अगर आपको लगता है कि मालिश सिर्फ शरीर को आरामदायक एहसास देती है, तो आप गलत हो सकते हैं। अगली बार जब भी पार्लर जाएं, तो चेहरे की भी मालिश जरूर करवाएं। यह आपके चेहरे को न सिर्फ आरामदायक अनुभव देगी, बल्कि चेहरे की त्वचा को निखारने में भी मददगार होगी।
चेहरे की मालिश कराना क्यों जरूरी है?
फेस मसाज से चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है। दिनभर हम जो भी तनाव लेते हैं और जो भी घबराहट मन में होती है, उसके कारण चेहरे ही मांसपेशियां कठोर हो जाती हैं। चेहरे की मालिश से आप इन सब परेशानियों को छूमंतर कर सकते हैं। साथ ही, मूड स्विंग की स्थिति को भी दूर करने में यह मददगार हो सकती है।
क्या कहते हैं अध्ययन
चेहरे की मालिश करने से स्किन के डेड सेल्स साफ हो जाते हैं और नए सेल्स के विकास को बढ़ावा मिलता है। चेहरे की मालिश के क्या फायदे हैं इस पर एनसीबीआई ने भी अध्ययन किया है। इस अध्ययन में 17 साल से 63 साल की उम्र की 142 महिलाओं को शामिल किया गया। जिन्होंने नई दिल्ली में तीन अच्छी तरह से स्थापित ब्यूटी पार्लर में चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए चेहरे की मालिश कराई थी। इस अध्यय को 12 सप्ताह के लिए किया गया। जिसमें महिलाओं को अध्ययन के दौरान 4 से 6 सप्ताह बाद फिर से चेहरे की मालिश करानी थी।
तीन चरणों में हुआ अध्ययन
चेहरे के सौंदर्य उपचार में चेहरे की मालिश आमतौर पर तीन चरणों में किए गए,
पहला- क्रीम के साथ चेहरे की जोरदार मालिश करना
दूसरा- स्टीमिंग (एक गर्म तौलिया या स्टीमिंग गैजेट का इस्तेमाल करना, और
तीसरा- एक फेस मास्क का प्रयोग करना जिसमें adsorbents और astringents होते हैं।
इस अध्ययन में, चेहरे की मालिश के लिए इस्तेमाल की जाने वाली क्रीम में कॉस्मेटिक कंपनियों द्वारा निर्मित “शेल्फ’ क्रीम, हर्बल क्रीम और सोने के लवण जैसे विदेशी सामग्रियों से युक्त क्रीम का इस्तेमाल किया गया। इनमें से 61 यानी 36.1 फीसदी महिलाओं को चेहरे की मालिश के बाद 15 मिनट से 2 घंटे के भीतर एरिथेमा और पिंपल्स की शिकायत देखी गई। जिनके चेहरे की मालिश में 2 से 6 घंटे तक का समय लगा। वहीं, चालीस यानी 24.3 फीसदी महिलाओं ने स्टीमिंग के बाद कॉमेडोन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। इन महिलाओं में से 12 महिलाओं में एरिथेमा (सांस की समस्या) की समस्या देखी गई। जबकि, आठ यानी 4.7 फीसदी महिलाओं ने चेहरे की मालिश के 2 से 7 सात दिन बाद चेहरे पर हल्के सूजन का एहसास किया।
हालांकि, चेहरे की मालिश के दौरान हर्बल क्रीम, नारंगी फेस पैक और गोल्ड क्रीम का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं को ऐसी किसी भी समस्या की शिकायत नहीं हुई।
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चेहरे की मालिश कितने प्रकार की होती है?
आमतौर पर चेहरे की मालिश चार प्रकार की होती हैः
स्वीडिश मसाजः यह मालिश का एक सौम्य रूप से होता है। इसकी मदद से मांसपेशियों को फ्रेश महसूस कराया जा सकता है।
डीप मसाजः यह मालिश तकनीक, मांसपेशियों की गहरी परतों और संयोजी ऊतक को लक्षित करने के लिए की जाती है।
स्पोर्ट मसाजः यह स्वीडिश मालिश के समान है, लेकिन यह चोटों को रोकने या इलाज में मदद करने के लिए स्पोर्ट गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए किया जाता है।
ट्रिगर पवाइंट मसाजः यह मालिश तंग मांसपेशी के क्षेत्रों पर केंद्रित की जाती है।
ये बातें भी जान लीजिए
चेहरे पर एक्यूप्रेशर पॉइंट्स (Acupressure points) होते हैं, जो दिल के आकार में पूरे चेहरे पर फैले होते हैं। अगर इन पॉइंट्स को पहचान कर उनकी मालिश की जाए, तो ये चेहरे को तरो-ताजा बना सकते हैं। इसके लिए सिर्फ तीन मिनट की मालिश भी काफी होती है। इन पॉइंट्स की मालिश करने पर चेहरे को आराम तो मिलेगा ही, साथ ही, ब्लड सर्क्युलेशन भी सही होता है।
जबड़े की भी करें मालिश
अगर बहुत ज्यादा तनाव या काम का प्रेशर है, तो जबड़े की भी मालिश पर ध्यान दें। जबड़े की मालिश करने से आप दिनभर ऊर्जा महसूस करेंगे। बता दें कि ऐसा करने से एक कप कॉफी पीने से ज्यादा ऊर्जा का एहसास कर सकते हैं।
दूर होगी साइनस की दिक्कत
साइनस (Sinus) की दिक्कत है, तो चेहरे की मालिश से इसे दूर कर सकते हैं। साइनस के कारण चेहरे में हमेशा दर्द होता रहता है। नाक से सांस लेने में भी दिक्कत होती है। इससे राहत पाने के लिए भौंहों के बीच में 30 सेकेंड तक मालिश करें।
करें अच्छे प्रोडक्ट का इस्तेमाल
चेहरे की मालिश के लिए हमेशा अच्छे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। क्योंकि, मालिश करने के लिए जिस प्रोडक्ट का इस्तेमाल करेंगे, वह त्वचा के अंदर तक जाएगा, तभी अपना असर दिखा पाएगा, जो त्वचा के अंदर ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ाने में भी जिम्मेदार होता है।
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तेल की मालिश
आप चाहें तो, सिर्फ तेल से ही चेहरे की मालिश कर सकते हैं। इसके लिए हाथों को साफ करें और चेहरे पर तेल से मालिश करें। यह काम आप हर रोज कर सकते हैं।
आंखों का सूजन होगा कम
अगर आंखों में सूजन है तो गर्दन पर तेल लगाकर नीचे की तरफ मालिश करें। इससे आंखों की सूजन कम होगी और आंखों से पानी से तरह बहने वाला पदार्थ भी नहीं निकलेगा।
चेहरे की मालिश के फायदे
चेहरे की मालिश करने के दौरान त्वचा में कोलेजन का उत्पादन तेजी से होता है, जिससे खून का प्रवाह तेज होता है। यह त्वचा को तरो-ताजा करने और स्वस्थ रहने में मदद करती है। चेहरे की मालिश के दौरान ब्यूटी एक्सपर्ट चेहरे के उन विभिन्न दबाव बिंदुओं को टैप करते हैं, जो दर्द से राहत दिलान में मददगार होते हैं। इसलिए, अगर आपको भी बार-बार सिर दर्द या माइग्रेन की समस्या रहती है, तो हफ्ते में कम से कम एक बार चेहरे की मालिश जरूर करवानी चाहिए।
ध्यान रखें यह भी
चेहरे की मालिश के साथ-साथ अपनी नींद का भी पूरा ख्याल रखें। क्योंकि, नींद में कमी या गड़बड़ी आपके पूरे शरीर पर प्रभाव डालती है। पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण चेहरे की त्वचा सुस्त और थकी हुई दिखाई देने लगती है।
विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है “नियमित रूप से अगर कुछ ही घंटो की अच्छी नींद लेने से आंखों के नीचे आए काले घेरे और झुर्रियों से छुटकारा पाया जा सकता है। सोने के दौरान शरीर की मांसपेशियां सबसे आराम करती हैं और तभी वो अपना विकास भी करती हैं। सोने के दौरान त्वचा में कोलेजन का अच्छा विकास होता है। जो त्वचा को कोमल और नम बनाए रखने में मददगार होता है।