चेहरे पर काले धब्बे होने का एकमात्र कारण हाइपरपिग्मेंटेशन नहीं है। इसके अलावा, किसी व्यक्ति के लिए डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है, यदि उनमें मौजूदा तिल या काले धब्बे में कोई परिवर्तन दिखाई देता है – विशेष रूप से बनावट, रंग और आकार में परिवर्तन।
और पढ़ें: Dark spots: चेहरे पर डार्क स्पॉट्स के कारण क्या हैं? डार्क स्पॉट्स की समस्या है समस्या, तो करें ये उपाय
पिग्मेंटेशन स्पॉट के प्रकार (Types of Pigmentation Spots)
चेहरे पर डार्क स्पॉट्स का इलाज इसके प्रकार और स्थिति पर निर्भर करता है। हल्के मामलों में इसके घरेलू उपचार के लिए भी आपको पहले यह निर्धारित करना होगा कि आपको किस प्रकार के काले धब्बे हुए हैं। नीचे तीन प्रकार के काले धब्बे दिए गए हैं, जो आपमें देखने को मिल सकता है, जिनमें शामिल हैं:
मेलास्मा (Melasma)
मेलास्मा स्पॉट उन लोगों में सबसे आम है, जिनकी त्वचा का रंग गहरा होता है। मेलास्मा, एक विस्तारित रूप है और यह हल्के पीले से गहरे भूरे रंग के पैच की तरह नजर आ सकते हैं। इसके अलावा, छोटे धब्बों के बजाय, मेलास्मा धब्बे आपकी त्वचा के एक बड़े क्षेत्र को कवर कर सकते हैं।
लेंटिगिन्स (Lentigins)
सोलर लेंटिगिन्स आमतौर पर सूर्य के प्रकाश के अधिक संपर्क के कारण होते हैं। कठोर यूवी किरणें शरीर में कई जगह ब्लैक स्पॉट्स का कारण बन सकता है, जो एक पैच के रूप में दिखाई देता हैं। आप इस प्रकार के काले धब्बे ज्यादातर बच्चों के बजाय वयस्कों में देखने को मिलता है।
पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन (Post-inflammatory hyperpigmentation)
जैसा कि नाम से पता चलता है, पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन एक सूजन का परिणाम है। दिखने में, ये धब्बे अधिक धब्बों की तरह दिखाई देंगे, जिनका रंग गुलाबी से लाल या गहरे भूरे रंग तक होता है।
और पढ़ें : प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज : क्या मेनोपॉज के बाद मां बनने का सपना हो सकता है
चेहरे पर काले धब्बे कैसे हटाएं (How to remove dark spots on face) ?