बाउल मूवमेंट के गड़बड़ होने से शरीर में कई समस्याएं दिखाई दे सकती हैं। एक्ने के आते ही एक नहीं बल्कि कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं। आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि क्या पेट के साफ होने या फिर न होने का संबंध एक्ने से है, तो आप बिल्कुल सही सोच रहे हैं। कब्ज के कारण एक्ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपका पेट रोजाना साफ नहीं होता है, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर का डिटॉक्सीफिकेशन सिस्टम सही से नहीं हो पा रहा है। बाउल मूवमेंट में समस्या आपकी गट हेल्थ को खराब कर सकता है। बाउल मूवमेंट के खराब होने से एक्ने जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार, ‘ बारह से चौबीस वर्ष की आयु के बीच करीब 85% लोगों को एक्ने की समस्या से गुजरना पड़ता है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि एक्ने की समस्या का मुख्य कारण स्किन की समस्या न होकर डायजेशन से जुड़ा हो सकता है। अगर डायजेशन को दुरस्त रखा जाए, तो काफी हद तक एक्ने की समस्या से राहत मिल सकती है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक्ने और बाउल मूवमेंट के बीच में संबंध के बारे में जानकारी देंगे। जानिए कैसे बाउल मूवमेंट में गड़बड़ी एक्ने का कारण बन सकती है।
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बाउल मूवमेंट और एक्ने का क्या है संबंध?
बाउल मूवमेंट का एक्ने संबंध जानने के लिए आपको पहले कुछ अहम बातों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। हमारे शरीर में पसीना, मल, मूत्र के माध्यम से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। टॉक्सिन्स का मतलब विषैले पदार्थों से है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर किसी कारण से यूरिन नहीं होती है या फिर स्टूल पास करने में समस्या होती है, तो शरीर से विषाक्त पदार्थों के निकलने में दिक्कत होगी। कब्ज की समस्या में स्टूल पास नहीं होता है। हो सकता है कि व्यक्ति को दो से तीन या अधिक दिनों तक स्टूल न हो। इस कारण से शरीर में विषाक्त पदार्थ बढ़ते जाते हैं। जिन लोगों को पुराने कब्ज की समस्या होती है, उन्हें भी एक्ने की समस्या हो सकती है। अगर कब्ज की समस्या से राहत मिले तो, एक्ने की समस्या से भी राहत मिल सकती है।
कब्ज की समस्या के कारण बीटा-ग्लुकुरोनाइडेस (beta-glucuronidase) का ओवरप्रोडक्शन होता है। ये एस्ट्रोजन को रीएक्टिवेट करने का काम करता है। शरीर में प्रोजेस्ट्रॉन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन में असंतुलन के कारण एक्ने की समस्या पैदा होती है। अगर कब्ज की समस्या को ठीक कर लिया जाए, तो एक्ने की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
कब्ज की समस्या कई कारणों से हो सकती है। खाने में फाइबर की कमी के कारण भी कब्ज की समस्या हो सकती है। जो लोग पानी कम पीते हैं, उन्हें भी कब्ज की समस्या हो सकती है। बाउल मूवमेंट आपके खानपान और लाइफस्टाइल पर पूरी तरह से निर्भर करता है। अगर सही लाइफस्टाइल का चुनाव न किया जाए, तो बाउल मूवमेंट पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कब्ज की समस्या से राहत के लिए खानपान में सुधार बहुत जरूरी है।
अगर ये कहा जाए कि केवल कब्ज के कारण ही एक्ने होते हैं, तो ये बात सही नहीं होगी। स्टमक इन्फेक्शन के कारण लूज मोशन की समस्या हो जाती है और फूड पॉयजनिंग हो जाती है। ये इंफ्लामेशन का कारण बनती है। डायरिया की समस्या भी इंफ्लामेशन का कारण बनती है। इंफ्लामेशन के कारण पूरा शरीर प्रभावित होता है। इन्हीं कारणों से स्किन में भी इंफ्लामेशन की समस्या हो जाती है। ये कारण एक्ने को जन्म दे सकता है। आप ये कह सकते हैं कि कई बार बाउल मूवमेंट सीधे तौर पर एक्ने का कारण नहीं बनता है बल्कि उससे संबंधित कई कारण मुहांसों को जन्म दे सकते हैं।
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बाउल मूवमेंट और एक्ने: कैसे पाएं इस समस्या से निजात?
अगर आपका बाउल मूवमेंट सही नहीं है, तो आपको स्किन प्रॉब्लम को दूर करने से पहले इससे निपटना चाहिए। एक्ने की समस्या को दूर करने के लिए अगर आप सिर्फ ब्यूटी प्रोडक्ट और क्रीम का इस्तेमाल करेंगी, तो आपको पॉजिटिव रिजल्ट नहीं मिल पाएंगे। बेहतरह रहेगा कि आप एक्ने की समस्या के मुख्य कारण को दूर करने की कोशिश करें। बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाने के लिए आपको कुछ बातों पर ध्यान देने की जरूरत है।
पर्याप्त मात्रा में लें फाइबर
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि खाने में फाइबर की कम मात्रा लेने से बाउल मूवमेंट प्रभावित होता है। आपको कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए खाने में पर्याप्त मात्रा में फाइबर शामिल करने चाहिए। फ्रैंडली गट बैक्टीरिया की ग्रोथ के लिए फाइबर जरूरी होता है। साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी कम करने का काम करता है। एक दिन में करीब 25 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है।
पानी को न भूलें
स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी की कम मात्रा के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है, जो आपकी स्किन को प्रभावित करती है। पानी की पर्याप्त मात्रा शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करने का काम भी करती है।
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रेग्युलर बाउल मूवमेंट के लिए बॉडी मूवमेंट है जरूरी
रेग्युलर बाउल मूवमेंट के लिए बॉडी मूवमेंट बहुत जरूरी है। आप चाहे तो हल्की एक्सरसाइज की हेल्प से बॉडी मूवमेंट कर सकते हैं। एक्सरसाइज के दौरान एब्डॉमिनल मसल्स में संकुचन होता है, जो बाउल मूवमेंट का कारण बनती है। आप वॉकिंग, साइकलिंग या फिर अपनी कोई भी पसंदीदा एक्टिविटी का चुनाव कर सकते हैं।
मेडिसिन का भी ले सकते हैं सहारा
अगर आपको अक्सर पेट में समस्या रहती है और इस कारण से आपको मुहांसों की समस्या भी हो रही है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। डॉक्टर आपको सलाह के साथ ही कुछ मेडिसिन्स भी दे सकते हैं। डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयों का सेवन न करें
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ले सकते हैं मैग्नीशियम सप्लीमेंट
मैग्नीशियम सप्लीमेंट आपके बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेने से स्ट्रेस की समस्या से भी राहत मिलती है और अच्छी नींद भी आती है।अच्छी नींद और अच्छा मूड आपके बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाता है। आप चाहे तो डॉक्टर से भी इस बारे में जानकारी ले सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स का करें सेवन
प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। आप खाने में दही का सेवन कर सकते हैं। दही में प्रोबायोटिक्स पाएं जाते हैं। प्रोबायोटिक्स का सेवन शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को भी बढ़ाने का काम करता है।
एक्ने से बचाव के लिए अपना सकते हैं ये उपाय
- एक्ने से राहत के लिए आहार और व्यायाम के साथ ही आपको कुछ उपाय भी अपनाने चाहिए, जो स्किन को स्वस्थ्य रखने में मदद कर सकते हैं।
- हल्दी का इस्तेमाल करने से मुंहासों की समस्या में राहत मिलती है। जिन लोगों को एक्ने के कारण सूजन की समस्या हो जाती है, उनके लिए भी हल्दी बहुत गुणकारी साबित होती है।
- आप सिरका यानी विनेगर का इस्तेमाल एक्ने की समस्या से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। विनेगर में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्किन के इन्फेक्शन को दूर करने का काम करते हैं।
- शहद का इस्तेमाल करने से स्किन सॉफ्ट होती है और त्वचा में होने वाली जलन से भी राहत मिलती है। आप शहद में थोड़ी हल्दी मिलाकर एक्ने में लगा सकती हैं। साथ ही आप इसमें दो से तीन बूंद नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक्ने और बाउल मूवमेंट के बीच संबंध के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।