अंजली की शादी को एक साल हो गए हैं लेकिन, आज भी उसे सेक्स के समय दर्द (Pain during sex) होता है। जिसकी वजह से वह हमेशा शारीरिक संबंध बनाने से बचती है। इसका असर उनके रिश्ते पर भी दिखने लगा था। अंजली के पति को भी अब इस बात ने परेशान करना शुरू कर दिया कि इसके पीछे की वजह क्या है। दोनों ने फिर डॉक्टर से संपर्क किया जहां अंजली ने सेक्स के दौरान होने वाले दर्द (Pain) के बारे में बताया। डॉक्टर ने जांच के बाद दर्द (Pain) के विभिन्न कारणों के बारे में बताया।
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सेक्स के दौरान दर्द के हैं कई कारण (Pain during sex)
दरअसल, पेनेट्रेशन के दौरान कई महिलाओं में दर्द की समस्या होती है। इसे मेडिकल भाषा में डिस्परेयूनिया (dyspareunia) कहा जाता है। सेक्स के समय दर्द कभी-कभी कपल्स की सेक्स लाइफ (Sex life) में भी समस्याएं पैदा कर सकता है। दर्द का मुख्य कारण स्त्री का उत्तेजित न होना भी हो सकता है, जिससे संबंध बनाने में परेशानी होती है। इसके अलावा भी कुछ कारण होते हैं।
महिलाओं में दर्दनाक सेक्स के कारण क्या हैं? (Cause of pain during sex)
यदि वजायनल (योनि में) लुब्रिकेशन न हो, तो इंटरकोर्स के दौरान महिला को दर्द का सामना करना पड़ सकता है। यह काफी आम समस्या है। ऐसे में, यदि फोरप्ले (Foreplay) का समय बढ़ा दिया जाए तो परेशानी से बचा जा सकता है।
कुछ मामलों में, महिला दर्दनाक सेक्स का अनुभव कर सकती है जैसे-
वैजिनिस्मस (Vaginismus) यानी योनि का संकुचन
योनि का संकुचन एक ऐसी स्थिति है जहां महिलाओं के लिए सेक्स बहुत ही दर्दभरा हो जाता है। वैजिनिस्मस एक सेक्शुअल प्रॉबल्म (Sexual problem) है जहां टैम्पोन जैसी चीजों को भी इन्सर्ट करने में परेशानी होती है। योनि की मांसपेशियों में संकुचन की वजह से संभोग दर्दनाक हो सकता है।
योनि में संक्रमण (Vaginal infection)
कुछ बैक्टीरिया आमतौर पर आपकी योनि में पाए जाते हैं, जिसमें शामिल है “यीस्ट”। यीस्ट इंफेक्शन से जलन, खुजली, सूजन और डिस्चार्ज हो सकता है। वजाइनल इंफेक्शन के चलते सेक्स के समय दर्द हो सकता है।
गर्भाशय ग्रीवा की समस्याएं (गर्भाशय का खुलना)
इस तरह के मामले में, पेनेट्रेशन के दौरान लिंग गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंच सकता है। लिंग का ज्यादा गहराई तक पहुंचना, दर्द के साथ ही संक्रमण (Infection) का कारण भी बन सकता है।
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एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis):
महिलाओं में संभोग के दौरान दर्द होने का एक बहुत बड़ा कारण एंडोमेट्रियोसिस है। एंडोमेट्रियोसिस के दौरान होने वाले दर्द को पीरियड (Emmenia) के दौरान होने वाले दर्द जैसा समझकर लापरवाही बरतती हैं, जिसके कारण यह बीमारी बढ़ जाती है।
अंडाशय (ओवरी) की समस्याएं
अंडाशय (Ovaries) की समस्याएं भी सेक्स के समय दर्द का कारण बनती हैं। ओवरी पर अल्सर या सिस्ट होने के कारण यौन संबंध के दौरान दर्द हो सकता है।
पेल्विक इन्फ्लमेट्री डिजीज (श्रोणि सूजन) (PID)
पीआईडी के अंतर्गत, आपके अंदरूनी टिशू में सूजन आ जाती है और संभोग के समय दर्द होता है।
एक्टापिक (अस्थानिक) गर्भावस्था
एक्टापिक गर्भावस्था में एक निषेचित अंडा गर्भाशय के बाहर विकसित होने लगता है। इसकी वजह से इंटरकोर्स (Intercourse) के दौरान दर्द हो सकता है।
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मेनोपॉज (Menopose)
मेनोपॉज यानी मासिक धर्म (Periods) का बंद हो जाना, ऐसे में वजाइनल लाइन्स से नमी खो जाती है। लुब्रिकेशन की कमी के चलते शारीरिक संबंध के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है।
यौन संचारित रोग
इनमें हर्पीज या अन्य एसटीडी (STD) की वजह से इंटरकोर्स के दौरान दर्द का कारण बन सकते हैं।
योनि में चोट
बच्चे के जन्म के दौरान लगा चीरा सेक्स के दौरान दर्द का कारण बन सकता है।
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वुलवोडायनिया (Vulvodynia)
यह महिला के बाहरी यौन अंगों को प्रभावित करता है जिसे “वुलवा” vulva कहा जाता है। जिसकी वजह से सेक्स के समय दर्द का अनुभव होता है।
सर्जरी या प्रसव के तुरंत बाद संभोग भी दर्द का कारण बन सकता है।
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महिलाओं में पेनफुल सेक्स के क्या लक्षण हो सकते हैं? (Symptoms of painful sex)
महिलाओं में पेनफुल सेक्स के कुछ लक्षण निम्नलिखित है:
- रक्तस्राव (मासिक धर्म का बंद हो जाना)
- जननांग घाव
- अनियमित पीरियड्स (Irregular periods)
- योनि में जलन, खुजली या सूजन
- वजायनल ब्लीडिंग (Vaginal bleeding)
- योनि में संकुचन
- वजायना की मांसपेशियों (Vaginal muscles) में खिंचाव या ऐंठन
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महिलाओं में दर्दनाक सेक्स का इलाज कैसे किया जा सकता है? (Treatment of pain during sex)
महिलाओं में सेक्स के दौरान होने वाले दर्द के लिए कई बार चिकित्सीय उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण के लिए, गर्भावस्था के बाद शारीरिक संबंध के दर्द से बचने के लिए कम से कम छह सप्ताह बाद यौन संबंध (Sexual relation) बनाने चाहिए। पेनफुल सेक्स से बचने के लिए वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
कई महिलाओं को दर्द के लिए डॉक्टरी इलाज की आवश्यकता होती है। यदि योनि में सूखापन रजोनिवृत्ति के कारण है, तो डॉक्टरी सलाह से एस्ट्रोजन क्रीम या दवाओं का इस्तेमाल करें। सेक्स के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होने पर, अवश्य ही डॉक्टर से संपर्क करें। यौन सम्बन्धी दर्द के मामलों में जहां दवा की आवश्यकता नहीं है, वहां सेक्सशुअल थेरिपी सहायक हो सकती है।
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क्या घरेलू उपचार सेक्स के समय दर्द (Pain during sex) से राहत देने में मदद करते हैं?
चिकनाई वाले जेल को बाहरी यौन अंगों, वल्वा और लेबिया में लगाने के साथ-साथ वजायना में चिकनाई वाले उत्पादों का उपयोग करना कुछ महिलाओं के लिए मददगार साबित हो सकता है। इस संभोग के दौरान दर्द (Pain during intercourse) कम हो जाता है। वहीं नेचुरल लुब्रिकेशन के लिए वाइब्रेटर्स या डिल्डो जैसे सेक्स टॉयज भी उपयोगी हो सकते हैं। किसी भी वजायनल डाइलेटर (Vaginal dilators) का इस्तेमाल करने से पहले महिला को अपने हेल्थ केयर प्रोफेशनल से बात करनी चाहिए।
आमतौर पर सेक्स में दर्द (Pain after sex) होना महिलाओं में सामान्य है। लेकिन संभोग के दौरान लागातार दर्द की समस्या आ रही हो, तो ऐसे में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। क्योंकि, इस प्रकार की समस्या अंदरुनी सूजन या किसी गंभीर चोट के कारण भी हो सकता है।
सेक्स या प्राइवेट ऑर्गेन से जुड़ी परेशानियों को ज्यादातर लोग इग्नोर कर देते हैं। ऐसा करना अनजाने में किसी गंभीर बीमारी को दावत देने से कम नहीं है। इसलिए अगर सेक्स के दौरान दर्द जैसी परेशानियों का अगर कर रहीं हैं सामना, तो अपने पार्टनर से इस बारे में बात करें और डॉक्टर से जल्द से जल्द कनसल्ट करें।
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