और पढ़ें: ये दिल मांगे मोर : लेकिन क्या आप इस प्रकार के फिजिकल रिलेशनशिप के लिए तैयार हैं?
लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले जरूर जानिए एक्सपर्ट की सलाह और अपने अधिकार
जानिए एक्सपर्ट की सलाह
इस बारे में दिल्ली के साकेत डिस्ट्रिक कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने हैलो स्वास्थ्य की टीम से बातचीत की। विशाल तिवारी की जानकारी के मुताबिक, लिव इन में रहने वाली महिला के पास वही अधिकार होते हैं, जो एक शादीशुदा महिला को मिले हुए हैं। हालांकि, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होता है।
जानिए क्या कहता है कानून
विशाल तिवारी ने बताया कि अगर कोई महिला एक साल या उससे अधिक समय से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही है, तो उसके पास किसी विवाहिता के जैसे ही आधिकार हैं। लेकिन, अगर दोनों साथी के बीच किसी तरह का रिटेन एग्रीमेंट बना हुआ है, तो ये अधिकार उन पर लागू नहीं होते हैं। यानी, अगर लिव इन रिलेशनशिप शुरू करने से पहले ही कपल दोनों की सहमति से कोई रिटेन एग्रीमेंट बनाते हैं, तो वो उसी के तहत एक-दूसरे के रह सकते हैं और अलग भी हो सकते हैं।