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सिर्फ गट के लिए ही नहीं वजायनल हेल्थ के लिए भी प्रोबायोटिक्स हैं फायदेमंद, इन दो बीमारियों पर करते हैं असर

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/05/2021

    सिर्फ गट के लिए ही नहीं वजायनल हेल्थ के लिए भी प्रोबायोटिक्स हैं फायदेमंद, इन दो बीमारियों पर करते हैं असर

    प्रोबायोटिक्स (Probiotics) आजकल बेहद पॉपुलर हो चुके हैं। ये ड्रिंक्स, पिल्स और पाउडर के रूप में उपलब्ध हैं। डायजेस्टिव हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स का उपयोग तो आपने सुना होगा लेकिन अब वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स (Probiotics for Vaginal Health) के फायदे बताए जा रहे हैं। ये वजायनल इम्बैलेंस (Vaginal imbalance) जैसे कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस को रोकने और इसके उपचार में मदद कर सकते हैं। साथ ही इनका उपयोग वजायनल पीएच बैलेंस (PH Balance) के कारण होने वाली कंडिशन में प्रभावी है। इन दिनों वजायनल प्रोबायोटिक्स की डिमांड भी काफी बढ़ रही है। यह पिल्स के साथ ही वजायनल सपोजिटरी कैप्सूल (Vaginal suppository capsule) जिनका उपयोग वजायना के अंदर किया जाता है दोनों रूपों में उपलब्ध हैं।

    प्रोबायोटिक्स (Probiotics) क्या होते हैं?

    प्रोबायोटिक्स (Probiotics) हेल्दी बैक्टीरिया (Healthy bacteria) हैं जो कुछ फूड्स और न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स में पाए जाते हैं। अगर इनका उपयोग सही मात्रा में किया जाए तो यह लाभदायक हो सकते हैं। प्रोबायोटिक्स में ज्यादातार बैक्टीरिया पाए जाते हैं, लेकिन कुछ में यीस्ट भी हो सकते हैं। प्रोबायोटिक्स पूरे शरीर में रहते हैं और विशेष रूप से पाचन तंत्र में पाए जाते हैं, जहां वे हानिकारक सूक्ष्मजीवों के विकास को रोक सकते हैं। आंत के बैक्टीरिया के कई अन्य कार्य भी होते हैं, जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति भी शामिल है। कोई गंभीर बीमारी, एंटीबायोटिक्स के साइड इफेक्ट और डायट के कारण इन बैक्टीरियाज में इम्बैलेंस होता है। प्रोबायोटिक्स एंटीबायोटिक से होने वाले डायरिया (Antibiotic diarrhea), मोटापा, आईबीएस (IBS) और एटोपिक डर्मेटायटिस (Atopic dermatitis) में मददगार होते हैं। वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स के उपयोग से जुड़ी जानकारी आगे प्राप्त करते हैं।

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    वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स (Probiotics for Vaginal Health)

    वजायना में हजारों माइक्रोऑर्गेनिज्म (Microorganism) पाए जाते हैं, जिसमें अच्छे बैक्टीरिया भी होते हैं जो वजायना की हेल्थ को मेंटेन करते हैं। प्रोबायोटिक्स सप्लिमेंट्स कंपनीज का दावा है कि वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स के उपयोग से वजायना में हेल्दी बैक्टीरिया की ग्रोथ बढ़ती है। इसके साथ ही ये वजायना के पीएच बैलेंस को संतुलित रखने में मदद करते हैं। हालांकि कुछ रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है प्रोबायोटिक्स का उपयोग एंटीबायोटिक रेजिस्टेंट, डायरिया और अल्सेटिव कोलाइटिस का कारण बन सकता है। वही अर्ली स्टडीज में वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स के फायदे बताए गए हैं। वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स (Probiotics for Vaginal Health) कितना फायदेमंद है इस पर अभी और रिसर्च की आवश्यकता है।

    वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स Probiotics for Vaginal Health

    वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स (Probiotics for Vaginal Health) का उपयोग क्यों किया जाता है?

    वजायनल प्रोबायोटिक्स का उपयोग निम्न दो कंडिशन्स में किया जाता है।

    बैक्टीरियल यीस्ट इंफेक्शन (Bacterial yeast infection)

    यीस्ट इंफेक्शन वजायनल इम्बैलेंस के कारण होता है। फंगस जिसे कैंडिडा कहा जाता है इसके लिए जिम्मेदार होता है। कैंडिडा वजायना में दूसरे माइक्रोऑर्गनिज्म के साथ रहता है, लेकिन यीस्ट इंफेक्शन होने पर कैंडिडा अधिक मात्रा में ग्रो करता है और हेल्दी बैक्टीरियाज को ओवरकम कर लेता है। इसकी वजह से वजायना में खुजली और डिस्चार्ज जैसी परेशानियां होती हैं। इसके साथ ही सेक्स और यूरिन पास करते समय जलन का एहसास होना भी इसके लक्षण हैं। ऐसे में वजायनल प्रोबायोटिक्स मददगार हो सकते हैं।

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    बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) (BV)

    वजायनल इम्बैलेंस का दूसरा नाम बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस से पीड़ित महिलाओं की वजायना में बैक्टीरियाज की अलग-अलग प्रजातियां होती हैं। वहीं स्वस्थ महिलाओं की वजायना में प्रजातियों की संख्या कम होती है। ये अतिरिक्त बैक्टीरिया योनि के पीएच को बढ़ाने का कारण बनते हैं। इससे योनि में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया लैक्टोबैसिली (Lactobacilli) की संख्या कम हो जाती है। वजायनल प्रोबायोटिक्स कंपनीज का दावा है कि ये सप्लिमेंट्स वजायना के अंदर हेल्दी बैक्टीरियाज की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। बैक्टीरियल वेजिनोसिस से पीड़ित महिलाएं अक्सर अनुभव करती हैं:

    • पीरियड्स और सेक्स के बाद वजायना से मछली जैसी गंध
    • यूरिन के दौरान जलन
    •  मिल्की और ग्रे वजायनल डिस्चार्ज (Milky and gray discharge)
    • खुजली

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    वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स (Probiotics for Vaginal Health) का उपयोग कितना फायदेमंद है?

    प्रोबायोटिक्स का सेवन वजायना में बैक्टीरिया के उचित संतुलन को बहाल करने में मदद करता है। ये थ्योरी लैब एक्सपेरिमेंट्स पर आधारित है। जो प्रत्येक ह्यूमन बॉडी पर सही साबित होगी ऐसा जरूरी नहीं है।

    एनसीबीआई (NCBI) में छपी एक स्टडी के अनुसार डॉक्टर्स ने पाया कि महिलाएं जो प्रोबायोटिक योगर्ट का सेवन करती थी (जिसमें लैक्टोबिसलस एसिडोफिलस पाया जाता है)। उनकी वजायना उन महिलाओं की तुलना में लैक्टोबिसिलि एसिडोफिलस (Lactobacilli acidophilus) बैक्टीरिया प्रचुर मात्रा में पाया गया जिन्होंने योगर्ट का सेवन नहीं किया। साथ ही उन्होंने बैक्टीरियल वेजोनिसस का अनुभव भी नहीं किया। इससे यह साबित होता है कि प्रोबायोटिक्स वजायनल इम्बैलेंस के प्रति प्रोटेक्टिव इफेक्ट रखते हैं।

    एनसीबीआई (NCBI) की एक दूसरी स्टडी के अनुसार बैक्टीरियल वेजोनिसस का इलाज करने के लिए महिलाओं को दो प्रकार का ट्रीटमेंट दिया गया। जिसमें एक ग्रुप को एंटीबायोटिक्स के साथ प्रोबायोटिक्स दिए गए तो वहीं दूसरे ग्रुप को एंटीबायोटिक्स के साथ प्लेसिबो। तीस दिन के बाद एंटीबायोटिक और प्रोबयोटिक्स ग्रुप का क्योर रेट 90 प्रतिशत था और दूसरे ग्रुप का 40 प्रतिशत तक। इन स्टडीज में भले ही वजायनल प्रोबायोटिक्स का उपयोग फायदेमंद साबित हुआ, लेकिन वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स का उपयोग हमेशा डॉक्टर क सलाह पर ही करें।

    डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए

    सामान्य तौर पर वजायनल इम्बैलेंस की स्थिति माइल्ड से मॉडरेट होती है। यह किसी गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण नहीं बनती। हालांकि यीस्ट इंफेक्शन और बैक्टीरियल वेजोनसिस का अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह सीरियल डिसकंफर्ट का कारण बनता है। अगर सेक्स के बाद आपको दर्द या खुजली का एहसास होता है या वजायना में किसी तरह के कुछ असामान्य लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।

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    वजायनल हेल्थ के लिए फॉलो करें ये टिप्स (Tips for Healthy Vagina)

    वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स का उपयोग करें या ना करें हर महिला को वजायनल हेल्थ के लिए कुछ टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए जो निम्न हैं।

    • रेगुलर स्क्रीनिंग करवाएं और गायनोकोलॉजिस्ट के विजिट को ना टालें
    • हार्मफुल जर्म्स, एसटीडी और अनवांटेड प्रेग्नेंसीज से बचने के लिए सेफ सेक्स को प्राथमिकता दें।
    • वजायना को क्लीन करने के लिए साबुन नहीं सिर्फ पानी का ही उपयोग करें। वजायना एक सेल्फ क्लीनिंग ऑर्गन है।
    • अगर लुब्रिकेंट्स का उपयोग करना चाहती हैं, तो कैमिकल्स प्रोडक्ट्स की तुलना में कोकोनट ऑयल और ऑलिव ऑयल का उपयोग करना बेहतर होगा, लेकिन
    • पेट्रोलियम जेली का उपयोग न करें।
    • मेनोपॉज के बाद होने वाली ब्लीडिंग को कभी इग्नोर न करें और इसके बारे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
    • हेल्दी डायट और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन अच्छी वजायनल हेल्थ के लिए भी जरूरी है।
    • यूटीआई या बैक्टीरियल वेजोनिसस किसी प्रकार का इंफेक्शन होने पर उसका इलाज जरूर कराएं।
    • सूखें अंडरगारमेंट्स का उपयोग करें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और वजायनल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स Probiotics for Vaginal Health से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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