इंटरनेट पर ‘‘कोरोना’’ शब्द खूब चल रहा है और दुर्भाग्य से, यह डरावना है। माना जा रहा है कि ‘‘नोवेल कोरोना वायरस’’ या ‘‘2019-nCoV’’ चीन के वुहान शहर के बाजारों से निकला और उसने बड़ी जल्दी विश्व स्वास्थ्य संगठन का ध्यान आकर्षित किया।
ऑफलाइन और ऑनलाइन मीडिया हमें लोगों पर उसके कुप्रभाव के बारे में लगातार बता रहा है, साथ ही ईरान, इटली, चीन, आदि कई देशों में उसके कारण होने वाली मृत्यु की बढ़ती संख्या का ब्यौरा दे रहा है, लेकिन आपको बता दें कि, बुजुर्गों को कोरोना वायरस का खतरा सबसे अधिक होता है। आइए, जानते हैं कि ऐसा क्यों है और बुजुर्ग लोग कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या कदम उठा सकते हैं।
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उन बुजुर्गों को इस बीमारी से खास बचने की आवश्यकता है जो पहले से ही किसी अन्य रोग जैसे हृदय रोग और फेफड़ों के रोग से ग्रस्त हैं क्योंकि इन मरीजों में कोरोना गंभीर रूप से प्रभाव डालता है।
कोविड 19 भले ही एक कॉमन कोल्ड या बुखार की तरह लगे लेकिन, इसमें कुछ फर्क किए जा सकते हैं। जिनके बारे में हम आपको आगे बताएंगे। बुखार के लक्षण दिखाई देने पर करीब 70 से 85 लोगों की मृत्यु के मामले सामने आएं हैं तो 50 से 70 प्रतिशत मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने के। सीडीसी के मुताबिक यह आंकड़े 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के हैं, लेकिन आपको पैनिक होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि एक्सपर्ट्स की मानें तो कुछ विशेष प्रकार की सावधानियां बरतने से कोविड 19 के मरीज को ठीक किया जा सकता है।
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बुजुर्गों को कोरोना : पहले जानें कोविड-19 के लक्षण क्या हैं?
कोरोना वायरस की वजह से कोविड-19 होता है। यह रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को नुकसान पहुंचाने वाला संक्रमण है, जिसमें सर्दी, बुखार, खांसी व सांस संबंधित समस्याएं लक्षण के रूप में दिख सकती हैं। यह लक्षण इतने गंभीर हो सकते हैं कि, इलाज न मिलने पर जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। चूंकि, यह बीमारी बिल्कुल नई है इसलिए इसके बारे में शोध जारी है, जिसमें सिर दर्द, सूंघने की क्षमता कमजोर होना आदि इसके नए लक्षण बताए गए हैं। बुजुर्गों में कोरोना होने पर यह लक्षण उनमें ज्यादा गंभीर स्थिति पैदा कर सकते हैं।
बुजुर्गों को कोरोना : यह वायरस कैसे फैलता है?
सामान्य रूप से, कोरोना वायरस तब फैलता है, जब एक स्वस्थ व्यक्ति एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है या जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उससे निकलने वाले रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स से यह वायरस फैलता है। कोविड-19 तब भी फैल सकता है, जब एक स्वस्थ व्यक्ति ऐसी सतहों या वस्तुओं के संपर्क में आता है, जिन पर वायरस होता है, और फिर यदि वह बिना अपने हाथ धोये अपने मुँह, नाक या आँखों को छूता है।
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बुजुर्गों को कोरोना का खतरा अधिक क्यों है?
आयु बढ़ने के साथ स्वास्थ्य संबंधी कई जटिलताएं होती हैं, क्योंकि डब्ल्यूबीसी (श्वेत रक्त कणिका) नामक शरीर की संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाएं बीतते समय के साथ कम होती जाती हैं। इसके कारण पैथोजन्स को रोकने की क्षमता और प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए वरिष्ठ नागरिक गंभीर बीमारियों को लेकर ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इसके अतिरिक्त, कैंसर और मधुमेह जैसे स्थायी रोग भी बुजुर्गों में कोरोना वायरस का जोखिम बढ़ा देते हैं। क्योंकि, इन बीमारियों में उनके शरीर की प्राकृतिक रूप से इंफेक्शन का प्रतिरोध करने की शरीर की क्षमता कम हो जाती है और शरीर को संक्रमण के लिए अधिक संवेदनशील बना देती हैं।
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बुजुर्गों को कोरोना- कोविड-19 से बचाने के सर्वश्रेष्ठ तरीके क्या हैं?
सामाजिक दूरी
लोगों के साथ शारीरिक संपर्क से बचें और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें। बुजुर्ग और पुराने रोगों से पीड़ित लोग गंभीर बीमारी के लिए सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए उन्हें घर पर क्वारेंटाइन रहना चाहिए, ताकि बुजुर्गों को कोरोना से बचाव मिल सके।
शीघ्र चिकित्सकीय सहायता लेना
यदि आपको खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण हो रहे हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं, क्योंकि यह संकेत बुजुर्गों को कोरोना की बीमारी का लक्षण हो सकता है। यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं, जिसका निमोनिया का इतिहास रहा है या निमोनिया के लक्षण हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से पूछकर आवश्यक जांच करवानी चाहिए। क्योंकि, ऐसे व्यक्तियों के फेफड़ों का स्वास्थ्य पहले से ही कमजोर होता है।
जानकारी रखें और अपडेट रहें
अपने मोहल्ले में कोरोना वायरस के अपडेट देखें। शहर के उन इलाकों में जाने से बचें, जहां इस रोग के मामलों की पुष्टि हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी लें, क्योंकि सोशल मीडिया से गलत जानकारी लेना बुजुर्गों को कोरोना से पहले तनाव का भी शिकार बना सकता है।
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सीनियर सिटीजन को कोरोना: सुरक्षित भोजन लें
मांस और सब्जियों के लिए कटिंग बोर्ड अलग होने चाहिए और उन्हें साबुन से नियमित आधार पर धोना चाहिए। मांस के उत्पादों को पूरा पकाएं, क्योंकि गर्मी से कीटाणु मर जाते हैं।
सीनियर सिटीजन को कोरोना: बार-बार हाथ धोएं
अभी कोविड-19 का कोई इलाज नहीं है, लेकिन अभी के लिए इस रोग से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है अपने हाथों को साबुन से धोते रहना। बुजुर्गों को कोरोना से बचने के लिए खाने से पहले, छींकने या खांसने के बाद और लक्षण वाले व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथ धोना चाहिए। आप एल्कोहॉल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग भी कर सकते हैं।
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सीनियर सिटीजन को कोरोना: अपने दैनिक जीवन में तांबे को अपनाएं
शोध कहता है कि वायरस कुछ सतहों पर कई घंटे सक्रिय रहता है, लेकिन तांबे की सतह पर केवल 4 घंटे। माना जाता है कि तांबे की बॉटल्स से पानी पीने के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जैसेः स्वस्थ पाचन को बढ़ावा, शरीर को जल्दी ठीक करने में मददगार, आयु बढ़ने की प्रक्रिया धीमी करना, प्रतिरोधक तंत्र को सहयोग करना, स्वस्थ हृदय को बढ़ावा।
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इम्यून सिस्टम मजबूत करें
अच्छे प्रतिरोधक तंत्र का तात्पर्य है रोग होने के बावजूद ठीक होने की अधिक संभावना। बुजुर्गों को कोरोना से बचाव के लिए जरूरी विटामिनों और खनिजों वाला स्वस्थ और पोषक आहार लेना चाहिए, जिससे उनका इम्यून सिस्टम मजबूत हो सके। ज्यादा सहयोग के लिए, आप ऐसे पूरक आहार ले सकते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। कोरोना से अवेयरनेस ही इस बीमारी से बचाव में मदद कर सकती है। कोरोना की जानकारी आपका कई प्रकार से बचाव करती है।
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डब्लूएचओ की मुहिम
डब्लूएचओ के मुताबिक इस आपातकालीन स्थिति में लोग चार महत्वपूर्ण तरीकों से खुद को और अपने प्रियजनों को कोविड 19 की महामारी से बचा सकते हैं। जिनमें शामिल हैं –
हमेशा ध्यान रखें कि कोविड 19 एक नई और ध्यान देने योग्य बीमारी है, लेकिन अगर इससे सही सावधानियों के साथ निपटा जाए तो इसे रोका जा सकता है व संक्रमित व्यक्ति भी रिकवर हो सकता है।
कोविड 19 के सबसे सामान्य और महत्वपूर्ण रोकथाम संबंधी उपायों जैसे नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते व छींकते समय मुंह पर कोई कपड़ा या कोहनी लगाना।
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कोविड 19 एक नई बीमारी है जिससे डॉक्टर और वैज्ञानिक भी फिलहाल समझने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में इस रोग के रोज नए लक्षण सामने आ सकते हैं। इन लक्षणों से खुद को रोजाना अपडेटेड रखें और रोकथाम के नए उपाय अपनाते रहें। नए लक्षणों के साथ नए रोकथाम आने की भी संभावना रहती है इसलिए उन्हें नजरअंदाज न करें।
कोविड 19 से बचने व लड़ने के लिए ऐसी गतिविधियों को सपोर्ट करें जिनकी मदद से आप खुद को और बुजुर्गों को सोशल डिस्टेंसिंग में मदद कर सकें। ध्यान रहे कि बुजुर्गो का ध्यान रखना हर युवा का कर्तव्य है।