हमारे शरीर के हर अंग का अपना अलग और जरूरी काम होता है। ऐसे में, इन अंगों का हेल्दी रहना और अपना कार्य सही से करना आवश्यक है। किंतु, हमारा शरीर कभी न कभी किसी समस्या का सामना करता ही है। ऐसी ही एक समस्या है स्किन प्रॉब्लम। क्या आपने कभी स्किन पीलिंग की समस्या का अनुभव किया है? आज हम पैरों में होने वाली पीलिंग की समस्या यानी पीलिंग फीट (Peeling Feet) के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं। आइए जानें क्या हो सकते हैं पीलिंग फीट (Peeling Feet) के कारण और किस तरह से संभव है इन समस्याओं का उपचार। सबसे पहले इस परेशानी के बारे में जान लेते हैं।
पीलिंग फीट (Peeling Feet) किसे कहा जाता है?
पीलिंग फीट (Peeling Feet) यानी पैरों की स्किन का निकलना। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे कोई चोट, ड्राय स्किन या एथलिट’स फीट डिजीज आदि। ऐसी स्किन देखने में ड्राय और स्केली लगती है। यही नहीं, हो सकता है कि इस कंडिशन में आपकी स्किन कहीं एक तरफ से ही निकले या पूरे पैर में यह परेशानी हो। कई मामलों में आपके पैरों की केवल स्किन ही पील होती है। लेकिन, कुछ मामलों में इसके कुछ अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं जैसे खुजली होना या येलो पैचेज का विकसित होना आदि। पीलिंग फीट (Peeling Feet) अक्सर किसी गंभीर कंडिशन का लक्षण नहीं है। लेकिन अगर आपको इसके साथ अन्य समस्याएं भी हो जैसे घाव होना या अधिक दर्द आदि, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। आइए जानते हैं अब उन कंडिशंस के बारे में जो इस समस्या का कारण हो सकती हैं।
और पढ़ें: त्वचा और उसका कार्य क्या है? जानिए स्किन के बारे में जरूरी फैक्ट!
ड्राय स्किन (Dry skin)
ड्राय स्किन यानी रूखी, स्केली और खुजली वाली त्वचा। ऐसी त्वचा से रोगी को परेशानी हो सकती है और इससे पीलिंग होना सामान्य है। कई मामलों में ड्राय स्किन कई अंडरलायिंग मेडिकल कारणों के कारण भी हो सकती है लेकिन कई लोगों की स्किन प्राकृतिक कारणों से भी ड्राय होती है। इसके अलावा पैरों की ड्राय स्किन कुछ स्थितियों में बदतर हो सकती है, जैसे:
- ह्यूमिडिटी का लो होना
- हॉट शावर या बाथ
- डिहायड्रेशन
- बहुत अधिक सन एक्सपोजर
- स्ट्रेस
- स्मोकिंग
ड्राय स्किन के कारण होने वाले पीलिंग फीट (Peeling Feet) से छुटकारा पाने के लिए कई तरीके अपनाए जा सकते हैं। इन तरीकों से आपको इस समस्या से राहत मिल सकती है, जैसे:
- मॉइस्चराइजर का लगातार प्रयोग, खासतौर पर नहाने के बाद। अपनी स्किन के लिए ऐसे मॉइस्चराइजर या उत्पादों का इस्तेमाल न करें जिसमें फ्रेग्रन्स, हानिकारक केमिकल और डाई न हो।
- प्रभावित स्किन पर ओवर द काउंटर हायड्रोकोर्टीसोन क्रीम (Hydrocortisone cream) का प्रयोग करें।
- ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें, ताकि हवा में नमी बढे।
- गुनगुने पानी से नहाएं लेकिन यह पानी अधिक गर्म न हो। अगर समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें।
और पढ़ें: ड्राय स्किन से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय
पीलिंग फीट में एथलिट’स फुट (Athlete’s Foot)
एथलिट’स फुट एक फंगल स्किन इंफेक्शन है, जो आसानी से फैल सकता है। यही नहीं, यह परेशानी डायरेक्ट इंफेक्टेड चीज के कांटेक्ट में आने या सॉक्स व जूते की शेयरिंग से भी हो सकती है। एथलिट’स फुट का सबसे सामान्य लक्षण है पीलिंग स्किन। इसके अन्य लक्षण इस प्रकार भी हो सकते हैं:
- लाल, स्केली और इचि रैशेज
- जलन होना
- ब्लिस्टरिंग
- ड्रायनेस और स्केलिनेस
अगर आपको लगता है कि आपमें पीलिंग फीट की समस्या फंगल इंफेक्शन के कारण है, तो आपको:
- फंगस के उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह के बाद एंटी-फंगल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
- ऐसे एनवायर्नमेंटल एलिमेंट्स को रिमूव कर करना चाहिए, जिससे फंगल ग्रोथ को बढ़ावा मिले। जैसे अधिक देर तक गर्मी में रहना, डंप शूज का इस्तेमाल करना और शॉवरिंग के बाद उंगलियों के बीच की स्किन को अच्छे से ड्राय न करना आदि।
- फिर से इंफेक्शन से बचना चाहिए। क्योंकि, जूतों, जुराबों, शावर आदि से यह इंफेक्शन फिर से हो सकता है। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ट्रीटमेंट के बाद फिर से इंफेक्शन न हो। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।
और पढ़ें: उंगलियों की त्वचा निकलना नहीं है कोई बड़ी समस्या, जानिए इससे बचने के तरीके
पीलिंग फीट (Peeling Feet) में एक्जिमा (Eczema)
एक्जिमा एक तरह की इंफ्लेमेटरी स्किन कंडिशन है, जो तब होती है जब हमारा शरीर हार्मलेस सब्सटांसेस के प्रति ओवररियेक्ट करता है। इससे हेल्दी स्किन में इंफ्लेमेशन हो सकती है और इसके कारण स्किन ड्राय हो सकती है। लेकिन, एक्जिमा केवल ड्राय स्किन ही नहीं है। इसके कारण रोगी को पेनफुल फ्लश्ड या वाइट पैचेज या ब्लिस्टर्स भी हो सकते हैं। एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis), एक्जिमा का सबसे सामान्य प्रकार है। यह समस्या तब होती है, जब इम्यून सिस्टम स्किन के मॉइस्चर बैरियर को डेमेज कर देते हैं, जिससे यह ड्राय हो जाती है। इसके कारण पीलिंग फीट (Peeling Feet) की समस्या हो सकती है। इसके कारणों के बारे में जानकारी नहीं है। अधिकतर इसके कारणों में जेनेटिक्स और अन्य फैक्टर्स शामिल हैं। इसके उपचारों में यह तरीके अपनाए जा सकते हैं:
- एंटीहिस्टामिन मेडिकेशन्स (Antihistamine medications)
- टोपिकल मेडिकेशन (Topical medications), जिसमें स्टेरॉयड क्रीम शामिल हैं
- मॉइस्चराइजर (Moisturizers)
- फोटोथेरपी (Phototherapy)
- ड्रग्स, जो इम्यून सिस्टम को टारगेट करती हैं
- गंभीर मामलों में ओरल स्टेरॉइड्स (Oral steroids)
और पढ़ें: चेहरे की त्वचा का पील होना जब बन जाए मुसीबत, तो ये उपाय आ सकते हैं काम!
पीलिंग फीट (Peeling Feet) में सोरायसिस (Psoriasis)
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून कंडिशन है, जिसमें हमारा इम्यून सिस्टम शरीर के स्वस्थ टिश्यूज पर हमला करता है। इससे त्वचा की कोशिकाएं सामान्य से अधिक तेजी से टर्न ओवर होने लगती हैं। यह परेशानी शरीर पर कहीं भी हो सकती है। लेकिन, यह आमतौर पर कोहनी, घुटनों और पैरों के निचले हिस्से को अधिक प्रभावित करती है। इस समस्या से पीड़ित लोग अपनी त्वचा में थिक और फ्लश्ड पैचेज का अनुभव करते हैं, जो देखने में ग्रे या सिल्वर लगते हैं। यह स्किन समय के साथ पील, इचि या येलो हो सकती है। हालांकि, ड्राय स्किन सोरायसिस का कारण नहीं बनती है। लेकिन, त्वचा को मॉइस्चराइज करने से इस समस्या से जल्दी राहत मिल सकती है। इसके कारणों के बारे में भी सही जानकारी नहीं है और यह एक लाइफ लॉन्ग कंडिशन है। इस समस्या के उपचार के लिए इन तरीकों को अपना जा सकता है:
- स्केली पैचेज को कम करने के लिए टोपिकल कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Topical corticosteroids) का इस्तेमाल
- मॉइस्चराइजर का प्रयोग
- सैलिसिलिक एसिड (Salicylic acid) का इस्तेमाल
- फोटोथेरपी (Phototherapy), खासतौर पर अगर स्किन का बड़ा हिस्सा प्रभावित हो
- अगर कंडिशन गंभीर हो या ट्रीटमेंट काम न करे तो इम्यूनोस्प्रेसन्ट्स (Immunosuppressants) या बायोलॉजिक्स (Biologics) का प्रयोग किया जा सकता है
और पढ़ें: त्वचा के लिए गुलाब जल के फायदे एक नहीं, अनेक है, जानिए यहा….
हायपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis)
हायपरहाइड्रोसिस उस कंडिशन को कहा जाता है, जिसमें रोगी को अत्यधिक पसीना आने की समस्या होती है। इससे पूरे शरीर या बॉडी के केवल एक हिस्से पर असर होता है। इससे पैर अधिक प्रभावित होते हैं। अगर पैरों में अत्यधिक पसीना आता है, तो यह बेहद बेचैनी भरा हो सकता है और पीलिंग फीट (Peeling Feet) का कारण बन सकता है। इस स्थिति के उपचार के लिए यह तरीके अपनाए जा सकते हैं:
- एलुमिनियम क्लोराइड सॉलूशन (Aluminum chloride solution) का इस्तेमाल करना जो स्ट्रांग एंटीपेर्स्पिरैंट (Antiperspirant) की तरह काम करता। जिसे अधिक पसीने वाले हिस्से में लगाया जा सकता है।
- टॉवेलेटस के साथ ग्लाइकोपाइरोनियम (Towelettes with glycopyrronium) का इस्तेमाल, जिससे स्वेटिंग को रोका जा सकता है।
- एंटीकोलिनर्जिक ओरल ड्रग्स जो कुछ खास न्यूरोट्रांसमीटर्स (Neurotransmitters) को ब्लॉक कर सकती हैं और स्वेटिंग को कम करती हैं। यह तो थी वो कंडिशंस, जो पीलिंग फीट (Peeling Feet) का कारण हो सकती हैं। अब जानते हैं कि किन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए?
और पढ़ें: चेहरे की शुष्क त्वचा के लिए उपचार, हो सकते हैं मददगार
डॉक्टर से कब बात करें?
अधिकतर मामलों में पीलिंग फीट (Peeling Feet) की परेशानी किसी गंभीर कंडिशन के कारण नहीं होती और इसका उपचार भी संभव है। यही नहीं, यह समस्या खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन, कुछ स्थितियों में आप आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, जैसे:
- अगर रैशेज या पीलिंग का ओवर-द-काउंटर या सेल्फ-केयर मेजर्स से सुधार न हो।
- अगर आपको डायबिटीज है और आपको पीलिंग फीट (Peeling Feet) की समस्या हो और अगर इसमें इचिंग और इंफेक्शन का कोई भी लक्षणआपको नजर आए।
- पैरों में सूजन हो।
- पैरों में से दुर्गंध आए, जो ठीक न हो।
- गंभीर पीलिंग और खासतौर पर अगर इसका ज्ञात कारण न हो।
- डिहायड्रेशन के लक्षण नजर आएं जैसे प्यास का पढ़ना, ड्राय माउथ, कन्फ्यूजन और बुखार आदि।
और पढ़ें: Clear Skin: साफ त्वचा की रखते हैं चाहत, तो जानिए स्किन टाइप और स्किन केयर टिप्स
यह तो थी जानकारी पीलिंग फीट (Peeling Feet) के बारे में। यह समस्या अनकंफर्टेबल हो सकती है। किंतु, सही उपचार और घरेलू उपायों से इससे राहत पाई जा सकती है। ड्राय स्किन से आपको दर्द या चलने में समस्या भी हो सकती है। इस बीमारी से राहत पाने के लिए आप नियमित मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें और त्वचा को ड्राय न होने दें। लेकिन, अगर यह परेशानी गंभीर हो, तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर क्रॉनिक कंडिशंस को मैनेज करने के लिए रोगी को सही दवाइयां दे सकते हैं। अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।