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ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर कैसा होता है असर?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 07/01/2022

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर कैसा होता है असर?

    आपको जानकर हैरानी होगी कि पुरुषों में ओरल कैविटी कैंसर का खतरा 10 गुना ज्यादा होता है। ओरल कैविटी कैंसर सिर और गर्दन के सबसे आम कैंसर में से एक है, और यह दुनिया में मृत्यु के दस सबसे आम कारणों में से एक है। ज्यादातर मामलों में, ओरल कैविटी कैंसर (Oral cavity Cancer) का पता एक एडवांस्ड स्टेज में लगता है जब थेराप्यूटिक ऑप्शंस (therapeutic options) लोगों के पास कम हो जाते हैं, और रोग को ठीक करना बहुत कठिन हो जाता है।

    कई लोगों में ट्रीटमेंट से ओरल कैविटी (Oral cavity) या ऑरोफरीन्जियल कैंसर (Oropharyngeal cancer) को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। अगर आपको ओरल कैविटी कैंसर है, तो यह आपकी जिंदगी बदल सकता है। यह आपके दिन-प्रतिदिन के रूटीन को कैसे प्रभावित करता है यह आपके कैंसर के आकार पर निर्भर करेगा। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि इन बदलावों से निपटने के लिए आप तरीके ढूंढ सकते हैं। इस लेख के जरिए जानते हैं कि ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर (Effects of oral cavity cancer on quality of life) कैसा होता है? इसको मैनेज करने के लिए क्या टिप्स अपनाएं जा सकते हैं?

    और पढ़ें: Mouth Cancer: मुंह का कैंसर या माउथ कैंसर क्या है?

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर: खाने और न्यूट्रिशन में समस्याएं

    • मुंह और गले के कैंसर और उनके ट्रीटमेंट से कभी-कभी स्वाद में कमी या बदलाव, मुंह में सूखापन या यहां तक ​​कि दांतों का गिरना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इससे खाना खाना मुश्किल हो सकता है, जिससे खराब नुट्रिशन के कारण वजन कम हो सकता है और कमजोरी आ सकती है।
    • कुछ लोगों को ट्रीटमेंट के दौरान और बाद में जो कुछ भी वे खाते हैं उसे मैनेज करने की जरूरत हो सकती है या न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स (Nutritional supplements) की आवश्यकता हो सकती है ताकि शरीर को पर्याप्त पोषण मिल सके। कुछ को इलाज के दौरान और बाद में कम से कम थोड़े समय के लिए पेट में फीडिंग ट्यूब लगाने की भी आवश्यकता हो सकती है।

    आपकी पर्सनल न्यूट्रिशनल नीड्स को मैनेज करने में मदद करने के लिए डॉक्टरों और नुट्रिशनिस्ट्स से सलाह लें। यह आपको अपना वजन बनाए रखने और आपको जरूरी पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद करेगा।

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर: बोलने, सुनने और निगलने में समस्या

    रेडिएशन, सर्जरी और कुछ कीमो ड्रग्स से बोलने, निगलने और सुनने की समस्या हो सकती है। स्पीच थेरेपिस्ट आपकी बोलने और निगलने की समस्याओं को सुलझा सकते हैं और उन्हें मैनेज करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। यदि ट्रीटमेंट ने इसे प्रभावित किया है, तो आपको अपनी सुनने की क्षमता में सुधार करने के लिए डिवाइसेस के लिए एक ऑडियोलॉजिस्ट (Audiologist) की जरूरत पड़ सकती है।

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर : डॉक्टर से केयर प्लान के लिए बात करें

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर (Effects of oral cavity cancer on quality of life) अच्छा रहे इसके लिए आपको ये कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी हैं:

    • डॉक्टर द्वारा बताए गए फॉलो-अप एग्जाम और टेस्ट करवाएं
    • अन्य टेस्ट के लिए योजना बनाएं जिनकी भविष्य में आपको जरूरत पड़ सकती है, जैसे अन्य प्रकार के कैंसर के लिए अर्ली डिटेक्शन (स्क्रीनिंग) टेस्ट
    • आपके ट्रीटमेंट से होने वाले संभावित साइड इफेक्ट्स की एक लिस्ट डॉक्टर से मांगे
    • डॉक्टर से सुझाव लें जो आपकी हेल्थ में सुधार कर सकते हैं, जिससे कैंसर के वापस आने की संभावना कम हो सके, जैसे डाइट और फिजिकल एक्टिविटी सजेशन
    • अपने प्राइमरी केयर प्रोवाइडर (पीसीपी) के साथ अपने अपॉइंटमेंट्स को याद रखें जिससे जनरल हेल्थ केयर की मॉनिटरिंग हो सके।

    और पढ़ें: जानिए मुंह के कैंसर के प्रकार और उनके होने का कारण

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर (Effects of oral cavity cancer on quality of life) देखने के लिए फॉलो-अप केयर

    ओरल कैविटी या ऑरोफरीन्जियल के कैंसर वाले लोगों में कैंसर के वापस आने का खतरा होता है और सिर और गर्दन के हिस्से में नए कैंसर डेवलप होने का खतरा होता है, इसलिए ट्रीटमेंट के बाद उनकी मॉनिटरिंग बारीकी से की जानी चाहिए। आपकी कैंसर केयर टीम बताएगी कि आपको कौन से टेस्ट और कितनी बार कराने चाहिए। यह सब आपके कैंसर के प्रकार और स्टेज, आपके ट्रीटमेंट के प्रकार और कैंसर के वापस आने की संभावना के आधार पर बताया जाएगा।

    ट्रीटमेंट पूरा होने के बाद, काफी समय तक आपको डॉक्टर के पास विजिट करने की आवश्यकता होगी। (Effects of oral cavity cancer on quality of life) ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर  खराब न हो यह सुनिश्चित करने के लिए आपकी सभी आने वाले अपॉइंटमेंट्स को याद रखना जरूरी है। इन अपॉइंटमेंट्स के दौरान, डॉक्टर आपसे पूछेंगे कि क्या आपको कोई समस्या हो रही है और वे आपकी जांच कर सकते हैं, और कैंसर की वापसी, एक नए कैंसर, या ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स के सिम्पटम्स को देखने के लिए एंडोस्कोपी (Endoscopies), लैब टेस्ट (Lab test) या इमेजिंग टेस्ट (Imaging test) भी करा सकते हैं।

    लगभग किसी भी कैंसर ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कुछ हफ्तों से लेकर कई महीनों तक ये साइड इफेक्ट्स रह सकते हैं। यह भी हो सकता है कि ट्रीटमेंट खत्म करने के वर्षों बाद तक कुछ साइड इफेक्ट्स न दिखाई दें। अपने डॉक्टर को तुरंत किसी भी नए लक्षण की रिपोर्ट करना जरूरी है। यह आपके डॉक्टर को बार-बार होने वाले कैंसर या नए कैंसर का जल्द से जल्द पता लगाने में मदद कर सकता है, ताकि कैंसर का इलाज आसानी से हो सके।

    और पढ़ें: सर्वाइकल कैंसर के साथ जीना हो सकता है चुनौतिपूर्ण, जानिए कैसे करें इस चुनौति का सामना 

    ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर : डॉक्टर विजिट और टेस्ट

    यदि कैंसर के कोई लक्षण नहीं हैं, तो डॉक्टर आपको ट्रीटमेंट के बाद पहले कुछ वर्षों के लिए हर कुछ महीनों में फिर अगले कुछ वर्षों तक हर 4 से 6 महीने में एक फिजिकल एग्जाम और नीचे लिस्ट में बताए गए कुछ टेस्ट्स कराने की सलाह देंगे।

    एंडोस्कोपी (Endoscopy) 

    • पहले साल के दौरान हर 1 से 3 महीने
    • दूसरे वर्ष के दौरान हर 2 से 6 महीने
    • 3 से 5वें साल के दौरान हर 4 से 8 महीने
    • हर 5 साल के बाद

    धूम्रपान छोड़ें (Quit smoking)

    यदि आपको ट्रीटमेंट से पहले स्मोकिंग क्विट करने में परेशानी होती है, तो डॉक्टर आपकी मदद करने के लिए परामर्श के साथ-साथ कुछ दवा भी प्रेस्क्राइब कर सकता है। स्मोकिंग छोड़ना आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि अर्ली स्टेज में ओरल कैविटी या ऑरोफरीन्जियल (oropharyngeal) कैंसर वाले लोगों को धूम्रपान से संबंधित नए कैंसर का खतरा होता है यदि वे धूम्रपान करना जारी रखते हैं। तंबाकू से दूर रहें।

    ब्लड टेस्ट (Blood Test)

    यदि आपको गर्दन में रेडिएशन के साथ इलाज किया जाता है, तो हो सकता है कि यह आपके थायरॉयड ग्लैंड को प्रभावित करता हो। अपने थायरॉइड फंक्शन का टेस्ट कराने के लिए आपको नियमित रूप से ब्लड टेस्ट की आवश्यकता होगी।

    इमेजिंग (Imaging)

    चेस्ट के एक्स-रे और अन्य इमेजिंग टेस्ट का उपयोग एक नए ट्यूमर को देखने के लिए किया जा सकता है, खासकर यदि आपको कुछ नए लक्षण दिखाई देते हैं।

    और पढ़ें: कोलोरेक्टल कैंसर के साथ रहने में किन समस्याओं का करना पड़ता है सामना?

    डेंटल एग्जाम (Dental Exam)

    रेडिएशन से ट्रीटेड लोगों को मुंह में ड्राइनेस और टूथ डिके की समस्या भी हो सकती है, इसलिए नियमित रूप से डेंटल एग्जाम कराने की सलाह दी जाती है।

    इमोशनल सपोर्ट लें (Emotional support)

    जब कैंसर आपके जीवन का हिस्सा हो तो कुछ हद तक उदास या चिंतित महसूस करना सामान्य है। कुछ लोग दूसरों की तुलना में अधिक प्रभावित होते हैं। लेकिन हर कोई अन्य लोगों से हेल्प और सपोर्ट से ठीक हो सकता है, चाहे वह दोस्त और फैमिली, रिलीजियस ग्रुप, सपोर्ट ग्रुप, प्रोफेशनल काउंसलर्स, या कोई अन्य हों।

    उम्मीद करते हैं कि आपको ओरल कैविटी कैंसर का जीवन की गुणवत्ता पर असर (Effects of oral cavity cancer on quality of life) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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