भर करता है। जो लोग बिना प्रोटक्शन यानी कॉन्डम आदि का इस्तेमाल किए बिना ही शारीरिक संबंध बनाते हैं, उन लोगों में संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। जानिए इस संक्रमण के जोखिम के अन्य कारणों के बारे में।

    • कई लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाना
    • कम उम्र में सेक्स करना
    • महिला होने के कारण संक्रमण का अधिक खतरा
    • अन्य सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन के कारण
    • कमजोर इम्यून सिस्टम

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    अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस से संक्रमित हो जाती है, तो अधिक संभावना है कि उसका होने वाला बच्चा एचएसवी के दोनों प्रकार के वायरस से संक्रमित हो जाए। ऐसे में बच्चे को सीरयस कॉम्प्लीकेशन होने की संभावना बढ़ जाती है। बेहतर होगा कि संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं और संक्रमण का इलाज कराएं।

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    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस को कैसे किया जाता है डायग्नोस? (Diagnosis Of Herpes Simplex Virus)

    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस को डायग्नोज करने के लिए डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन (physical examination) करते हैं। डॉक्टर आपसे जननांगों में हुए घावों के बारे में जानकारी लेंगे। साथ ही डॉक्टर एचएसवी टेस्टिंग भी करेंगे। इसे हर्पीस कल्चर के नाम से भी जाना जाता है। फिर डॉक्टर घाव के फ्लूड को टेस्ट के लिए लेबोरेट्री भेजते हैं।  HSV-1 और HSV-2 की जांच के लिए ब्लड टेस्ट भी किया जा सकता है। आप इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।

    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस ट्रीटमेंट (Herpes Simplex Virus Treatment)

    हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस का कोई इलाज नहीं है। संक्रमण के कारण हुए घावों को दवा के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर आपको कुछ दवाएं जैसे कि एसाइक्लोविर (acyclovir), फेमसाइक्लोविर (famciclovir), वालासाइक्लोविर (valacyclovir) आदि खाने की सलाह दे सकते हैं। दवा का सेवन वायरस के लक्षणों को कम करने में मदद करता है और अन्य लोगों के संक्रमित होने के खतरे को कम करता है। दवाओं के साथ ही आपको घाव में लगाने के लिए क्रीम भी दी जाएगी, जो प्रभावी असर दिखाती हैं। डॉक्टर आपको इन्जेक्शन भी दे सकते हैं। हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस जीवनभर रहता है। वायरस संक्रमित व्यक्ति की नर्व में रहता है। हो सकता है कि व्यक्ति को कुछ समय बाद वायरस के लक्षण नजर न आएं। कुछ लोगों को समय-समय पर वायरस के लक्षण नजर आ सकते हैं। धूप में जाने से, स्ट्रेस, मेंस्ट्रुअल पीरियड्स के दौरा या फीवर आदि को ये वायरस ट्रिगर कर सकता है।

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    हर्पीस इन्फेक्शन (Herpes Infection) से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

    संक्रमण से बचने के लिए आपको कुछ सावधानियां रखनी होगी। रोजमर्रा की लाइफ में हम लोग छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें और हाइजीन का ख्याल रखें, तो कई माइक्रोऑर्गेनिज्म से बचाव हो सकता है।

    • ओरल सेक्स और किसिंग इस वायरस को फैलाने का काम कर सकते हैं। अगर आपके पार्टनर को संक्रमण है, तो ओरल सेक्स और किंसिंग बिल्कुल न करें।
    • अगर आपके पार्टनर या फिर घर में किसी भी व्यक्ति को संक्रमण है, तो उसकी चीजों का इस्तेमाल न करें और न ही उसे अपनी चीजें दें।
    • अगर आपके होंठ के आसपास दाने या फफोले आ गए और उनसे पानी निकल रहा है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। जननांगों में घाव होने पर इग्नोर न करें और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
    • इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए पौष्टिक आहार लेने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में नींद लें।
    • हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस से संक्रमित हैं, तो सेक्स करने से बचें वरना आपके पार्टनर को भी ये संक्रमण हो सकता है।
    • वॉशरूम का यूज करने के बाद हाथों की सफाई अच्छी तरह से करें।

    अगर आपको मुंह के आसपास छाले या घाव नजर आ रहे हैं या प्राइवेट पार्ट के बाहरी हिस्सों में खुजली के साथ ही घाव हो गया हो, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस से संबंधित ये आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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