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तीसरा दिन (Day Three)
गट रिसेट (Gut Reset) के तीसरे दिन भी आपको अपने जीवन और आहार में कुछ बदलाव करने हैं, जो इस प्रकार हैं:
फर्मेंटेड फूड ट्राय करें (Fermented Foods)
फर्मेंटेड फूड में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो लाइव बैक्टीरिया हैं। आपको अपनी डायट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जैसे दही। लेकिन हाय फायबर फूड के साथ प्रोबायोटिक्स के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे ब्लोटिंग या गैस। हालांकि, यह समस्याएं कुछ दिनों में ठीक हो जाती हैं लेकिन अगर ऐसा न हो, तो आपको अपने खाने में फर्मेंटेड फूड की मात्रा कम कर देनी चाहिए।
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रिलैक्सेशन तकनीक (Try Relaxation Techniques)
स्ट्रेस कई तरीकों से हमारे गट को प्रभावित कर सकती है। इससे हमारे पाचन की स्पीड प्रभावित होती है, इंटेस्टाइन की सेंसिटिविटी बढ़ती है, और इसके साथ ही गट का स्वस्थ्य भी प्रभावित होता है। इसलिए कुछ रिलैक्सेशन तकनीक को अपने रोजाना के जीवन में शामिल करना जरूरी है जैसे मैडिटेशन, योग, मालिश आदि।
जब इन तीन दिनों में आप इस डायट और तरीकों को अपनाते हैं, तो आप खुद में कुछ बदलाव अवश्य महसूस करेंगे। इसके बाद आप इनमें से कुछ या सभी तरीकों को लॉन्ग-टर्म बेनिफिट्स के लिए अपना सकते हैं
किन लोगों को गट रिसेट को ट्राय नहीं करना चाहिए?
शार्ट-टर्म गट रिसेट (Gut Reset) उन लोगों के लिए सही नहीं है, जिन्हें कुछ हेल्थ संबंधी समस्याएं हैं। इसके साथ ही अगर आप कोई दवाई ले रहे हैं, गर्भवती हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो भी इसका प्लान न करें। गट रिसेट (Gut Reset) में डायट्री रीस्ट्रिक्शन्स शामिल हैं, तो ऐसे में यह ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति के लिए रिकवर करने में भी यह डायट और तरीके मददगार नहीं हैं। अपने आहार में कोई भी बदलाव करने के लिए डॉक्टर या डायटीशियन से बात करनी चाहिए। अगर आपको कोई समस्या होती है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
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3-डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset) कई लोगो के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, इस तरीके का समर्थन करने के लिए अभी पूरे प्रूफ उपलब्ध नहीं हैं कि किस तरह से तीन दिन में यह डायट माइक्रोबायोम या किसी व्यक्ति के पूरे स्वास्थ्य को बदल सकती है। लेकिन, डायट में लॉन्ग टर्म बदलाव का व्यक्ति के गट हेल्थ और कुछ क्रॉनिक हेल्थ कंडीशंस पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस डायट को फॉलो करने से पहले डॉक्टर या डायटिशन की सलाह लें। इस डायट के दौरान या बाद में भी अगर आपको कोई समस्या होती है तो भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेना अनिवार्य है।