उबासी आना एक बहुत ही आम शारीरिक गतिविधी है। इसके कई कारण हो सकते हैं। यह समझने के लिए कि आपको पहले उबासी आने के कारणों को समझना होगा। उबासी के ऐसे ही कारण हैं।
बोरियत
साल 1986 में कुछ यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स पर किए गए अध्ययनों में पाया गया कि उबासी सबसे ज्यादा उस समय आती है, जब वे किसी लेक्चर के दौरान या कहीं और बोरियत महसूस करते हैं। इस अध्ययन के दौरान स्टूडेंट्स को 30 मिनट तक अलग-अलग रंगों के पैटर्न्स दिखाएं गए और इसके बाद इंन्हीं स्टूडेंट्स को रॉक वीडियोज दिखाए गए। इस पूरे प्रयोग के दौरान छात्रों पर कड़ी नजर रखी गई और साथ ही उनके द्वारा कितनी बार उबासी ली गई इसका भी ट्रैक रखा गया। जिसकी प्रयोग के खत्म होने के बाद तुलना की गई। इस प्रयोग में साफ तौर पर सामने आया कि बोरियत होने पर लोगों को ज्यादा उबासी आती है।
ऑक्सीजन की जरूरत होने पर भी आती है उबासी
उबासी को लेकर यह भी माना जाता है कि जब शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है, तब उबासी आती है। वहीं अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी में किए गए एक अध्ययन में इसे खारिज कर दिया गया। इसके लिए शोधकर्ताओं ने ऑक्सीजन की कमी के कारण उबासी आने को समक्षने के लिए कुछ लोगों को एक कमरे में बिठाया और उस कमरे में हवा की गुणवत्ता को बदलते गए। साथ ही शोधकर्ताओं ने उस कमरे में शोध के दौरान कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा 3 से 5 प्रतिशत तक कर दी। यह आमतौर पर 0.3 प्रतिशत होती है। इसके बाद इसका ट्रैक रखा गया कि लोगों ने कितनी बार उबासी ली। तुलना करने के बाद पाया गया कि दोनों ही परिस्थितियों में लोगों को उबासी आने की संख्या लगभग बराबर ही थी। ऐसे में इस शोध में शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि ऑक्सीजन के कमी के कारण उबाई आने की धारणा गलत है।
थकान के कारण उबासी आना
कई लोगों का मानना है कि थकान के कारण भी उबासी आती है। इसके लिए भी कई अध्ययन किए गए हैं। लेकिन, अभी इनमें किसी परिणाम तक नहीं पहुंचा जा सका है। साथ ही यह देखा गया कि एक्सरसाइज करने से पहले और बाद में उबासी की संख्या में कोई बदलाव नहीं था।