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जानिए सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम क्या होते हैं?

जानिए सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम क्या होते हैं?

यह कहना गलत नहीं होगा की वैवाहिक जीवन में सेक्स लाइफ (Sex life) का अच्छा होना और दोनों पार्टनर का संतुष्ट होना बहुत जरूरी होता है। वर्तमान समय में सेक्स एक ऐसा टॉपिक बन गया है, जिसके बारे में सभी को बात करना अच्छा लगता है। बहुत ही कम ऐसे लोग होते हैं, जिनको सेक्स के बारे में बात करना पसंद नहीं होता है। जिन लोगों में सेक्शुअल डिजायर नहीं होता है या सेक्स ड्राइव (Sex drive) में कमी होती है, वो लोग अक्सर अपने मन की बात खुलकर सामने नहीं रख पाते हैं। ऐसे बहुत से वैवाहिक जोड़े हैं, जिसमें महिला पार्टनर में सेक्शुअल डिजायर कम होता है। लेकिन सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम कई तरह से हो सकते हैं कई बार दोनों की सेक्स लाइफ अच्छी नहीं होती है, तो कई बार सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम से वैवाहिक जोड़े में मन मुटाव होने लगते हैं। सेक्स ड्राइव में कमी या लो सेक्शुअल डिजायर (Sexual desire) के कई कारण हो सकते हैं। कई बार यह आपके हॉर्मोन के कारण हो सकता है, तो कई बार यह आपकी इच्छा पर निर्भर पर करता है। आज इस आर्टिकल में हम ऐसे ही कुछ समस्याओं के निवारण लेकर आए हैं, जिसमें सेक्स ड्राइव में कमी (Low sex drive) और लो सेक्शुअल डिजायर शामिल है।

महिलाओं में लो सेक्शुअल डिजायर के कारण (Cause of low Sexual desire in female) 

महिलाओं में लो सेक्शुअल डिजायर (Low sexual desire in female) होना, उनके वैवाहिक रिश्ते के लिए अच्छा संकेत नहीं होता है। दरअसल प्रत्येक पुरूष की यह चाहत होती है कि उसकी पार्टनर बहुत रोमांटिक हो। वैसे महिलाओं में लो सेक्स ड्राइव के कई संभावित कारण हैं, जिनमें हायपोएक्टिव सेक्शुअल डिजायर डिसार्डर (HSDD), मेडिकल इशू, इमोशनल या साइकोलॉजिकल समस्याएं, काम या परिवार से संबंधित तनाव (Tension) शामिल है। लेकिन आपके लिए अच्छी बात यह है कि लो सेक्स ड्राइव (Low sex drive) के मूल कारण को जानकर उसके उपचार के लिए विकल्प निकाले जा सकते हैं। नीचे लिखी गई स्थितियां और दवाएं संभावित रूप से महिलाओं में सेक्स ड्राइव को कम कर सकती हैं। जो इस प्रकार है।

  • क्रॉनिक या फिजिकल पेन होना जो किसी मेडिकल कंडिशन से जुड़ा हो सकता है।
  • वुलवोडीनिया जैसी स्थितियां अक्सर दर्दनाक सेक्स का कारण बनती हैं, लो सेक्स ड्राइव का कारण यह भी हो सकता है।
  • अवसाद (Depression) और चिंता (Tension) विकार का होना
  • योनि और गर्भाशय में रक्त का प्रवाह कम होना
  • हॉर्मोन की कमी (टेस्टोस्टेरोन का कम होना)
  • हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव 
  • एंटीडिप्रेसन्ट पिल्स
  • अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होना
  • ब्लड प्रेशर (Blood pressure) की दवाएं लेना
  • मधुमेह (Diabetes), हायपोथायरॉइड (Hypothyroid), गठिया (Arthritis), एनीमिया (Anaemia), हृदय रोग (Heart problem), न्यूरोलॉजिकल विकार जैसे मेडिकल कंडिशन होना।
  • हिस्टेरेक्टॉमी या प्रजनन संबंधी किसी सर्जरी के बाद रक्त वाहिकाओं या नसों में चोट लगना।
  • मेनोपॉज (Menopause), गर्भावस्था (Pregnancy) या स्तनपान (Breastfeeding) के कारण भी महिलाओं में लो सेक्स ड्राइव (Low sex drive) हो सकता है।

नोट: ऐसे मामलों में जहां एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाएं, लो सेक्स ड्राइव का कारण बनती हैं, तब ऐसी स्थिति में आपका डॉक्टर कम साइड इफेक्ट वाले दवा या दूसरा कोई सुझाव दे सकता है। अपने डॉक्टर से परामर्श किए बिना अपनी दवाएं लेना बंद न करें।

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महिलाओं में लो सेक्शुअल डिजायर के लक्षण (Symptoms of Low Sexual desire)

लो सेक्शुअल डिजायर यानि सेक्स की इच्छा में कमी को मेडिकल टर्म में हाइपोएक्टिव सेक्शुअल डिजायर डिसऑर्डर (HSDD) कहा गया है, हालांकि इस बात पर अभी भी विवाद है कि किसी महिला की सेक्स ड्राइव की कमी को विकार के रूप में देखा जाना चाहिए या नहीं। शोध में पाया गया है कि महिलाओं में सेक्शुअल डिजायर और पुरूषों में सेक्शुअल डिजायर का लेवल अलग होता है। हाइपोएक्टिव सेक्शुअल डिजायर डिसार्डर के कुछ लक्षणों में शामिल है-

  • सेक्स या जननांग उत्तेजना से आनंद प्राप्त करने में कठिनाई होना (Difficulty obtaining pleasure from sex or genital stimulation)
  • सेक्स शुरू करने में इंट्रेस्ट न होना (Disinterest in initiating sex )
  • पार्टनर पसंद न होना (Not liking the partner)
  • यौन गतिविधि में रुचि की कमी होना (Lack of interest in sexual activity )
  • नॉन-एक्जिस्टेंट सेक्शुअल या कल्पनाएं (Non-existent sexual thoughts or fantasies)
  • फोर प्ले में कमी (Lack of foreplay)

महिलाओं में सेक्शुअल डिजायर की कमी (Low Sexual desire) होने के पर्सनल फैक्टर

दैनिक जीवन के तनाव से आपकी सेक्शुअल डिजायर पर असर पड़ सकता है। कई महिलाओं में लो सेक्शुअल डिजायर होता है, क्योंकि वे मां बनने के बाद बच्चों को संभालने या अपने बाकी दिनचर्या के कार्य से बहुत अधिक व्यस्त रहती है और दिन के अंत में थक जाती हैं। असल में महिला जब मां बन जाती है तब शादी से ज्यादा उनका ध्यान उनके बच्चे पर केंद्रित हो जाता है। बच्चे के जन्म के बाद महिला के शरीर में कई परिवर्तन होते हैं जिसके कारण भी लो सेक्स डिजायर हो सकता है। 

  • यह एक बड़ा फैक्ट है कि “परिवार या काम का तनाव आपकी कामेच्छा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है”, क्योंकि जब वह रात में फ्री होती हैं तब दिन के अंत में उनकी प्राथमिकता सेक्स नहीं बल्कि नींद होती है। 
  • जो लोग धूम्रपान करते हैं,अधिक शराब पीते हैं या किसी प्रकार की दवाओं का सेवन करते हैं, उनके सेक्स ड्राइव में कमी आ सकती है। 
  • काम के तनाव के कारण भी सेक्शुअल डिजायर में कमी होने लगती है।

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महिलाओं में लो सेक्शुअल डिजायर की कमी (Low Sexual desire) होने के रिलेशनशिप फैक्टर

महिलाएं ज्यादातर बहुत इमोशनल होती हैं, इसलिए एक अच्छी सेक्स लाइफ के लिए उनका अपने पार्टनर के साथ इमोशनल कनेक्शन होना बेहद आवश्यक होता है। ऐसे कई कारण हैं जो महिलाओं के लो सेक्स ड्राइव का कारण बनते हैं। जो इस प्रकार से हैं-

  • सेक्स करते समय अपने पति को पनिश या कंट्रोल करने की इच्छा के कारण यह हो सकता है।
  • रिश्ते में कोई एक पार्टनर धोखा दे रहा हो।
  • महिला पार्टनर के ऑर्गैज्म के बारे में न सोचना।
  • लंबे समय से रिश्ते में हो रही लड़ाई-झगड़े।
  • रिश्ते में एक दूसरे पर हावी होना।
  • महिलाओं को कडलिंग या फोरप्ले दिए बिना सेक्स करना भी उनमें लो सेक्स ड्राइव का कारण हो सकता है।

महिलाओं में लो सेक्स ड्राइव का उपचार (Treatment for Low Sex drive) 

लो सेक्स ड्राइव का पूरी तरह से इलाज तब-तक नहीं किया जा सकता है, जब तक लो सेक्स ड्राइव होने का सही कारण न पता चल जाए। इसका सही कारण पता चलने पर लो सेक्स ड्राइव का सही रूप से उपचार किया जा सकता है। निम्नलिखित दो स्तंभ आपके चिकित्सक द्वारा आपके कामेच्छा को बढ़ाने के लिए बताए जा सकते हैं। आमतौर पर दो ऐसी चीजें हैं जो लो सेक्स ड्राइव का उपचार कर सकती हैं, वह हैं-

लाइफस्टाइल में बदलाव से बढ़ाए लो सेक्स ड्राइव  (Healthy lifestyle for Low sex drive)

  • यदि महिलाओं के लो सेक्स ड्राइव का कारण स्पष्ट रूप से तनाव है तो आपका चिकित्सक या सलाहकार द्वारा आपकी समस्या को सुलझाने में मदद की जा सकती है। आपका डॉक्टर किसी भी समस्या को दूर करने के लिए एक योजना का सुझाव दे सकता है जो आपके रिश्ते को बेहतर कर सकता है।
  • इसमें आप और आपका साथी किसी भी समस्या को हल करने के लिए एक चिकित्सक से संपर्क करते हैं। जिसमें एक चिकित्सक टीम आपको यह सिखाने में मदद कर सकता है कि अपने साथी के साथ बेहतर तरीके से बात कैसे करें और अपने साथी को अधिक सुखद का अनुभव कैसे कराएं जिससे आपका रिश्ता मजबूत हो सके। 
  • आपके जीवनशैली में बदलाव जैसे कि नियमित रूप से व्यायाम करना, माइंडफुलनेस आधारित कार्य करना, तंबाकू और शराब से परहेज करना या सेक्स में नई-नई चीजें ट्राई करना जैसे, सेक्स टॉयज, नए पोजिशन या रोल-प्लेइंग का उपयोग करना। ये सभी तनाव को कम करने और सेक्स ड्राइव में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
  • जीवनशैली में बदलाव के अलावा महिलाओं के खान-पान में परिवर्तन से भी उनके लो सेक्स ड्राइव के समस्या में सुधार किए जा सकते हैं।
  • सेक्स ड्राइव बढ़ाने के लिए आपको एल्कोहॉल और धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए।

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दवाओं के साथ लो सेक्स ड्राइव का उपचार

दवाओं से भी लो सेक्स ड्राइव का इलाज किया जा सकता है, हालांकि, दुर्भाग्य से, महिलाओं के लिए चिकित्सक उपचार उतने सफल नहीं हुए हैं जितना कि वे पुरुषों के लिए हो रहे हैं।

  • योनि में रक्त के प्रवाह में कमी के कारण, कई प्रीमेनोपॉजल (Premenopausal) और पोस्टमेनोपॉजल (Postmenopausal) महिलाओं के एस्ट्रोजेन लेवल में परिवर्तन कर सकता है। यदि कम एस्ट्रोजेन (Estrogen) का स्तर आपके एचएसडीडी (HSDD) लक्षणों का कारण है, तो आपका डॉक्टर एक क्रीम, सपोजिटरी या रिंग का उपयोग करके एस्ट्रोजेन थेरिपी की सिफारिश कर सकता है।
  • ओ-शॉट नाम का एक इंजेक्शन, ओ-शॉट ट्रीटमेंट प्लेटलेट रीच प्लाज्मा (PRP) के लिए उपयोग किया जाता है, जो मरीज के प्लेटलेट्स की एकाग्रता है। इसमें एक्टिव प्लेटलेट्स को नए सेल विकास में प्रोत्साहित करने के लिए आपके योनि और क्लिटोरल क्षेत्र में इंजेक्शन के माध्यम से लगाया जाता है।
  • इरोस क्लिटोरल थेरेपी डिवाइस, या इरोस-सीटीडी एक उपकरण है, जिसका उपयोग वैक्यूम सिस्टम का उपयोग करके क्लिटोरिस और जननांग में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। एरोस (EROS) थेरिपी को एफडीए द्वारा अप्रैल 2000 में यौन उत्तेजना और संभोग संबंधी विकारों के इलाज के लिए मंजूरी दे दी गई थी।

हैलो स्वास्थ्य आपको किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं प्रदान करता है।  सेक्स से जुड़े किसी भी मुद्दे पर अगर आपका कोई सवाल है, तो कृपया इस बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

सेक्स ड्राइव में कमी (Low Sex drive) के परिणाम

इस बात में कोई शक नहीं है कि एक सफल रिश्ते के लिए खुशहाल यौन जीवन बहुत मायने रखता है। कोई भी व्यक्ति नीरस सेक्स लाइफ की इच्छा नहीं रखता है। एक अच्छी सेक्स लाइफ में स्टेमिना बहुत मायने रखता है। सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम इस प्रकार आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं।

  • यदि आपको लो सेक्स ड्राइव (Low sex drive) है, तो सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम कई बार रिश्ते में तनाव पैदा कर देते हैं।
  • इसमें पार्टनर्स खुलकर एक दूसरे से बात नहीं कर पाते हैं।
  • पार्टनर्स के बीच में दूरी आ जाती है।
  • कई बार पार्टनर्स दूसरों की ओर आकर्षित होने लगते हैं।
  • सेक्स ड्राइव में कमी के परिणाम अवसाद का कारण बन सकता है।

ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट (Supliment) का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

26/02/2021

shalu द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


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फार्मेसी · Hello Swasthya


shalu द्वारा लिखित · अपडेटेड 26/02/2021

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