गार्लिक यानी लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। इसकी हेल्प से गट के खतरनाक बैक्टीरिया को कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही, लहसुन गट में यीस्ट (Yeast) के लेवल को भी सही रखता है। लहसुन का इस्तेमाल सूप में या फिर किसी भी खाने में मिक्स करके किया जा सकता है।
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रॉकफोर्ट चीज (Roquefort cheese)
चीज आपकी आंतों में बेनीफिशियल बैक्टीरियां को बढ़ाने का काम करता है। हालांकि चीज की एक सीमित मात्रा ही सेहत के लिए लाभकारी होता है। आप इसे सलाद के रूप में अपने हेल्दी गट के लिए फूड्स में शामिल कर सकते हैं।
मटर (Peas)
हरी-भरी मटर छोटे बच्चों से लकरे बड़े लोगों की भी पसंदीदा सब्जी होती है। आप जितने ज्यादा वेजीटेबल्स या फिर फ्रूट्स खाएंगे, उतना ही आपके शरीर को फाइबर मिलेगा। मटर में सॉल्युबल और नॉन सॉल्युबल फाइबर पाया जाता है। जो आंत के सिस्टम को बैलेंस रखता है। मटर को स्नैक्स के रूप में या फिर सूप या सलाद के साथ खा सकते हैं।
खाने में सेब (Apple) को करें शामिल
अच्छे पाचन के लिए फूड की बात जब की जाती है तो आहार के साथ ही फलों को भी शामिल किया जाता है। फलों में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन (Digestion) के लिए बहुत अच्छा होता है। एप्पल यानी सेब में पेक्टिन पाई जाती है जो कि सॉल्युबल प्रोटीन (Soluble protein) है। पेक्टिन डायजेशन को सुगम बनाने का काम करता है। साथ ही ये स्टूल की वॉल्युम को भी बढ़ाने का काम करता है, जिन लोगों को कब्ज (Constipation) की समस्या रहती है उनके लिए सेब का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। सेब का सेवन इंटेस्टाइनल इंफेक्शन (Intestinal infection) से भी बचाने का काम करता है। ये कोलन इंफ्लामेशन (Colon inflammation) को भी कम करने का काम करता है।
करें चिया सीड (Chia seeds) का सेवन
चिया सीड का सेवन गट के स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहता है। चिया सीड में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। चिया का सेवन करने के बाग स्टमक में जिलेटिन की तरह एक पदार्थ बनता है। ये पेट में प्रीबायोटिक का काम भी करता है। ये आंत यानी गट के अच्छे बैक्टीरिया (Good Bacteria) के विकास को बढ़ाने का काम करता है। फाइबर (Fiber) की मात्रा शरीर में पहुंचकर बाउल रेगुलरटी को प्रमोट करने का काम करती है।
खाने में ग्रीन वेजीटेबल्स (Green vegetables) करें शामिल
अच्छी गट हेल्थ के लिए खाने में डार्क ग्रीन वेजीटेबल्स को शामिल करना चाहिए। अगर आपको अक्सर कब्ज की समस्या रहती है, तो खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों को जरूर शामिल करें। ग्रीन वेजीटेबल्स मैग्नीशियम का अच्छा सोर्स होते हैं। साथ ही ये मसल्स कॉन्सट्रेक्शन को इंप्रूव करने का काम करती है। आप खाने में पालक (Spinach), स्प्राउट (Sprouts), ब्रोकली (Broccoli) के साथ ही सभी हरी सब्जियों को भी खाने में शामिल करें। ये जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ हरी सब्जियों को ही खाने में शामिल करें। आप हफ्ते में दो से तीन दिन हरी सब्जियों को जरूर खाएं। ये कब्ज (Constipation) की समस्या राहत दिलाने का काम करती है।
ब्रसल स्प्राउट (Brussel sprouts)
गट के लिए फूड्स में स्प्राउट भी शामिल किया जा सकता है। ब्रसल स्प्राउट फाइबर का अच्छा स्त्रोत होता है। बेनीफिशयल बैक्टीरिया फाइबर की हेल्प से ग्रोथ करते हैं। हेल्दी गट (Healthy gut) के लिए इसे खाने में जरूर शामिल करें।
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जैतून का तेल (Olive oil)
आंत के बैक्टीरिया फैटी एसिड (Fatty acid) और पॉलीफेनोल्स (Polyphenols) को आहार के रूप में लेते हैं। ये दोनों ही जैतून के तेल में पाए जाते हैं। स्टडी में ये बात सामने आई है कि आंत की सूजन को कम करने में जैतून का तेल मदद करता है। जैतून के तेल को सलाद या सब्जियों के साथ लिया जा सकता है।
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फरमंटेड चाय
क्या आपने ऐसी चाय का नाम सुना है? मार्केट में आसानी से आपको फरमंटेड चाय आसानी से मिल जाएगी। आप चाहे तो ऑनलाइन भी बुक कर सकती है। टी में अच्छे प्रोबायोटिक्स होते हैं। आप इसे कॉकटेल के रूप में या फिर रिफ्रेशिंग ड्रिंक के रूप में लिया जा सकता है।