मरिजुआना में मौजूद तत्व पर एक नजर
माइग्रेन के लिए मारिजुआना का सेवन के पहले इसके अंदर मौजूद तत्वों को जानना जरूरी हो जाता है। तो इसमें दो मुख्य प्रकार के तत्व होते हैं। पहला केननाबिडिओल (सीबीडी) और दूसरा टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल(tetrahydrocannabinol (THC)) जिसे केननबिनॉयड्स भी कहा जाता है। टीएचसी में साइकोजेनिक इफेक्ट होते हैं, जिसका सेवन कर व्यक्ति अच्छा महसूस कर सकता है। वहीं सीबीडी अच्छा फील न कराने की बजाय दिमाग को धीमा कर देता है। एपिडिओलेक्स ( Epidiolex) जो एक प्रकार का सीबीडी का प्रकार है इसकी मदद से मिरगी के कई प्रकार का इलाज किया जाता है। ऐसे में इस केमिकल के मेडिकल बेनीफिट की बात करें तो मरीजुआना में हेल्यूसिनोजेनिक ड्रग (hallucinogenic drug) होता है। इसका सेवन स्मोकिंग के द्वारा किया जाता है। वहीं यह रिलेक्स फील कराता है।
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क्या यह वाकई में माइग्रेन के लिए है मददगार
माइग्रेन के लिए मरिजुआना मददगार है या नहीं इसपर कई सारे शोध किए गए हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कोलराडो में 121 लोगों पर शोध किया गया, ये वैसे लोग थे जो माइग्रेन के दर्द से निजात पाने के लिए मरिजुआना का सेवन करते थे। इनमें से 40 फीसदी लोगों ने कहा कि महीने में जितनी बार दर्द का अटैक आता था, मरिजुआना का सेवन करने के बाद से आधा रह गया है।
यह लोग अलग अलग प्रकार से मरिजुआना का सेवन कर रहे थे, लेकिन ज्यादातर लोग सांस के द्वारा अंदर लेकर इसका इस्तेमाल कर रहे थे, वहीं इन लोगों ने यह पाया कि दर्द तुरंत चला जाता है। वैसे लोग जिन्होंने स्मोक कर या फिर सांस की मदद से अंदर लेकर मरिजुआना का सेवन किया उन्होंने कहा कि इसका सेवन करने से वो दवाओं का सेवन कम करने लगे हैं। वहीं दवा का सेवन करने से नेगेटिव इफेक्ट भी हुआ करती थी, लेकिन इसका सेवन करने से नहीं होती है।