मूल बातो को जानें
मेलेनोमा (Melanoma) क्या है ?
मेलेनोमा (स्किन कैंसर) एक प्रकार का त्वचा का सबसे खतरनाक कैंसर होता है। मेलेनोसाइट्स, मेलेनिन (Melanin) बनाने वाली कोशिकाओं को कहते है। मेलेनिन का काम त्वचा को रंग देने का होता है। अगर मेलोनोसाइट्स में खराबी या कोई परेशानी आ जाती है या वो असामान्य ढंग से विभाजित होने लगती है, तब ये कैंसर का रूप ले सकती है।
ज्यादातर कैंसर नए तिल से शुरू होते है। कई स्थितियों में कैंसर पुराने तिल से भी हो सकते हैं और धीरे-धीरे दूसरे भागो में बढ़ सकते है। वैसे इसका खतरा सबसे ज्यादा गर्दन और गले पर होता है क्योंकि चेहरे के साथ-साथ गर्दन और गला अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन के संपर्क में अधिक होता है।
मेलेनोमा (Melanoma) की शुरुआत तिल के रूप में होती है और यह धीरे-धीरे त्वचा के अंदर, नसों में, लिम्फ नोड्स में, लिवर में, हड्डियों में, दिमाग (मस्तिष्क) में और लंग्स तक भी पहुंच सकता है।
मेलेनोमा (Melanoma) होना कितना आम है?
मेलेनोमा (Melanoma) या स्किन कैंसर का खतरा 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगो में बढ़ जाता है और महिलाओं में इसके होने की संभावना पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है।
मेलेनोमा (स्किन कैंसर) के कितने स्टेज होते हैं?
स्टेज 0: इस स्टेज में कैंसर त्वचा के सबसे ऊपरी हिस्से में होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार इस स्टेज को मेलेनोमा सीटू (Melanoma in situ) कहलाता है।
स्टेज 1: स्टेज वन में कैंसर 2 मिलीमीटर तक फैल चूका होता है लेकिन इस लिम्फ नोड या अन्य हिस्से तक नहीं पहुंचता है।
स्टेज 2: कैंसर 1 एमएम तक थिक हो जाता है लेकिन, 4 एमएम से ज्यादा नहीं फैलता है। इस स्टेज में भी लिम्फ नोड या किसी अन्य शारीरिक हिस्से में नहीं फैलता है।
स्टेज 3: इस स्टेज में पहुंचने के बाद कैंसर लिम्फ नोड या लिम्फैटिक चैनल्स के पास पहुंच जाता है।
स्टेज 4: इस स्टेज में पहुंचने के बाद कैंसर लिम्फ नोड समेत शरीर के अन्य हिस्से जैसे ब्रेन, लंग्स या लिवर तक फैल जाता है।
और पढ़ें – Gallbladder Cancer: पित्त का कैंसर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
प्रकार
मेलेनोमा (Melanoma) के प्रकार क्या हैं?
सुपरफिशियल स्प्रेडिंग मेलेनोमा
यह सबसे समय टाइप का मेलेनोमा होता है। यह काफी धीरे-धीरे बड़ा होता है।
नोडियोलर मेलेनोमा
यह दूसरा सबसे सामान्य मेलेनोमा होता है जो ट्रंक, सिर और गले पर होता है। इसका रंग लाल, ब्लू या काले रंग का हो सकता है
लेंटिगो मलिंगा मेलेनोमा
यह ज्यादातर बुजुर्गों में होने वाली परेशानी है और यह शरीर के वैसे हिस्से में सबसे ज्यादा होता है जो सूर्य की किरणों के संपर्क में अधिक रहता है।
एकरल लेंटिगीनॉस मेलेनोमा
यह काफी रेयर होता है और यह हाथ, हथेली, पैर के तलवे या नाखून में होने की संभावना ज्यादा होती है।
लक्षणों को जानें
स्किन कैंसर के क्या लक्षण हो सकते हैं?
मेलेनोमा के ये लक्षण हो सकते है :
- तिल की अनिर्धारित सीमा।
- तिल का बड़ा होना।
- तिल के रंग का बदलना।
- तिल का टूटना और खून बहना।
- सांस उखड़ना।
- हड्डियों में दर्द होना।
- सिरदर्द होना।
- सीजर
- देखने में परेशानी होना। ( ये तब होता है जब कैंसर दिमाग तक पहुंच जाए। )
कुछ लक्षण यहां नहीं दिए गए है इसलिए किसी भी समस्या , परेशानी के होने पर अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर मिलें।
अपने डॉक्टर से कब मिलें?
इन स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलें :
- अगर आपका तिल ज्यादा बड़ा हो रहा है।
- अगर आपके तिल का रंग गहरा हो रहा हो।
- तिल के अंदर से मवाद या खून आ रहा हो।
हर इंसान का शरीर अलग स्थिति में अलग तरीके से काम करता है। इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर से मिलना आवश्यक है ताकि आपका इलाज आपकी स्थिति के हिसाब से किया जा सके।
और पढ़ें – Leukemia : ल्यूकेमिया क्या है? जाने इसके कारण लक्षण और उपाय
कारणों को जानें
मेलेनोमा (Melanoma) क्यों होता है ?
मेलेनोमा के ये कारण हो सकते है :
- अल्ट्रावायलेट किरणें मेलैनिन बनाने वाली प्रक्रिया को खराब कर रही हो।
- जेनेटिक म्यूटेशन।
और पढ़ें – Keloid: केलॉइड क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
खतरों को जानें
मेलेनोमा के खतरे को क्या बढ़ा देता है ?
इन स्थितियों में मेलेनोमा होने का खतरा बढ़ जाता है :
- लगातार और रोजाना धूप के संपर्क में रहने के कारण सनबर्न होना।
- अगर आपकी त्वचा गोरी या निखरी त्वचा हुई है, तो इसका खतरा ज्यादा होता है।
- चेहरे पर झाई होना।
- स्किन डाई का प्रयोग करना।
- परिवार या ब्लड रिलेशन में किसी को मेलेनोमा होना।
- इम्युनिटी कमजोर होना।
स्किन कैंसर के कारणों के बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेनू महेवश्वरी का कहना है कि स्क्रब (Scrub) का इस्तेमाल डेड स्किन (Dead skin) को हटाने के लिए किया जाता है। अगर स्क्रब के कारण स्किन कैंसर की बात करें, तो स्क्रब में कई प्रकार के खनिज तेल (Mineral oil), सिंथेटिक्स (Synthetics) और रसायन (Chemicals) होते हैं, जो त्वचा के संपर्क में अधिक आने के कारण उसे नुकसान पहुचाने लगते हैं। जब यह घाव के रूप में बदलने लगता है, तो कई बार स्किन कैंसर (Skin Cancer) या दूसरे स्किन डिजीज (Skin Disease) का कारण भी बन सकता है। त्वचा के संवेदनशील होने पर स्क्रब का इस्तेमाल हानिकारक हो सकते हैं। यदि त्वचा कट जाए या उस पर खरोंच आ जाए, तो सॉल्ट बॉडी स्क्रब (Salt Body Scrub)का उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह स्थिति को और भी गंभीर कर सकता है।
इन लक्षणों के न दिखने पर भी मिलैनोमा का खतरा हो सकता है इसलिए अगर आपको शंका है तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
जांच और इलाज को समझे
जांच के लिए इन तरीको का इस्तमाल कर सकते हैं :
- तिल के साइज, आकार और रंग का ध्यान रखे। अगर चेहरे या शरीर के किसी भी हिस्से पर आचानक से तिल आ जाये तो ध्यान रखें की उससे आपको किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही हो।
- अगर कैंसर का खतरा समझ आता है, तो स्किन बायोप्सी की मदद से इसके स्टेज का पता लगाया जा सकता है।
- लिम्फ नोड्स की बायोप्सी की मदद से समझना आसान हो जाता है।
- पेशेंट की एक्स-रे भी की जा सकती है।
- सिर और हड्डियों की कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT Scan) की मदद से भी बीमारी के स्टेज की जानकारी मिलती है और फिर सही इलाज शुरू की जाती है।
मेलेनोमा का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
अगर कैंसर प्राइमरी स्टेज में है और ज्यादा गहराई तक नहीं पहुंचा है तब सर्जन ऊपरी सर्जरी करके इलाज कर सकते हैं । सर्जरी कितनी गंभीर होगी ये आपके कैंसर की गहराई पर निर्भर करता है।
अगर कैंसर लिम्फ नोड्स तक फैल गया है, तब हम लिम्फ नोड्स भी अलग कर सकते हैं। सर्जरी के बाद आपको इंटरफेरॉन नाम की दवा दी जाएगी। अगर मेलेनोमा एक से ज्यादा अंगो में फैल रहा है तब सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी या इम्म्यूनोथेरेपी केवल लक्षणों को ठीक कर सकती है लेकिन पूरी तरह से इससे निजात पाना अस्मभव है।
और पढ़ें – Gout : गाउट क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और इलाज
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपाय
मेलेनोमा (स्किन कैंसर) को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में क्या बदलाव कर सकते हैं?
इन घरेलू उपायों की मदद से आप मेलेनोमा पर नियंत्रण पा सकते है :
- रेगुलर चेकअप करवाए ताकि आप अपने कैंसर की स्टेज के बारे में जान सके और उसके अनुसार सही इलाज करवा सके।
- डॉक्टर की सलाह को मानें।
- टैनिंग बूथ पर जाना कम कर दें ।
- अपने शरीर पर हो रहे तिल या निशान के बारे में जानकारी रखें और नहाते समय तिल में किसी भी असमान बढ़ोतरी के दिखने पर डॉक्टर को दिखाए और परामर्श लें।
- सनस्क्रीन का इस्तमाल करें ( सन प्रोटेक्शन फैक्टर – 30 )
अगर आप मेलेनोमा से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।