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सेकेंड हैंड ड्रिंकिंग के नुकसान
सेकेंड हैंड ड्रिंकिंग शराब पीने वाले लोगों से जुड़े लोगों की सेहत के लिए बेहद जोखिम भरी है। लेकिन अनजाने में अन्य लोग भी इसका शिकार हो सकते हैं। एक सर्वे के मुताबिक करीब 21 फीसदी महिलाएं और 23 फीसदी पुरुष ऐसे हैं जो सेकेंड हैंड ड्रिंकिंग के कारण परेशानियां झेल चुके हैं। इनमें कई वयस्क शामिल हैं। सेकेंड हैंड ड्रिंकिंग करीबी रिश्तेदारों जैसे दोस्त, पति/पत्नी, बच्चे, माता-पिता आदि को अधिक नुकसान पहुंचाती है और पारिवारिक समस्याओं और रिश्तों को तोड़ने की वजह बनती है। इसके सबसे बड़े नुकसान इस प्रकार हैं :
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उत्पीड़न
इथाइल अल्कोहल का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना सीधा दिमाग पर प्रभाव डालता है। जिसके कारण शराब पीने वाला व्यक्ति अन्य लोगों के साथ गलत व्यवहार या उत्पीड़न भी कर सकता है। यह उत्पीड़न घर, ऑफिस या कहीं भी हो सकता है जहाँ वो व्यक्ति और शराब हो। महिलाएं इस उत्पीड़न का शिकार पुरुषों के मुकाबले अधिक होती हैं। दूसरी ओर, पुरुषों को एक अजनबी के कारण सेकेंड हैंड ड्रिंकिंग से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
शारीरिक हिंसा
एक सर्वे के अनुसार शराब के कारण हिंसक जुर्मों में बढ़ोतरी होती है। अल्कोहल के कारण हर साल शारीरिक हिंसा के कई मामले आते हैं। शराब पीने के बाद मनुष्य अधिक समझ नहीं पाता और अक्सर दूसरों से मारपीट, झगड़ा या हिंसा करता है जिसका शिकार अन्य लोग होते हैं।