जानें क्या है फीमोरल हर्निया (Femoral hernia)?
हमारी मांसपेशियां यूं तो हमारी आंतों और अन्य अंगों को जगह पर रखने के लिए काफी मजबूत बनी होती हैं। पर कई बार किसी अंदरूनी मांसपेशी में कमजोरी की वजह से पेट के निचले हिस्से में किसी अंग का हिस्सा उतर जाता है। लेकिन अगर कोई टिशू या अंग कमजोर मांसपेशियों को पार करता हुआ जांघ के हिस्से में मौजूद (femoral canal) में पहुंच जाए, तो इसे फीमोरल हर्निया कहते हैं। इस हर्निया में पेट के निचले हिस्से या जांघ के पास अजीब सा उभार नजर आने लगता है। फीमोरल कैनाल फीमोरल धमनियों और रक्तवाहिकाओं से भरी हुई होती है। ये हिस्सा पेट और जांघ के बीच जोड़ में मौजूद होता है। फीमोरल हर्निया को फीमोरोसिल भी कहते हैं।
कितना सामान्य है फीमोरल हर्निया (Femoral Hernia)?
वैसे देखा जाए तो इस तरह का हर्निया कम ही होता है। हालांकि, पुरुषों से ज्यादा इस हर्निया के होने की संभावना महिलाओं में ज्यादा होती है। ज्यादातर हर्निया जो पेट के निचले हिस्से में होते हैं वो इंग्वाइनल हर्निया inguinal hernias होते हैं। कुल मिलाकर सभी हर्निया में से 3 प्रतिशत ही फीमोरल होते हैं। ज्यादातर फीमोरल हर्निया में किसी तरह के कोई लक्षण नहीं नजर आते हैं। हालांकि, कभी-कभी यह गंभीर समस्या का कारण बन सकता है। यदि हर्निया आपकी आंतों में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करता है तो यह बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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क्या है फीमोरल हर्निया (Femoral Hernia) के लक्षण?
कई तरह के छोटे और मध्यम हर्निया के कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। फीमोरल हर्निया के कई मामलों में भी हो सकता है कि कोई लक्षण नजर ना आएं। लेकिन अगर हर्निया का आकार बड़ा है, तो ये तकलीफदेह हो सकता है और इसे आसानी से पहचाना भी जा सकता है। पेट के निचले हिस्से से लेकर जांघ के ऊपरी हिस्से में उभार नजर आने लगता है। कई बार खड़े होने पर, किसी भारी वस्तु उठाने पर और अत्यधिक मेहनत करने पर भयानक दर्द का अहसास होता है। आमतौर पर फीमोरल हर्निया हिप बोन के पास होता है, जिसकी वजह से हिप में भी दर्द का अहसास होता है। इसे हिप पेन भी कहते हैं।
फीमोरल हर्निया तब खतरनाक रूप ले लेता है जब ये आपकी आंतों में अवरोध पैदा करने लगे। इस खतरनाक स्थिति को strangulation कहते हैं। strangulation की वजह से आंतें या बॉवल टिशू मरने लगते हैं और इससे आपकी जान खतरे में पड़ जाती है। ये एक तरह की मेडिकल इमरजेंसी है। इस स्थिति में निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं-
- भयानक पेट दर्द
- पेट के नीचे अचानक दर्द
- बेचैनी
- उल्टी
अगर आपको उपरोक्त लक्षण नजर आते हैं तो तत्काल डॉक्टर की मदद लें। अगर हर्निया की वजह से आपकी आंतों में खून के प्रवाह में अवरोध आता है तो इमरजेंसी ऑपरेशन कर जान बचाई जा सकती है।
उपरोक्त के अलावा भी कई तरह के लक्षण इस हर्निया में नजर आ सकते है। अगर आपको किसी लक्षण को लेकर परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से बात करना ना भूलें।
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कब मिलें डॉक्टर से?
अगर आपको किसी भी तरह के लक्षण नजर आते हैं, या मन में कोई शंका है तो मेडिकल टेस्ट कराएं या डॉक्टर से मिलें। हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग तरह से प्रतिक्रिया देता है। इसलिए इस स्थिति में सबसे बेहतर है डॉक्टरी सलाह।
किस वजह से होता है फीमोरल हर्निया (Femoral Hernia)?
अबतक फीमोरल हर्निया की किसी ठोस वजह का पता नहीं चल सका है। पर ऐसा माना जाता है कि जन्म के दौरान कमजोर फीमोरल कैनाल के होने से या भविष्य में फीमोरल कैनाल के कमजोर पड़ने पर ये बीमारी होती है।
इन वजहों से होता है फीमोरल हर्निया (Femoral Hernia) का खतरा?
कैसे पता चलता है इस बीमारी का?
डॉक्टर शारीरिक जांच कर और प्रभावित हिस्से को छूकर ही इसका पता लगा सकते हैं। अगर हर्निया बड़ा है, तो निश्चित ही उसमें उभार नजर आता है। अगर छूकर पता न चले तो स्कैन से भी हर्निया का पता लगाने के साथ कमजोर मांसपेशियों का पता किया जा सकता है।
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कैसे होता है फीमोरल हर्निया का इलाज?
अगर फीमोरल हर्निया छोटा है या उसके कोई लक्षण नजर नहीं आते तो इसके इलाज की जरूरत नहीं पड़ती। डॉक्टर इसपर निगरानी रखते हैं अगर ये बढ़ता है और मध्यम या बड़े आकार का होता है, तो ही सर्जरी की आवश्यक्ता पड़ती है। फीमोरल हर्निया की सर्जरी में पहले बाहर आए अंग के हिस्से को वापस अपनी जगह पर ढकेला जाता है। इसके बाद कमजोर मांसपेशियों को ठीक किया जाता है। अन्य हर्निया के मुकाबले इस हर्निया के बढ़ने पर सीधे सर्जरी की सलाह दी जाती है क्योंकि इसके खतरे ज्यादा हैं।
इन दो तरीकों से होता है फीमोरल हर्निया (Femoral Hernia) का इलाज
ओपन सर्जरी (Open surgery)
इस सर्जरी में कट लगाकर सर्जन बाहर आए हिस्से को वापस ढकेलता है।
लैप्ररोस्कोपी या कीहोल सर्जरी (Laproscopy or keyhole surgery)
इसमें कई कट लगाकर लैप्रोस्कोप/कैमरा की मदद से सर्जन प्रभावित जगह को देखता है और सर्जरी करता है।
हर सर्जरी के अपने-अपने फायदे और नुकसान है। ये आपकी स्थिति पर निर्भर करता है कि आपके लिए कौन सी सर्जरी सही रहेगी। कुछ लोग सर्जरी के बाद उसी दिन घर जा सकते हैं। जबकि कुछ लोगों को ठीक होने में कुछ महीने लग सकते हैं। ज्यादातर लोग फीमोरल हर्निया सर्जरी के बाद छह हफ्तों में पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।
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अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में फीमोरल हर्निया से जुड़ी हर जानकारी देने की कोशिश की गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं।
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