आप यह तो मानते होंगे कि ताली, थाली, घंटी या शंख से ध्वनि तरंगे (साउंड वाइब्रेशन) निकलती है और यह साउंड वाइब्रेशन संगीत यानी म्यूजिक की रचना में इस्तेमाल किया जाता है। अब आपको बता दें कि, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया म्यूजिक की ताकत को मान चुकी है और इसका इस्तेमाल कई मानसिक और शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। वाइब्रेशन के फायदे की वजह से ही इस तकनीक को म्यूजिक थेरेपी के नाम से जाना जाता है। इसमें, म्यूजिक को सुनना, म्यूजिक के साथ गाना, म्यूजिक की बीट पर झूमना, साउंड के साथ मेडिटेशन करना और किसी ऐसे ही यंत्र को बजाना जैसी प्रक्रिया इस्तेमाल की जाती है।
वाइब्रेशन के फायदे आप इससे समझ सकते हैं कि म्यूजिक थेरेपी से एंग्जायटी डिसऑर्डर, डिप्रेशन, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, डिमेंशिया, ऑटिज्म, मानसिक विकार, ब्लड प्रेशर को कम करना, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, दर्द निवारण, नींद बेहतर जैसे फायदे प्राप्त होते हैं। ताली, थाली, घंटी, शंख या किसी भी यंत्र से निकलने वाली ध्वनि तरंगे आपके भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस (Coronavirus) से जुड़ चुके हैं कई मिथ, न खाएं इनसे धोखा
ताली बजाने से होने वाली वाइब्रेशन के फायदे
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 मार्च को आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों का धन्यवाद करने के लिए ताली बजाने के लिए कहा था। आपको शायद जानकर हैरान होगी कि ताली बजाने से होने वाली वाइब्रेशन आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारती है और इस बात को अब साइंस भी मानती है। कई शोध में ताली की वाइब्रेशन के फायदे के बारे में बताया गया है। जैसे 2017 में भारतीय शोधकर्ता द्वारा की गई स्टडी में पाया गया था कि, हमारी हथेलियों में 30 से ज्यादा एक्यूप्रेशर प्वाइंट होते हैं और इसमें कई नर्व और ब्लड वेसल होती हैं। ताली बजाने पर यह स्टिम्यूलेट हो जाते हैं और कई शारीरिक और मानसिक फायदे देते हैं। जैसे- दिल के स्वास्थ्य में सुधार, ब्लड प्रेशर और अन्य शारीरिक अंगों तक ब्लड सर्कुलेशन में सुधार, दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाना, शरीर में व्हाइट सेल्स का उत्पादन बढ़ाकर इम्यूनिटी बढ़ाना, हड्डियों का स्वास्थ्य में सुधार, स्वस्थ बाल आदि।
कोरोन वायरस से बचाव के लिए ताली, थाली, घंटी, शंख आदि बजाने का प्रतीकात्मक फायदा
इस रोमांचक कदम के कुछ प्रतीकात्मक फायदे भी हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के डर और खौफ ने लोगों के बीच नकारात्मकता फैला दी थी। हर किसी के मन में डर था। लेकिन, इस कदम के साथ लोगों को मानसिक शांति प्राप्त हुई और एक रोमांच का माहौल बन गया। इसके अलावा, कोरोना वायरस के मरीजों को ठीक करने या ऐसी स्थिति में व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई डॉक्टर्स, पुलिसवाले, डिलीवरी बॉय, मीडियाकर्मी, गली-मोहल्ले में साफ-सफाई या सुरक्षा करने वाले कई लोग दिन-रात लगे हुए हैं, अपनी परवाह न करते हुए। ऐसे लोगों को धन्यवाद देने का यह अद्भुत तरीका था। इससे न सिर्फ लोगों के बीच एक संबंध जुड़ा है, बल्कि आवश्यक सेवा कर रहे लोगों का मनोबल भी बढ़ा है। इसके अलावा, कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मानसिक समस्याओं या चिंता को खत्म करने के लिए तो ताली, थाली, घंटी या शंख बजाने से निकलने वाली वाइब्रेशन के फायदे तो हैं ही।