2) बरनांडो लपाल्लो का व्यायाम
अपनी दिनचर्या के बारे में बताते हुए बरनांडो का कहना था कि बेशक वह 114 साल के हैं, लेकिन अब भी रोजाना सैर के लिए जाते हैं। मॉर्निंग वॉक न केवल सबसे अच्छी बल्कि सबसे सस्ती एक्सरसाइज भी है। सबसे अच्छी चीज यही है कि आप रोजाना एक्सरसाइज करें, लेकिन एक्सरसाइज अपनी क्षमता के अनुसार ही करें। जैसे पहले एक किलोमीटर से शुरू करें और उसके बाद धीरे-धीरे बढ़ाएं। उनका कहना था कि अपने शरीर को एक मंदिर की तरह समझें। बरनांडो लपाल्लो (Bernardo Lapallo) को चेकर्स, क्रॉसवर्ड के साथ-साथ पढ़ना भी बहुत पसंद था। वो अपने शरीर के साथ-साथ अपने दिमाग को भी एक्टिव रखते थे। बरनांडो लपाल्लो नियमित रूप से एक्सससाइज भी करते थे।
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3) आराम करें
बरनांडो लपाल्लो आराम करने और पर्याप्त नींद लेने में विश्वास करते थे लेकिन वह यह भी महसूस करते थे कि बहुत अधिक सोना भी बुरी बात है। उनका मानना था कि व्यायाम करना बहुत आवश्यक है खासतौर पर अगर आपका काम बैठ कर करने वाला हो। जब वह जहाज पर नौकरी करते थे तब भी वह सुबह जल्दी उठ कर सैर किया करते थे। बरनांडो लपाल्लो का मानना था कि आराम करना भी जरूरी है। सही डायट और एक्सरसाइज के साथ आराम करना भी जरूरी है।
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बरनांडो अपने पिता की हर उस बात और राय का पालन करते रहे जो उनके पिता ने उन्हें छोटी उम्र में सिखाई थी। उन्होंने एक किताब भी लिखी थी जिसका नाम था “ऐज लेस, लिव मोर”। इसके जरिये वह दुनिया और अपने बच्चों, नाती-पोतों आदि को लंबी और हेल्दी लाइफ के रहस्य के बारे में बताना चाहते थे। बरनांडो लपाल्लो (Bernardo Lapallo) सबके लिए एक मिसाल हैं कि हमेशा जवान और स्वस्थ कैसे रहा जाए।