विटामिन बी-12 की कमी (Vitamin B-12 deficiency) से क्या हो सकता है?
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विटामिन बी-12 की कमी कैसे दूर करें?
नीचे ऐसे हेल्थ सप्लिमेंट्स के बेहतर फूड्स के नाम दिए गए हैं, जो आपको अपने आहार में शामिल करना चाहिए:
अगर आप नॉनवेजीटेरियन खाते हैं तो इन विकल्पों पर विचार करना चाहिए, क्योंकि ये विटामिन बी-12 के अच्छे स्रोत हैं।
- अंडे (Egg)
- मछली (Fish)
- मीट (Meat)
- चिकन (Chicken)
अगर आप वेजीटेरियन हैं तो इन हेल्दी शाकाहारी हेल्थ सप्लिमेंट्स फूड्स के सेवन पर विचार करें।
डेयरी प्रोडक्ट्स:
दूध, दही, घी, बटर, पनीर आदि।
टोफू (Tofu)
मशरूम आदि के सेवन से विटामिन बी-12 प्राप्त कर सकते हैं।
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3. मैग्नीशियम (Magnesium)
डॉक्टर्स के मुताबिक शरीर मे मैग्नीशियम की कमी होने पर इसका पता लगाना मुश्किल होता है, क्योंकि इससे संबंधित ब्लड-टेस्ट बहुत ज्यादा विश्वसनीय नहीं होते। मैग्नीशियम की उपयोगिता और महत्व आप इससे समझ लें कि यह हमारे ब्रेन (मस्तिष्क), हृदय (हार्ट) तथा न्यूरॉन्स को सुचारू रूप से काम करने के लिए इसकी जरूरत होती है। मैग्नीशियम की कमी होने पर क्रॉनिक तनाव होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। कई तरह के जंक फूड और अनहेल्दी फूड्स की वजह से हम शरीर मे मैग्नीशियम की कमी को बढ़ावा दिए जा रहे हैं। डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि शराब के अधिक इस्तेमाल से भी इसके अब्सॉर्पशन में कमी आती है।
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मैग्नीशियम की कमी से क्या हो सकता है?
मैग्नीशियम की कमी कैसे दूर करें?
हेल्थ सप्लिमेंट्स का बेहतर जरिया है। अगर आप मैग्नीशियम की कमी से परेशान हैं और ऊपर बताए गए समस्याओं में से कोई लक्षण दिख रहे हैं तो आप इन भोजन से विटामिन बी-12 की कमी को पूरा कर सकते हैं और इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां (Green leafy vegetables) :
नट्स (Nuts):
बीज (Seeds) :
- कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
- सूरजमुखी के बीज (Sunflower seeds)
मछली (Fish):
- मैकेरल (Mackerel)
- सैल्मन (Salmon)
- बींस (Beans)
- साबुत अनाज (whole Grain)
- एवोकैडो (Avocado)
- दही (Curd)
- केले (Banana)
- ड्राय-फ्रूट्स (Dry Fruits)
- अंडे (Egg) आदि।
ओमेगा-3 एसिड का पूरा नाम “ओमेगा-3 फैटी एसिड” है। यह शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी होता है। ओमेगा-3 शरीर में प्राकृतिक रूप से नहीं बन पता है। इसलिए इसे आहार के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है। यह पॉलीअनसेचुरेटेड वसा का एक रूप है तथा इससे शरीर को किसी तरह की हानि नहीं पहुंचती। यह हृदय रोग के जोखिम और स्तन कैंसर को भी कम करता है।
ओमेगा-3 तीन रूपों में पाए जाते हैं: अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA), डोकोसाहेक्सानॉइक एसिड (DHA) तथा इकोसापेंटैनॉइक एसिड (EPA)
इनमें अल्फा लिनोलेनिक पौधों में पाया जाता है तथा डोकोसाहेक्सानॉइक और इकोसापेंटैनॉइक एसिड नॉनवेज में पाया जाता है।
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ओमेगा-3 की कमी से क्या हो सकता है?
ओमेगा-3 की कमी कैसे दूर करें?
इसे इसे इन हेल्दी फूड्स से प्राप्त किया जा सकता है:
ऑयली फिश:
- सैल्मन
- मैकेरल
- ट्राउट
- रोहू
यदि आप वेजीटेरियन हैं: