2.संतरा
संतरा हर कहीं उपलब्ध होता है। इसमें कैल्शियम की लगभग 50 मिलीग्राम मात्रा पाई जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कैल्शियम की कमी का इलाज करने के लिए संतरा इस्तेमाल करें। संतरा कैल्शियम की प्राप्ति का एक बेहतर विकल्प ही नहीं बल्कि जरूरत भी है। अगर आप संतरे का फल नहीं खाना चाहतीं तो इसके जूस का भी सेवन कर सकती हैं। गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी ना हो इसलिए गर्भवती को संतरा लेने की सलाह दी जाती है।
3.पालक
कैल्शियम की कमी का इलाज करना हो तो हर घर में पकने वाले पालक को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें। इसमें 250 ग्राम कैल्शियम पाया जाता है। इससे शरीर में कैल्शियम का स्तर संतुलित रखा जा सकता है। कई लोगों को पालक की सब्जी या साग पसंद नहीं होता, उन्हें पालक से बनी सलाद का सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी को पालक भी दूर करता है जिसको खाने से आयरन भी मिलता है।
4.शलजम
कई लोग नॉनवेज का सेवन नहीं करते। ऐसी गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम की कमी से बचने के लिए शलजम का सेवन करना चाहिए जो कि कैल्शियम से भरपूर है। 100 ग्राम शलजम में लगभग 190 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी को कम करने के लिए खाने के साथ सलाद में शलजम भी ले सकते हैं।
5.दूध-दही
दूध तथा दही दोनों में अलग-अलग 125 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। यह मात्रा शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण है। कम वसा वाले दही (योगर्ट) में कैल्शियम भरपूर मात्रा पाया जाता है। गर्भावस्था में कैल्शियम के लिए दूध-दही हमेशा सबसे आसान विकल्प है।
6.बादाम
बादाम का सेवन अमूमन हर कोई करता है, लेकिन शायद आपको यह जानकारी न हो कि कैल्शियम की कमी के इलाज के लिए बादाम बढ़िया विकल्प है। बादाम में 264 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। कई शोध में इस बात पर जोर दिया गया है कि बादाम ड्राई फ्रूट्स में सबसे अधिक कैल्शियम वाला ड्राई फ्रूट है। गर्भावस्था में कैल्शियम के सप्लीमेंट लेने के साथ ही बादाम का सेवन करना भी अच्छा विकल्प है। बादाम दिमाग को तेज करता है और साथ ही कैल्शियम की कमी भी पूरी करता है।