गट और डिजीज का खतरा: गट और दिमाग (Gut and Brain)
गट और डिजीज का खतरा (Gut and Danger of Disease) में अगली बारी है हमारे गट और दिमाग की। गट और दिमाग दोनों एक दूसरे से कनेक्टेड हैं। जैसा की हम जानते ही हैं कि हमारा दिमाग पूरे शरीर को संदेश भेजता है। शोधकर्ताओं का यह मानना है कि हमारा गट दिमाग के साथ कम्यूनिकेट कर सकता है। स्टडी के अनुसार गट माइक्रोबायोम (Gut Microbiome) में बैक्टीरिया का बैलेंस हमारे इमोशंस और जिस तरह से हमारा दिमाग हमारी सेंसेस जैसे आवाज, सुगंध आदि तक सूचना पहुंचाता है, उसे को प्रभावित कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि यह बैलेंस में बदलाव ही कई समस्याओं जैसे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (Autism Spectrum Disorder), एंग्जायटी (Anxiety) या डिप्रेशन (Depression) आदि का कारण बनता है।
गट में समस्या के लक्षण हो सकते हैं ध्यान लगाने में परेशानी, कमजोर याददाश्त, तनाव , एंग्जायटी आदि। ऐसा इसलिए है क्योंकि गट और ब्रेन, गट-ब्रेन एक्सिस के माध्यम से लगातार कम्युनिकेशन करते हैं। इसका अर्थ है कि पुअर गट फंक्शन के कारण पुअर ब्रेन फंक्शन हो सकता है। अन्य क्षेत्रों जिन्हें गट प्रभावित करता है उनमें स्किन, इम्यून सिस्टम, ब्लड शुगर रेगुलेशन, डेटॉक्सिफिकेशन और मेटाबोलिज्म आदि भी शामिल हैं।
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग (Harvard Health Publishing) के अनुसार ब्रेन का हमारे पेट और दिमाग पर सीधा प्रभाव पड़ता है। अगर गट को कोई परेशानी होती है तो उसका सीधा सिग्नल दिमाग पर जाता है और ऐसे ही जब दिमाग में परेशानी होने पर गट वो गट को सिग्नल भेज सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्रेन और गट दोनों आपस में कनेक्टेड हैं।
और पढ़ें : गट हेल्थ को मस्त रखने में मदद कर सकते हैं ये 10 प्रोबायोटिक सप्लिमेंट्स
गट और डिजीज का खतरा: गट और मोटापा (Gut and Obesity)
ऐसा माना गया है कि गट माइक्रोबायोम में अनहेल्दी बैलेंस के कारण हमारे दिमाग में क्रॉस सिग्नल हो सकता है। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है यह पिट्यूटरी ग्लैंड (Pituitary gland) से संबंधित भी हो सकता है जो हार्मोन बनाती है और आपकी भूख को सेट करने में मदद करती है। यह ग्रंथि गट में बैक्टीरिया के संतुलन को भी प्रभावित कर सकती है। ऐसे में अगर गट में समस्या है तो यह समस्या मोटापे का कारण भी बन सकती है।
और पढ़ें : लिकी गट सप्लीमेंट्स : ये सप्लीमेंट्स सुधार सकते हैं लिकी गट की हेल्थ
क्या गट बैक्टीरिया को बदला जा सकता है? (Change of Gut Bacteria)
गट हेल्थ के बारे में सही बात यह है कि इस पर पोषण और जीवनशैली में बदलाव का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। जैसे अगर आप अनहेल्दी आहार खा रहे हैं तो आप बहुत अधिक स्ट्रेस महसूस करेंगे लेकिन जब आप अपने आहार में बलदाव करेंगे तो आपके तनाव में कमी आएगी और जीवन सुधरेगा। हम अपने गट माइक्रोबायोम को जन्म से प्राप्त करते हैं और जब हम बड़े होते हैं तो हमारे आसपास की चीजें इसे प्रभावित करती है। हम क्या खाते हैं? इसका प्रभाव भी हमारे गट पर पड़ता है। इसलिए आप अपने जीवन में बदलाव ला कर अपने गट बैक्टीरिया में बदलाव ला सकते हैं। जानते हैं कौन सी चीजें ला सकती हैं गट बैक्टीरिया में नकारात्मक बदलाव और किन चीजों से रहना चाहिए दूर।