परिभाषा
जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) एक इंफ्लामेट्री डिसीज है। इसमें धमनियों की लाइनिंग में सूजन आ जाती है। आमतौर पर यह सिर की नसों जिसे टेम्पल कहते हैं को अधिक प्रभावित करता है, इसलिए इसे टेम्पोरल आर्टेराइटिस (Temporal arteritis) भी कहा जाता है। यदि समय रहते इसका सही उपचार न किया जाए तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। जायंट सेल आर्टेराइटिस के बारे में जानिए सबकुछ इस आर्टिकल में।
जायंट सेल आर्टेराइटिस या टेम्पोरल आर्टेराइटिस (Temporal arteritis) क्या है?
जायंट सेल आर्टेराइटिस धमनियों (रक्त वाहिकाओं) की सूजन है जिसकी वजह से धमनी संकुचित या बंद हो जाती है इस कारण से सिर और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह प्रभावित होता है। यह सिर की नसों को ज्यादा प्रभावित करता है, खासतौर पर सिर की नसों को जिसे टेम्पल कहा जाता है, यही वजह है कि जांयट सेल आर्टेराइटि (Giant cell Arteritis) को टेम्पोरल आर्टेराइटिस भी कहा जाता है।
जायंट सेल आर्टेराइटिस के कारण बार-बार सिरदर्द, खोपड़ी का संवेदनशील होना, जबड़े में दर्द और दृष्टि संबंधी परेशानी होती है। यदि सही समय पर उपचार न किया जाए तो इससे अंधापन भी हो सकता है। दरअसल, यह एक ऑटो इम्यून कंडिशन है जो इम्यून सिस्टम के गलत तरीके से प्रतिक्रिया करने की वजह से होता है, इसमें इम्यून सिस्टम गलती से स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला कर देता है।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं की मदद से जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) के लक्षणों का उपचार किया जा सकता है और आंखों की रोशनी बचाई जा सकती है। उपचार के कुछ ही दिनों के भीतर आप बेहतर महसूस करने लगते हैं, लेकिन उपचार के साथ भी यह स्थिति दोबारा आपको परेशान कर सकती है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड के किसी तरह के साइड इफेक्ट से बचने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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लक्षण
जायंट सेल आर्टेराइटिस (टेम्पोरल आर्टेराइटिस) के क्या लक्षण हैं? (Giant cell Arteritis Symptms)
जायंट सेल आर्टेराइटिस के मुख्य लक्षण है सिरदर्द खासतौर पर टेम्पल्स और खोपड़ी में दर्द, जो बहुत गंभीर हो सकता है। इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैः
- थकान
- कमजोरी
- भूख न लगना
- जबड़े में दर्द, जो कई बार कुछ चबाते समय होता है
- दोहरा दिखना (डबल विजन)
- अचानक से स्थाई रूप से एक आंख की रोशनी जाना
- टेम्पल्स (सिर की नसों) में तेज दर्द
- कंधे में दर्द, हिप में दर्द और अकड़न
- चेहरे पर दर्द
- कफ
- गले में दर्द
- जीभ में दर्द
- बुखार
- अचानक से वजन कम होना
इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
कारण
जायंट सेल आर्टेराइटिस (टेम्पोरल आर्टेराइटिस) के क्या कारण हैं? (Giant cell Arteritis Causes)
जायंट सेल आर्टेराइटिस किसी भी मध्यम या बड़ी रक्त वाहिका को प्रभावित कर सकता है। इसमें रक्त वाहिकों में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से रक्त प्रवाह में बाधा आती है, लेकिन सूजन क्यों होती है इसके सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है। जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) एक ऑटोइम्यून डिसीज (Autoimmune diseases) है, जिसका मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम गलती से स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है और इसकी वजह से सूजन हो सकती है। डॉक्टरों को भले ही इसके सटीक कारणों का पता न हो, लेकिन उनका मानना है कि कुछ जींस और पर्यावरणीय कारक इसके खतरे को बढ़ा देते हैं। यह आमतौर पर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को होती है।
जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) से होने वाली जटिलताएं
जायंट सेल आर्टेराइटिस से कुछ गंभीर जटिलताएं हो सकती हैः
अंधापन- आंखों में रक्त प्रवाह कम या बंद होने से अचानक से एक और दुर्लभ मामलों में दोनों आंखों की रोशनी जा सकती है। अंधापन स्थाई होता है।
एरोटिक एन्यूरेजम – एन्यूरेजम एक उभार है जो कमजोर रक्त वाहिकाओं में बनता है, आमतौर पर बड़ी धमनी में जो आपके सीने और पेट के केंद्र में होता है। एरोटिक एन्यूरेजम के फटने से आंतरिक रक्तस्राव होता है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
स्ट्रोक- जायंट सेल आर्टेराइटिस के कारण होने वाली यह असामान्य जटिलता है।
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निदान
जायंट सेल आर्टेराइटिस (टेम्पोरल आर्टेराइटिस) का निदान कैसे किया जाता है?
जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) का निदान करने के लिए डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करता है और इस बात की जांच करता है कि सिर में कोमलता तो नहीं है। वह माथे की धमनियों पर खास ध्यान देता है। वह ब्लड टेस्ट की भी सलाह दे सकता है। कुछ ब्लड टेस्ट से जायंट सेल आर्टेराइटिस के निदान में मदद मिलती है, इसमें शामिल हैः
हीमोग्लोबिन टेस्ट- यह रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा या रक्त में मौजूद ऑक्सीजन ले जाने वाले प्रोटीन की मात्रा मापता है।
हेमाटोक्रिट- यह टेस्ट रेड ब्लड सेल्स से बने रक्त की मात्रा को मापता है।
लिवर फंक्शन टेस्ट– लिवर की कार्यप्रणाली की जांच के लिए यह टेस्ट किया जाता है।
एरिथ्रोसाइट सेडिमेन्टेशन रेट (ESR)- यह टेस्ट बताता है कि रेड ब्लड सेल्स कितनी जल्दी टेस्ट टयूब के नीचे इकट्ठा हो जाता है। ESR ज्यादा होने का मतलब है कि शरीर में सूजन है।
सी रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (C reactive protein test) – यह लिवर द्वारा बनाए गए प्रोटीन की मात्रा को मापता है। उत्तकों में चोट लगने के बाद यह रक्त प्रवाह में जाता है। इसकी ज्यादा मात्रा का मतलब है कि शरीर में सूजन है।
हालांकि यह टेस्ट मददगार होते हैं, लेकिन निदान के लिए सिर्फ ब्लड टेस्ट ही काफी नहीं है। इसलिए बायोप्सी, सीटी स्कैन, MRI आदि किया जाता है।
उपचार
जायंट सेल आर्टेराइटिस का उपचार (Giant cell Arteritis treatment)
जायंट सेल आर्टेराइटिस को ठीक नहीं किया जा सकता है, इसलिए उपचार का मकसद उत्तकों को होने वाली क्षति को कम करना है। जायंट सेल आर्टेराइटिस का संदेह होने पर तुरंत उपचार शुरू किया जाना चाहिए। टेस्ट रिजल्ट आए बिना सिर्फ संदेह के आधार पर डॉक्टर कोर्टिकोस्टेरोइड (Corticosteroid) की सलाह दे सकता है, लेकिन कोर्टिकोस्टेरोइड से अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता हैः
ग्लुकोमा
मोतियाबिंद
दवा के अन्य साइड इफेक्ट में शामिल है:
वजन बढ़ना
ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना
ऑस्टियोपोरोसिस
हाई ब्लड प्रेशर
मांसपेशियों की कमजोरी
इम्यून सिस्टम का सही तरह से काम न करना
रात में सोने में परेशानीट नील
ड़ना
त्वचा का पतला होना
इन साइड इफेक्ट्स को कम करन के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
जायंट सेल आर्टेराइटिस (Giant cell Arteritis) का उपचार एक से दो साल तक चलता है। जब तक आपकी कोर्टिकोस्टेरोइड थेरेपी चलती है, तो आपका नियमित चेकअप के लिए डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। वह उपचार की प्रगति की निगरानी करेगा और उपचार के प्रति आपका शरीर किस तरह से प्रतिक्रिया कर रहा है यह भी देखेगा। उपचार के तहत निम्न की सलाह दी जा सकती हैः
- विटामिन डी और कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना
- स्मोकिंग से परहेज
- वजन कम करने वाली एक्सरसाइज
- नियमित बोन डेन्सिटी स्क्रीनिंग
- बीच-बीच में ब्लड शुगर की जांच
ट्रीटमेंट का कोर्स पूरा होने के बाद भी आपको चेकअप के लिए डॉक्टर से मिलन की जरूरत है, क्योंकि जायंट सेल आर्टेराइटिस दोबारा हो सकता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।