एक मेडिकल वेबसाइट के मुताबिक अटलांटा की जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी में बतौर वायरोलॉजिस्ट और इम्यूनोलॉजिस्ट मुकेश कुमार (पीएचडी) SARS-CoV-2 वायरस से शरीर पर होने वाले प्रभाव पर अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने पाया कि, जीका और वेस्ट नाइल वायरस इंफेक्शन के मुकाबले कोविड- 19 इंफेक्शन के मामलों में साइटोकाइन रेस्पांस 50 गुना अधिक देखने को मिल रहा है। हालांकि, अभी इसकी वजह से गंभीर रूप से कोविड- 19 के मरीजों में से कितने प्रतिशत लोगों की मौत हुई है, इसका पता नहीं लगाया जा सका है और यह भी पता नहीं लग पाया है कि, क्यों यह सिर्फ कुछ लोगों में हो रही है और कुछ लोगों में नहीं। वहीं, चीन के एक अस्पताल में भर्ती कोविड- 19 के 21 मरीजों पर हुए अध्ययन में पता लगा है कि, कोरोना वायरस से मध्यम रूप से संक्रमित मरीजों के मुकाबले ऑक्सीजन की जरूरत वाले 11 गंभीर मरीजों में साइटोकाइन का स्तर काफी अधिक पाया गया है।
वहीं, एक दूसरी स्टडी में चीन के अस्पताल में भर्ती 191 कोविड- 19 पेशेंट में पाया गया कि शरीर में साइटोकाइन आईएल- 6 के उच्च स्तर और कोरोना वायरस इंफेक्शन से होने वाली मौत में कुछ संबंध है। मरीजों में साइटोकाइन स्टॉर्म को रोकने और शरीर में उनके नियंत्रित स्तर को जारी रखने के लिए कुछ ड्रग का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इससे कोरोना वायरस के मरीजों की मौतों को कम करने का कोई सबूत नहीं है। हालांकि, इसे प्रयोग के तौर पर देखा जा सकता है, मगर यह ड्रग काफी महंगे हैं, जिस वजह से सुलभ रूप से उपलब्ध होने में दिक्कत हो सकती है।
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कोविड- 19 से मौत- साइटोकाइन स्टॉर्म सेल को कैसे नष्ट करता है?
मुकेश कुमार ने कहा कि, जब SARS-CoV-2 वायरस शरीर की एक सेल को संक्रमित कर लेता है, जो यह बहुत तेजी से खुद को बढ़ाता है। जिससे काफी कम समय में शरीर की कोशिकाओं (सेल्स) पर अत्यधिक दबाव पड़ता है और यह इम्यून सिस्टम को इमरजेंसी सिग्नेल भेजने लगती हैं। जब हमारे शरीर की कोई सेल यह संकेत भेजती है कि उसमें किसी बाहरी तत्व, वायरस, बैक्टीरिया आदि ने प्रवेश कर लिया है, तो इम्यून सिस्टम उसे उसी वक्त नष्ट होने के संकेत भेजता है, जिससे यह संक्रमण दूसरी स्वस्थ सेल्स में न फैले। यही संकेत साइटोकाइन के रूप में होते हैं। जब कोविड- 19 इंफेक्शन हमारे शरीर की कई कोशिकाओं को संक्रमित कर देता है, तो हमारा इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा मात्रा में साइटोकाइन का उत्पादन करता है, जिसे साइटोकाइन स्टॉर्म कहा जाता है। इस प्रतिक्रिया से एक समय में कई सारी सेल्स नष्ट हो जाती है और यह कई स्वस्थ कोशिकाओं को भी नष्ट करने लगता है।
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