जानिए मूल बातें :
मेनिंजाइटिस (Meningitis) क्या है?
मेनिंजाइटिस एक प्रकार का संक्रमण है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी (मेनिंजेस) के आसपास की मेंब्रेन की सूजन का कारण बनता है। यह आमतौर पर वायरस के कारण होता है लेकिन, कुछ मामलों में बैक्टीरिया या फंगस के कारण भी हो सकता है। मेनिंजाइटिस के कुछ मुख्य लक्षण सिरदर्द, बुखार और गर्दन में अकड़न हैं। हालांकि, मेनिंजाइटिस के कुछ मामले सिर्फ कुछ हफ्तों में ही ठीक हो जाते हैं जबकि, अन्य मामले जानलेवा भी हो सकते हैं। यदि आपको ऐसा लगता है कि आपके परिवार के किसी भी सदस्य को मेनिंजाइटिस के लक्षण है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
मेनिंजाइटिस (Meningitis) कितना आम है?
मेनिंजाइटिस की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। हालांकि, यह अक्सर 30 साल से कम उम्र के व्यस्क और बच्चों को प्रभावित करती है। कमजोर इम्यून सिस्टम होने के कारण बुजुर्गों को भी इससे बहुत अधिक खतरा होता है।
जानिए इसके लक्षण :
मेनिंजाइटिस (Meningitis) के लक्षण क्या हैं?
मेनिंजाइटिस के कुछ सामान्य लक्षण नीचे बताए गए हैं:
- बुखार आना और ठंड लगना, खासकर नवजात शिशुओं और बच्चों में
- मानसिक स्थिति का बदलना
- जी मचलाना और उल्टी होना
- रोशनी के प्रति संवेदनशीलता (फोटोफोबिया)
- तेज सिरदर्द
- गर्दन का अकड़ना
- हांफना
- बार-बार बेहोश होना
ऐसे अन्य कई लक्षण हैं, जिनका उल्लेख नहीं किया जा सकता। यदि आपके पास मेनिंजाइटिस के दुष्प्रभावों के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आप या आपके परिवार में किसी को मेनिंजाइटिस के नीचे बताए लक्षण हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें :
- बुखार
- गंभीर, अविश्वसनीय सिर दर्द
- उलझन
- उल्टी
- गर्दन में अकड़न
वायरल मेनिंजाइटिस किसी उपचार के बिना भी ठीक हो सकता है लेकिन, बैक्टीरियल मेनिंजाइटिस एक गंभीर समस्या है जो कि बहुत जल्दी विकसित हो सकती है और सिर्फ तुरंत किए गए एंटीबायोटिक उपचार से ही ठीक हो सकती है। बैक्टीरियल मेनिंजाइटिस के मामले में अगर देरी से उपचार करते हैं, तो स्थाई रूप से मस्तिष्क क्षति और अन्य हानिकारक प्रभावों का खतरा बढ़ जाता है।
बगैर अपने डॉक्टर को दिखाए यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि आपको किस प्रकार का मेनिंजाइटिस है।
यदि आपके परिवार में कोई भी सदस्य या आपके साथ काम करने वाला व्यक्ति मेनिंजाइटिस से पीड़ित है, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेने की आवश्यकता है। इस संक्रमण को रोकने के लिए आपको दवाओं के सेवन की भी आवश्यकता हो सकती है।
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जानिए इसके कारण :
मेनिंजाइटिस (Meningitis) किन कारणों से होता है?
मेनिंजाइटिस आमतौर पर वायरस के कारण होता है। बैक्टीरिया, फंगस, पैरासाइट, ड्रग्स और ट्यूमर मेनिंजाइटिस होने के अन्य कारण हो सकते हैं।
यदि संक्रमण किसी बैक्टीरिया से होता है, तो आमतौर पर इस संक्रमण के लिए उत्तरदायी बैक्टीरिया हो सकते है : नीसेरिया मेनिंजाइटिस (Neisseria meningitidis), हेमोफिलस इंफ्ल्युएंजा (Haemophilus influenzae), स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया (Streptococcus pneumoniac), लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेंस (Listeria monocytogenes), एस्चेरिचिया कोलाई (Escherichia coli), क्लेबसिएला प्रजातियां (Klebsiella species) और ग्रूप बी स्ट्रेप्टोकोकस (group B streptococcus)। यह बैक्टीरिया खांसी और चुंबन से फैलता है। इस बैक्टीरिया से बचने के लिए आपको अच्छी स्वछता का पालन करना पड़ेगा।
यदि संक्रमण वायरल है, तो यहां बताए जा रहे वायरस सामान्यतः इस इंफेक्शन के कारण हो सकते हैं। जैसे, एंटरोवायरस (enteroviruses), वेस्ट नाइल वायरस (West Nile virus), मम्प्स और एचआईवी वायरस इत्यादि।
जानिए खतरे के कारण :
किन कारणों से मेरे लिए मेनिंजाइटिस (Meningitis) का खतरा बढ़ सकता है?
मेनिंजाइटिस के खतरे बढ़ाने के मुख्य कारण यह हैं :
- अगर आप मेनिंजाइटिस का टीका लगवाना भूल जाते हैं।
- पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में वायरल मेनिंजाइटिस के अधिकांश मामले देखने को मिलते हैं।
- कमजोर इम्यून सिस्टम
- मधुमेह होना
- अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो आपको लिस्टिरोसिस (listeriosis) होने का खतरा बढ़ जाता है। लिस्टेरिया बैक्टीरिया के कारण मेनिंजाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
अगर इनमे से कोई भी जोखिम आपकी जीवनशैली में नहीं हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बीमार नहीं हो सकते। ये संकेत केवल कुछ उदाहरण के लिए हैं। आपको अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
निदान और उपचार को समझें :
यहां दी गई कोई भी जानकारी किसी भी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह की जगह प्रयोग नहीं की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
मेनिंजाइटिस (Meningitis) का निदान कैसे किया जाता है?
मेनिंजाइटिस के निदान के लिए डॉक्टर आपके स्पाइनल फ्लूइड के सैंपल में बैक्टीरिया की जांच कर सकते हैं। स्पाइनल टैप के जरिए डॉक्टर फ्लूइड निकालते हैं। एक सुई को पीठ के निचले हिस्से में लगाया जाता है, जहां से स्पाइनल फ्लूइड निकला जाता है। आपके डॉक्टर ब्लड टेस्ट के साथ-साथ दिमाग की एक्स-रे इमेजिंग का टेस्ट का भी करा सकते हैं।
मेनिंजाइटिस (Meningitis) का इलाज कैसे किया जाता है?
मेनिंजाइटिस का उपचार उसके कारण पर निर्भर करता है। अधिकांश वायरल संक्रमण के लिए, डॉक्टर सिर्फ लक्षणों का इलाज करते हैं और संक्रमण को अपने आप ठीक होने तक इंतजार करते हैं। बैक्टीरियल संक्रमण के मामलों में, मरीजों को लगातार मॉनिटर करने के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। मेनिंजाइटिस के सामान्य उपचार में इंट्रावीनस एंटीबायोटिक थेरिपी, तरल पदार्थ का सेवन और आराम शामिल हो सकते हैं। एंटीबायोटिक्स का उपयोग बैक्टीरियल मेनिंजाइटिस के इलाज के लिए किया जाता है। एंटीबायोटिक्स के सेवन से वायरल मेनिंजाइटिस का इलाज नहीं किया जा सकता है। एंटीवायरल ड्रग्स उन लोगों को दी जा सकती हैं, जिन्हें हर्प्स मेनिंजाइटिस है।
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार :
जीवनशैली में बदलाव या कौन-से घरेलू उपचार मेनिंजाइटिस को रोकने के लिए मेरी मदद कर सकते हैं?
नीचे बताए गए जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको मेनिंजाइटिस से लड़ने में मदद कर सकते हैं:
- बैक्टीरियल मेनिंजाइटिस को हल्के में न लें। यह एक मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति हो सकती है। इसलिए, आपको इस पर तुरंत ध्यान देने और इलाज कराने की जरूरत है।
- सावधानीपूर्वक हाथ धोने से आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
- यदि आप गर्भवती हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि भोजन सफाई से पकाया गया है या नहीं। इसके अलावा, दूध के खाद्य पदार्थ का सेवन काम करें।
यदि आपके पास अभी भी कोई प्रश्न हैं, तो बेहतर समाधान के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लें।