हमारा पेट एक मस्क्युलर सैक की तरह है जो कि एब्डोमेन (abdomen) के अपर मिडिल एरिया और रिब्स से नीचे होता है। पेट का काम भोजन को ग्रहण करना, उसे अंदर रखना, तोड़ना और पचाना होता है। पेट के अंदर की कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि होना स्टमक कैंसर (stomach cancer) कहलाता है। पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर (gastric cancer) भी कहा जाता है। यह पेट के किसी भी भाग को प्रभावित कर सकता है। दुनियाभर में पेट का कैंसर पेट के मुख्य हिस्से (stomach body) से शुरू होता है, लेकिन यह पेट के किसी भी हिस्से से शुरू हो सकता है और इसका ट्रीटमेंट कैंसर कहां से शुरू हो रहा है इस पर निर्भर करता है।
ज्यादातर पेट का कैंसर पेट के अंदर की लाइनिंग ग्लैंड से शुरू होता है। जिसे एडेनोकार्सिनोमा (adenocarcinomas) कहते हैं। कुछ कैंसर स्टमक वॉल से शुरू होते हैं उन्हें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर (GIST) (gastrointestinal stromal tumors) (GIST) कहते हैं। वहीं कुछ कैंसर पेट के इम्यून सिस्टम सेल्स से शुरू होते हैं उन्हें हॉगकिंस लिंफोमा (Hodgkins lymphoma) कहा जाता है। इसके अलावा कैंसर पेट के हॉर्मोन सेल्स से शुरू हो सकता है जिसे न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर (neuroendocrine cancers) कहा जाता है। चौथी स्टेज का पेट का कैंसर टिशूज, ब्लडस्ट्रीम और लिम्फ सिस्टम के माध्यम से बॉडी के दूर के हिस्सों में भी फैल जाता है। पेट के कैंसर की चौथी स्टेज को एडवांस स्टमक कैंसर (Advance stomach cancer) भी कहा जाता है।
पेट के कैंसर का शिकार ज्यादातर बुजुर्ग लोग होते हैं। 100 मरीजों में 50 प्रतिशत लोग 75 से ज्यादा उम्र के होते हैं। इससे महिलाओं के साथ ही पुरुष भी समान रूप से ग्रसित होते हैं। कई स्टमक कैंसर लाइफस्टाइल और एंवायरमेंटल फैक्टर्स से संबंधित होते हैं। जिसमें डायट भी शामिल है। पेट के कैंसर का कारण हैलीकोबैक्टर पायलोरी बैक्टीरिया (Helicobacter pylori) भी होते हैं, जो पेट के अंदर रहते हैं, लेकिन इस बैक्टीरिया के साथ हर किसी में पेट का कैंसर डेवलप नहीं होता। इसके साथ ही क्रोनिक गेस्ट्राइटिस, परनिसिया एनीमिया, ग्रेस्टिक पॉलीप्स और इंटेस्टाइनल मेटाप्लासिया भी स्टमक कैंसर के कारण बनते हैं।
स्टमक कैंसर के लक्षण
यहां कुछ लक्षण बताए जा रहे हैं जो गैस्ट्रिक कैंसर या दूसरी किसी पेट की कंडिशन के भी हो सकते हैं। अर्ली स्टेज में ये लक्षण दिखाई देते हैं।
- अपच और पेट में असहजता महसूस होना (Indigestion and stomach discomfort)
- खाने के बाद पेट फूला हुआ महसूस होना (A bloated feeling after eating)
- जी मिचलाना (Mild nausea)
- भूख की कमी (Loss of appetite)
- सीने में जलन (Heartburn)
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एडवांस स्टेज या कहें कि पेट के कैंसर की चौथी स्टेज पर ये निम्न लक्षण दिखाई देते हैं
- स्टूल में ब्लड आना (Blood in the stool)
- उल्टी होना (Vomiting)
- बिना किसी कारण के वजन का कम होना (Weight loss for no known reason)
- पेट में दर्द (Stomach pain)
- पीलिया Jaundice (yellowing of eyes and skin)
- निगलने में परेशानी होना (Trouble swallowing)
- एसाइटिस (Ascites )
आपको बता दें कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR ) के अनुसार भारत में स्टमक कैंसर के मामले पश्चिमी देशों की तुलना बेहद कम हैं। पुरुषों में इस कैंसर के मामले ज्यादा पाए गए हैं। पेट के कैंसर के नए मामले लगभग 34 हजार के लगभग हैं ऐसा अनुमान लगाया गया है कि 2020 से भारत में हर साल 50 हजार से ज्यादा मामले गेस्ट्रिक कैंसर के सामने आएंगे। हाल ही में हुए नैशनल रिप्रेजेंटेटिव सर्वे के अनुसार गैस्ट्रिक कार्सिनोमा भारत में महिलाओं और पुरुषों के बीच कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा कारण बना। स्टेज 4 स्टमक कैंसर का इलाज कई थेरिपीज और प्रॉसीजर से किया जाता है। जानते हैं उनके बारे में।
क्या स्टेज 4 स्टमक कैंसर का ट्रीटमेंट (Stomach Cancer Treatment) किया जाता है?
चौथी स्टेज के स्टमक कैंसर का इलाज शुरुआती स्टेज के इलाज से मुश्किल होता है क्योंकि यह सिर्फ पेट तक सीमित नहीं रह जाता यह इससे दूर के अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। सामान्यत: इसको क्योर नहीं किया जा सकता, लेकिन इसका उपचार किया जा सकता है। स्टेज 4 स्टमक कैंसर के उपचार का उद्देश्य लक्षणों से राहत देने के साथ ही कैंसर की ग्रोथ को कम करना होता है। डॉक्टर उम्र और संपूर्ण स्वास्थ्य को देखते हुए थेरेपीज रिकमंड करते हैं। मरीज को किस प्रकार का कैंसर है या उस पर भी र्निभर करता है। स्टेज 4 स्टमक कैंसर (stage 4 stomach cancer) के कुछ ट्रीटमेंट्स निम्न हैं।
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स्टेज 4 स्टमक कैंसर के लिए दी जाती है लेजर थेरिपी (Laser therapy for stomach cancer)
लेजर थेरिपी का उपयोग ट्यूमर्स को हटाने, ब्लीडिंग को रोकने और पेट में होने वाले ब्लॉकेज को कम करने के लिए किया जाता है। यह कभी-कभी बिना सर्जरी के किया जा सकता है। डॉक्टर लेजर बीम देने के लिए गले में एक लंबी और प्लेग्जिबल ट्यूब डालते हैं। इसे एंडोस्कोपिक ट्यूमर एब्लेशन (endoscopic tumor ablation) कहा जाता है।
होलो ट्यूब्स (Hollow tubes) जिन्हें स्टेंट्स (stents) कहा जाता है वे भी मदद कर सकते हैं। पेट और इसोफेगस और स्टमक और स्माल इंटेस्टाइन के बीच एक स्टेंट प्लेस करने से भोजन पेट के माध्यम से गुजरने में सक्षम होगा।
सर्जरी (Surgery for stomach cancer)
एक सबटोटल गैस्ट्रेक्टोमी (subtotal gastrectomy) एक प्रक्रिया है जिसमें सर्जन पेट के उस हिस्से को हटा देता है जिसमें ट्यूमर होता है। यह ब्लीडिंग और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।यदि पेट के निचले हिस्से में ट्यूमर फूड पास होने से रोक रहे हैं, तो गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी एक ।gastric bypass surgery द्विधकल्प हो सकता है।इस प्रक्रिया में, छोटी आंत का हिस्सा पेट के ऊपरी हिस्से से जुड़ा होता है, ट्यूमर को बायपास करता है, और भोजन को पेट से बाहर निकलने देता है। कभी-कभी, पेट के कैंसर के कारण खाने में मुश्किल होती है। यदि ऐसा होता है, तो एक फीडिंग ट्यूब को पेट में त्वचा के माध्यम से सर्जिकली इंसर्ट किया जा सकता है ताकि आपको आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
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पेट के कैंसर की चौथी स्टेज के लिए रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy)
रेडिएशन थेरिपी का उपयोग टार्गेट ट्रीटमेंट के लिए किया जाता है। जो किसी स्पेसिफिक ट्यूमर्स से संबंधित है। यह ट्यूमर को शिरिंक (SHRINK) करने के साथ ही, ब्लीडिंग को कम करती है और दर्द से राहत दिलाती है।
टार्गेटेड ड्रग थेरिपी और इम्यूनोथेरिपी (Targeted drug therapy or immunotherapy)
टार्गेटेड ड्रग थेरिपी का यूज एडवांस कैंसर (स्टेज 4 स्टमक कैंसर) के इलाज में होता है। ये दवाएं कैंसर की विशिष्ट विशेषताओं पर हमला करती हैं। इनमें से कुछ हैं:
- स्ट्रोमल ट्यूमर stromal tumors के लिए इमैटिनिब (imatinib)
- स्ट्रोमल ट्यूमर stromal tumors के लिए रेगॉर्फेनिब (regorafenib)
- स्ट्रोमल ट्यूमर stromal tumors के लिए सुनीतिनिब (sunitinib)
- HER2 पॉजिटिव ट्यूमर के लिए ट्रेस्टुज़ुमैब (trastuzumab)
इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स कैंसर पर हमला करने में मदद करने के लिए आपके इम्यून सिस्टम (immune system) को स्ट्रॉन्ग करने में मदद करते हैं।
क्लिनिकल ट्रायल्स (Clinical trials)
क्लिनिकल ट्रायल्स वे स्टडीज हैं जो एक्सपेरिमेंटल थेरिपीज की सुरक्षा और प्रभाव की जांच के लिए की जाती हैं, जो कि अभी तक एफडीए के द्वारा अप्रूव नहीं की गई हैं। यह ट्रायल नए ट्रीटमेंट्स की पेशकश कर सकते हैं। इनके लिए एलिजिब्लिटी रूल्स काफी स्पेसिफिक होते हैं। इसके लिए मरीज चिकित्सक से उन परीक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं जो उनके लिए एक फिट हो सकते हैं।
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पेट के कैंसर की चौथी स्टेज के लिए सप्लिमेंट केयर
4 स्टेज स्टमक कैंसर (स्टेज 4 पेट का कैंसर) के लिए डॉक्टर सप्लिमेंट केयर भी मरीज को देते हैं क्योंकि स्टमक कैंसर ईटिंग और फूड डायजेस्टिव सिस्टम में कैसे फ्लो करता है उसको भी डिस्टर्ब कर देता है जो कि कुपोषण (malnutrition) का कारण बन सकता है। डॉक्टर न्यूट्रिशनिस्ट की मदद भी मरीज को लेने के लिए कह सकता है ताकि वह डायट से जरूरी पोषण प्राप्त कर सके। ऐसे में डॉक्टर डायट्री सप्लिमेंट्स प्रिस्क्राइब कर सकता है। इसके साथ पेन रिलीवर और दूसरी दवाएं जो कई तरह दूसरे लक्षणों से राहत दे सकती हैं डॉक्टर देते हैं। किसी भी नए लक्षण के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं ताकि उन्हें प्रभावी रूप से मैनेज किया जा सके।
पेट के कैंसर की चौथी स्टेज (स्टेज 4 पेट का कैंसर) पर सर्वाइवल के कितने चांसेज होते हैं?
स्टमक कैंसर की 4 स्टेज पर सर्वाइलवल चांजेस के लिए निम्न बातें जिम्मेदार होती हैं।
- कई फैक्टर्स आपकी रोगनिरोगी क्षमता prognosis को प्रभावित करते हैं। जिसमें उम्र, स्वास्थ्य और आपके किस प्रकार के ट्रीटमेंट को चुना है आदि शामिल हैं।
- इसके अलावा हर उपचार के प्रति हर मरीज अलग तरीके से रिस्पॉन्ड करता है और जानने का कोई तरीका नहीं है कि आपकी बॉडी ट्रीटमेंट के प्रति कैसे रिस्पॉन्ड करेगी।
- सर्वाइवल रेट्स डायग्नोसिस के स्टेज पर आधारित होते हैं।
- सामान्यत: कैंसर डायग्नोस होने के बाद मरीज 1 साल से लेकर 10 साल तक जीवित रह सकता है।
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उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पेट के कैंसर की चौथी स्टेज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।