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IBS-C का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for IBS with Constipation)
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज दोनों ही तकलीफ एकसाथ होने पर पेट में सूजन (Bloating) और पेट दर्द (Abdominal pain) की परेशानी को कम करने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इसलिए डॉक्टर सबसे पहले ओवर-द-काउंटर मिलने वाली दवाओं को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इन दवाओं में फाइबर सप्लिमेंट्स (Fiber supplements), लैक्सेटिव (Laxatives) एवं स्टूल सॉफ्टनर (Stool softeners) हो सकते हैं। अगर OTC दवाओं से पेशेंट को लाभ नहीं मिलता है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखते हुए एन्टीस्पैस्मोडिक (Antispasmodics) प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इस दवाओं के सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को रिलैक्स किया जाता है। वहीं ब्रेन और गट के बीच हो रहे इंट्रेक्शन को बेहतर बनाये रखने के लिए एसएसआरआई (Selective serotonin reuptake inhibitors) डिप्रिसेंट प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
नोट: इन ऊपर बताई गई ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाएं एवं एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) का सेवन अपनी मर्जी से ना करें, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
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IBS-C की समस्या होने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Tips for IBS and Constipation [IBS-C])
अगर आप इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज (IBS and Constipation) की समस्या से परेशान रहते हैं, तो सबसे पहले अपने लाइफ स्टाइल में 3 सबसे महत्वपूर्ण बातों को शामिल करें। जैसे:
- समय पर सोना और नींद पूरी (Sound sleep) करना
- नियमित एक्सरसाइज (Regular workout) करना और
- तनाव (Tension) से दूर रहना
अगर आपने इन 3 बातों को फॉलो कर लिए, तो समझिये इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज की समस्या अब और नहीं आपको परेशान करेगी। वहीं स्टैंडफोर्ड (Stanford) हेल्थ केयर में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज (IBS and Constipation) होने पर डायट में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को शामिल ना करें। जैसे:
- स्वीटनर्स में शामिल फ्रुक्टोज (Fructose), हनी (Honey) एवं कॉर्न सिरप (Corn syrup)का सेवन ना करें।
- एप्पल (Apple), एप्रिकॉट (Apricot) , एवोकैडो (Avocado) और मेलॉन से दूरी बनायें।
- दूध (Milk) का सेवन ना करें।
- व्हीट प्रॉडट्स ना खाएं। बिन्स (Beans) और लेगियोमस (Legumes) का सेवन ना करें
- लहसुन (Garlic) और प्याज (Onions) के सेवन से भी बचें।
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इन खाद्य पदार्थों पर रोक लगाने के साथ-साथ कुछ बातों पर ध्यान रखना अतिआवश्यक हो जाता है। जैसे:
- एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें।
- कैफीन (Caffeine) के सेवन से बचें।
- कार्बोनेटेड बेवरेज (Carbonated beverages) न लें।
- ग्लूटेन (Gluten) न ले।
- शुगर (Sugar) का सेवन ना करें।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज (IBS and Constipation) एक सामान्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) डिसऑर्डर है, जिससे आसानी से बचा जा सकता है। हालांकि अगर आप IBS-C या किसी भी बीमारी के प्रति लापरवाही बरतते हैं, तो इस छोटी सी शारीरिक परेशानी को गंभीर होने में भले ही थोड़ा वक्त लग जाए, लेकिन फिर पूरी उम्र किसी का साथ मिले या ना मिले पर दवाओं का साथ तो आपको लेना ही पड़ेगा! इसलिए परेशान करने वाले फिजिकल चेंजेस को इग्नोर ना करें। IBS-C से जुड़े अगर आप कुछ सवाल का जवाब चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जरूर देंगे। हालांकि अगर आप IBS-C की समस्या से अत्यधिक परेशान हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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