प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद 22 मार्च 2020 को पूरे भारत में जनता कर्फ्यू का आयोजन हुआ। लेकिन, जनता कर्फ्यू के अलावा, पूरी दुनिया का ध्यान इसी दिन शाम को 5 बजे हुई गतिविधि ने ज्यादा खींचा। दरअसल, पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से यह भी अपील की थी, कि शाम को 5 बजे 5 मिनट के लिए अपनी बालकनी, गेट आदि के बाहर आकर महामारी कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति में हमारी सेवा और मदद करने वाले लोगों का ताली, थाली या घंटी बजाकर धन्यवाद करना है। पूरे देश ने इस अपील को गंभीरता से लिया और काफी रोमांचक माहौल हर गली, मोहल्ले से देखने को मिला। लेकिन, इस अपील और कदम से जुड़ा एक और तथ्य है जिसपर लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या सचमुच एकसा करने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा? इसके अलावा, कुछ लोगों ने इससे जुड़ी फायदों के बारे में भी शेयर करना शुरू कर दिया, लेकिन अधिकतर जानकारी आधिकारिक नहीं थी। लेकिन, हम आपको बताएंगे, ताली, थाली, घंटी बजाने से निकलने वाली वाइब्रेशन के फायदे के बारे में, तो आइए जानते हैं।
यह भी पढ़ें- ….जिसके सेवन से नहीं होगा कोरोना वायरस?
आयुर्वेद के मुताबिक ताली, थाली और घंटी बजाने से निकलने वाली वाइब्रेशन के फायदे
आयुर्वेद के मुताबिक, ताली, थाली, घंटी और शंख बजाने से निकलने वाली ध्वनि तरंगे वातावरण के लिए काफी लाभदायक होती हैं। इन्हें बजाने से खास प्रकार की वाइब्रेशन पैदा होती हैं, जो वायुमंडल में मौजूद कई खतरनाक तत्वों और सूक्ष्म जीवों का नाश करने में मदद करती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, ताली, थाली, घंटी या शंख बजाने से हमारे शरीर का व्यायाम होता है और इनसे निकली ध्वनि हमारे दिमाग और शरीर के अनेक अंगों के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसके साथ ही माना जाता है कि, वाइब्रेशन के फायदे में इससे बढ़ने वाली इम्यूनिटी भी शामिल होती है। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए यह कितनी लाभप्रद साबित होगी, लेकिन यकीनन इससे वायुमंडल में मौजूद हानिकारक सूक्ष्म जीवों यानी वायरस और बैक्टीरिया का नाश होता है। कोरोना वायरस की हकीकत को जानना बहुत जरूरी है।
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस का शिकार लोगों पर होता है ऐसा असर, रिसर्च में सामने आई ये बातें
वाइब्रेशन के फायदे : म्यूजिक थेरिपी
आप यह तो मानते होंगे कि ताली, थाली, घंटी या शंख से ध्वनि तरंगे (साउंड वाइब्रेशन) निकलती है और यह साउंड वाइब्रेशन संगीत यानी म्यूजिक की रचना में इस्तेमाल किया जाता है। अब आपको बता दें कि, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया म्यूजिक की ताकत को मान चुकी है और इसका इस्तेमाल कई मानसिक और शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। वाइब्रेशन के फायदे की वजह से ही इस तकनीक को म्यूजिक थेरेपी के नाम से जाना जाता है। इसमें, म्यूजिक को सुनना, म्यूजिक के साथ गाना, म्यूजिक की बीट पर झूमना, साउंड के साथ मेडिटेशन करना और किसी ऐसे ही यंत्र को बजाना जैसी प्रक्रिया इस्तेमाल की जाती है।
वाइब्रेशन के फायदे आप इससे समझ सकते हैं कि म्यूजिक थेरेपी से एंग्जायटी डिसऑर्डर, डिप्रेशन, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, डिमेंशिया, ऑटिज्म, मानसिक विकार, ब्लड प्रेशर को कम करना, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, दर्द निवारण, नींद बेहतर जैसे फायदे प्राप्त होते हैं। ताली, थाली, घंटी, शंख या किसी भी यंत्र से निकलने वाली ध्वनि तरंगे आपके भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस (Coronavirus) से जुड़ चुके हैं कई मिथ, न खाएं इनसे धोखा
ताली बजाने से होने वाली वाइब्रेशन के फायदे
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 मार्च को आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों का धन्यवाद करने के लिए ताली बजाने के लिए कहा था। आपको शायद जानकर हैरान होगी कि ताली बजाने से होने वाली वाइब्रेशन आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारती है और इस बात को अब साइंस भी मानती है। कई शोध में ताली की वाइब्रेशन के फायदे के बारे में बताया गया है। जैसे 2017 में भारतीय शोधकर्ता द्वारा की गई स्टडी में पाया गया था कि, हमारी हथेलियों में 30 से ज्यादा एक्यूप्रेशर प्वाइंट होते हैं और इसमें कई नर्व और ब्लड वेसल होती हैं। ताली बजाने पर यह स्टिम्यूलेट हो जाते हैं और कई शारीरिक और मानसिक फायदे देते हैं। जैसे- दिल के स्वास्थ्य में सुधार, ब्लड प्रेशर और अन्य शारीरिक अंगों तक ब्लड सर्कुलेशन में सुधार, दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाना, शरीर में व्हाइट सेल्स का उत्पादन बढ़ाकर इम्यूनिटी बढ़ाना, हड्डियों का स्वास्थ्य में सुधार, स्वस्थ बाल आदि।
कोरोन वायरस से बचाव के लिए ताली, थाली, घंटी, शंख आदि बजाने का प्रतीकात्मक फायदा
इस रोमांचक कदम के कुछ प्रतीकात्मक फायदे भी हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के डर और खौफ ने लोगों के बीच नकारात्मकता फैला दी थी। हर किसी के मन में डर था। लेकिन, इस कदम के साथ लोगों को मानसिक शांति प्राप्त हुई और एक रोमांच का माहौल बन गया। इसके अलावा, कोरोना वायरस के मरीजों को ठीक करने या ऐसी स्थिति में व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई डॉक्टर्स, पुलिसवाले, डिलीवरी बॉय, मीडियाकर्मी, गली-मोहल्ले में साफ-सफाई या सुरक्षा करने वाले कई लोग दिन-रात लगे हुए हैं, अपनी परवाह न करते हुए। ऐसे लोगों को धन्यवाद देने का यह अद्भुत तरीका था। इससे न सिर्फ लोगों के बीच एक संबंध जुड़ा है, बल्कि आवश्यक सेवा कर रहे लोगों का मनोबल भी बढ़ा है। इसके अलावा, कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मानसिक समस्याओं या चिंता को खत्म करने के लिए तो ताली, थाली, घंटी या शंख बजाने से निकलने वाली वाइब्रेशन के फायदे तो हैं ही।
यह भी पढ़ें- सबसे खतरनाक वायरस ने ली थी 5 करोड़ लोगों की जान, जानें 21वीं सदी के 5 जानलेवा वायरस
कोरोना वायरस अपडेट (latest news on corona)
वाइब्रेशन के फायदे के साथ जानें कि वर्ल्ड ओ मीटर वेबसाइट के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 3 लाख पार कर गई है और कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 16 हजार के पार हो चुका है।
भारत कोरोना वायरस की स्थिति (How many cases of coronavirus in India?)
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of health and family welfare) द्वारा 23 मार्च 2020 को सुबह 10.30 बजे जारी जानकारी के मुताबिक मुताबिक, देश में अबतक 415 संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है। जिसमें से 23 लोगों का इलाज या डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके अलावा, 1 मरीज को माइग्रेट कर दिया गया है, जबकि कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 7 हो गया है। भारतीय एयरपोर्ट पर अबतक कुल 15,17,327 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। भारत के राज्यों में कोरोना वायरस के मरीज की संख्या की बात करें, तो देश के 23 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस से संक्रमित मामले पाए जा चुके हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
और पढ़ें :
इलाज के बाद भी कोरोना वायरस रिइंफेक्शन का खतरा!
कोरोना वायरस से बचाव संबंधित सवाल और उनपर डॉक्टर्स के जवाब
वर्क फ्रॉम होम : कोरोना वायरस की वजह से घर से कर रहे हैं काम, लेकिन आ रही होंगी ये मुश्किलें