जाइलोरिक (Zyloric) टैबलेट क्या है?
दवा का नाम और केटेगरी
जाइलोरिक (Zyloric) टैबलेट एक एंटी गट (Anti-gout) ड्रग्स है।
ओटीसी (OTC) या प्रिस्क्रिप्शन ड्रग
जाइलोरिक (Zyloric) टैबलेट एक प्रिस्क्रिप्शन ड्रग है यानी इसका इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा पर्चे पर लिखे जाने के बाद ही किया जा सकता है।
एक्टिव इंग्रिडेंट
इस टैबलेट में सक्रिय तत्व के रूप में एलोपूरिनोल पाया जाता है।
विशिष्ट उपयोग
जाइलोरिक (Zyloric) टैबलेट का मुख्य इस्तेमाल गट (Gout) या यूरिक एसिड की बढ़ी हुई मात्रा को कम करने के इलाज में किया जाता है।
दवा का उपयोग
जाइलोरिक (Zyloric) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
जैसा कि डॉक्टर ने आपको सुझाया है उसके अनुसार ही दवा का सेवन करना चाहिए। न तो ज्यादा मात्रा में और न ही कम मात्रा में। बेहतर परिणाम के लिए खाना खाने के बाद दवा का सेवन करें। दवा का सेवन करने के दौरान जरूरी है कि नियमित मात्रा में पानी का सेवन करते रहें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो और सामान्य रूप से पेशाब होने के कारण किडनी स्टोन की समस्या भी न हो। वहीं शरीर में किसी प्रकार का दुष्प्रभाव दिखाई देने पर डॉक्टरी सलाह लेना उचित होता है। दवा का सेवन करने से नींद भी आ सकती है। शराब के साथ दवा का सेवन कतई नहीं करना चाहिए।
क्या जाइलोरिक (Zyloric) हेल्थ पर क्या असर डालती है?
मुख्य रूप से इस जाइलोरिक का इस्तेमाल गाउट, कीमोथैरेपी के बाद हाइपरयूरिकीमिया और हाइपर यूरिक कॉल यूरिया और (Hyperuricosuria ), कैल्शियम ऑक्सीलेट कॅल्क्युलाई का इलाज करने के लिए दवा का इस्तेमाल लाया जाता है।
- गाउट : इस दवा का इस्तेमाल गाउट की बीमारी को ठीक करने के लिए का जाता है। यह अर्थराइटिस का एक प्रकार है। इस बीमारी के होने से ज्वाइंट में एक्सेसिव यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा हो जाते हैं, इसके कारण मरीज को दर्द, रेडनेस, ज्वाइंट में सूजन, खासतौर पर घुटनों में सूजन की समस्या देखने को मिलती है।
- कीमोथेरिपी के बाद होने वाले हाइपरयूरिकीमिया : मरीज जिन्हें कीमोथेरेपी दी जा रही है उन मरीजों का यूरिक एसिड लेवल मेंटेन रखने के लिए जाइलोरिक को दिया जाता है। ऐसे मरीज जिन्हें नियमित तौर पर कीमोथेरिपी दी जाती है उनमें संभावनाएं रहती हैं कि यूरिक एसिड लेवल बढ़ने से यह खून में न चला जाए।
- हाइपर यूरिक कॉल यूरिया के साथ कैल्शियम ऑक्सालेट कॅल्क्युलाई : जाइलोरिक का इस्तेमाल यूरिक एसिड के लेवल को मेनटेन रखने के लिए किया जाता है। ताकि किडनी में कैलसुली का निर्माण न हो और मरीज स्वस्थ्य रह सके।
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फंक्शन
जाइलोरिक (Zyloric) कैसे काम करता है?
जाइलोरिक 100 एमजी टैबलेट में एलोपूरिनोल (Allopurinol) होता है। इस टैबलेट में एंटीगाउट एजेंट होता है इसका इस्तेमाल गाउट संबंधी इलाज के लिए किया जाता है। गाउट एक प्रकार का अर्थराइटिस है। इसमें ज्वाइंट में यूरिक एसिड के क्रिस्टल अधिक मात्रा में उत्पन्न होने की वजह से जमा हो जाते हैं। इसका उपयोग हाइपरयूरिकीमिया (hyperuricemia) की बीमारी से ग्रसित लोगों में कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान बढ़े हुए यूरिक एसिड को ठीक करने में किया जाता है। इस दवा का सेवन करने से मरीजों में यूरिक एसिड की मात्रा नियमित बनी रहती है।
इस्तेमाल के लिए निर्देश
- जाइलोरिक (Zyloric) टैबलेट को डॉक्टर के निर्देशानुसार लें।
- इस दवा को लेते समय लेबल पर लिखे सभी निर्देशों का पालन करें। यह सुनिश्चित करें कि दवा की सही मात्रा निर्धारित अवधि के लिए ही ली जाए।
- इसका सेवन कब करना है, इसकी जानकारी डॉक्टर से अवश्य लें।
- इस दवा का उपयोग बिना डॉक्टरी सलाह के अचानक बंद नहीं किया जाना चाहिए।
सावधानी और चेतावनी
जाइलोरिक (Zyloric) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
जाइलोरिक का सेवन करने से पहले निम्न बातों को जानना जरूरी है।
- एलर्जी : ऐसे मरीज जिनके बारे में हमें पहले से ही पता है कि उन्हें एलोपुरिनॉल या इसमें मौजूद तत्वों से एलर्जी है उन्हें इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है।
- एलर्जिक रिएक्शन : जाइलोरिक का सेवन करने से संभावनाएं रहती हैं कि कहीं मरीज को स्किन रैशेज, होंठ, चेहरे सहित शरीर के अन्य हिस्सों में स्वेलिंग की समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि मरीज के क्लीनिकल एग्जामिनेशन के बाद डॉक्टर डोज रिप्लेसमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं को लेकर मरीज इलाज करें। यदि ऐसा न किया जाए तो मरीज की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
- हाइड्रेशन : शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए दिनभर नियमित तौर पर पानी का सेवन करते रहें। एक दिन में व्यक्ति को कम से कम दो लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। ऐसे में आप सामान्य तौर पर पेशाब करेंगे, जिससे किडनी में स्टोन होने की संभावनाएं भी नहीं रहेंगी।
- ड्राइविंग और हेवी मशीनरी चलाने को लेकर : जाइलोरिक का सेवन करने से लोगों को सिर चकराना, नींद न आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। ऐसे में मरीज को सलाह दी जाती है कि वे दवा का सेवन करने के बाद गाड़ी न चलाए या फिर वो हेवी मशीन चलाते हैं तो उन्हें ऐसा नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसा करना उनकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। क्योंकि इसमें काफी ज्यादा मेंटल अलर्टनेस की जरूरत होती है।
- असिंप्टोमेटिक हाइपरयूरिकीमिया : वैसे मरीज जो असिंप्टोमेटिक हाइपरयूरिकीमिया की बीमारी से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि दवा का सेवन करने से कहीं उनकी तबियत और ज्यादा न खराब हो जाए।
प्रेग्नेंसी और स्तनपान में दवा का उपयोग
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान जाइलोरिक (Zyloric) को लेना सुरक्षित है?
शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को और गर्भवती महिलाओं को जब तक जरूरी न हो जाए तब तक इस दवा का सेवन नहीं करने दिया जाता है। संभावनाएं रहती हैं कि इससे नुकसान हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि मरीज की हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखते हुए रिस्क और बेनीफिट्स को लेकर डॉक्टर से सलाह कर लेना उचित होता है।
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साइड इफेक्ट्स
जाइलोरिक (Zyloric) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
जाइलोरिक का सेवन करने से होने वाले बड़े व छोटे साइड इफेक्ट्स पर एक नजर;
- डायरिया
- स्किन रैश
- जी मचलाना और उल्टी
- पेट में दर्द
- स्किन और आंखों का पीला पड़ना
- सिर चकराना
- भूख में कमी
- स्वाद का बदलना
- धुंधला दिखाई देना
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रिएक्शन
कौन-सी दवाइयां जाइलोरिक (Zyloric) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
वैसे तो हर दवा हर व्यक्ति पर अलग-अलग तरीके से रिएक्ट करती है। इस दवा को लेने से पहले भी इसके रिएक्शन को लेकर डॉक्टरी सलाह जरूर लेना चाहिए ताकि उसके रिएक्शन से समय रहते बचा जा सके।
इन दवाओं के साथ हो सकता है रिएक्शन
- एजाथियोप्रिन (Azathioprine)
- एंजिओटेनसिन कंवर्टिंग एंजाइम इनहेबिटर्स (Angiotensin converting enzyme inhibitors)
- एनटाएसिड (Antacids)
- फिनाइटोइन (Phenytoin)
- थियोफिलाइन (Theophylline)
- एम्पीसिलीन / एमोक्सिसिलिन (Ampicillin/Amoxicillin)
- ड्यूेरेटिक्स (Diuretics)
क्या जाइलोरिक (Zyloric) भोजन या एल्कोहॉल के साथ रिएक्शन करती है?
शराब के साथ इस दवा के रिएक्शन पर शोध नहीं किए गए हैं। यदि आप नियमित तौर पर शराब का सेवन करते हैं तो जरूरी यही होगा कि दवा का सेवन करने के पूर्व डॉक्टरी सलाह ले लें।
इन बीमारियों के साथ रिएक्शन की होती है संभावना
- बोन मैरो सप्रेशन : बेहद ही जरूरी मामलों में बोन मैरो सप्रेशन की बीमारी से ग्रसित मरीजों को यह दवा दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा के कारण मरीज की सेहत कहीं और ज्यादा खराब न हो जाए। वहीं समय समय पर मरीज की शारिरिक जांच करवाना भी जरूरी हो जाता है। मरीज की क्लीनिकल कंडिशन को ध्यान में रखते हुए डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं को देना फायदेमंद होता है।
- किडनी डिजीज :किडनी डिजीज से ग्रसित मरीजों के साथ भी काफी सावधानीपूर्वक इस दवा को दिया जाता है। वो भी सिर्फ जरूरी केस में। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि कहीं उनकी तबियत और न बिगड़ जाए। वहीं यदि मरीज को यह दवा दी जा रही है तो समय-समय पर किडनी फंक्शन टेस्ट करवाना जरूरी हो जाता है। इसके अलावा जरूरी है कि मरीज की क्लीनिकल कंडिशन को देखते हुए डॉक्टर को दिखाने के बाद डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा के बदले वैकल्पिक दवाओं को देना सुरक्षित होता है।
- लिवर डिजीज : लिवर डिजीज से ग्रसित मरीजों को भी काफी सावधानीपूर्वक इस दवा को दिया जाता है। वो भी सिर्फ जरूरी केस में ही। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि कहीं उनकी तबियत और न बिगड़ जाए। वहीं यदि मरीज को यह दवा दी जा रही है तो समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट करवाना जरूरी हो जाता है। इसके अलावा जरूरी है कि मरीज की क्लीनिकल कंडिशन को देखते हुए डॉक्टर को दिखाने के बाद डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा के बदले वैकल्पिक दवाओं को देना सुरक्षित होता है।
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डोसेज
जाइलोरिक (Zyloric) का सामान्य डोज क्या है?
डोज की बात करें तो हमेशा डॉक्टरी सलाह के बाद ही दवा का सेवन करें। डोज व्यक्ति की हाइट, उम्र, वजन सहित क्लीनिकल कंडिशन के साथ मेंटल व फिजिकल कंडिशन को ध्यान में रखकर दी जाती है। 100-200 एमजी रोजाना हल्की बीमारी होने पर दी जाती है। वहीं 300 से 600 एमजी रोजाना मध्यम से गंभीर स्थिति होने तक मरीज को दी जाती है। वहीं गंभीर स्थिति होने पर मरीज को 700 से 900 एमजी रोजाना दवा दी जाती है।
ओवरडोज या आपात स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए?
डॉक्टर के सुझाए डोज से यदि आप ज्यादा मात्रा में डोज का सेवन कर लेते हैं तो जरूरी है कि जल्दी से जल्दी आप डॉक्टरी सलाह लें। इस परिस्थिति में आपको मेडिकल इमरजेंसी तक की जरूरत पड़ सकती है।
जाइलोरिक (Zyloric) की खुराक मिस हो जाए तो क्या करूं?
यदि आप टैबलेट का सेवन करना भूल जाते हैं तो जितनी जल्दी आपको याद आए दवा का सेवन करें। वहीं यदि अगली खुराक का समय पास आ गया है तो सही यही रहेगा कि अभी वाली दवा का सेवन करें और छूटी हुई खुराक को भूल जाएं। डबल डोज न लें।
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स्टोरेज और डिस्पोजेबल तरीके
जाइलोरिक (Zyloric) को कैसे करूं स्टोर?
दवा को घर में सामान्य रूम टेम्प्रेचर पर ही रखें। कोशिश करें कि उसे सूर्य कि किरणों से बचाकर रखा जाए। 25 डिग्री तापमान दवा के लिए बेस्ट है, लेकिन फ्रिज में रखने की गलती कतई न करें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो यह दवा सामान्य रूप से काम नहीं कर पाएगी। इसके अलावा इसे बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखना चाहिए। इसे एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए। दवा को फ्लश नहीं करना चाहिए, इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है। दवा एक्सपायरी हो जाए तो उसे कैसे डिस्पोज करना है उसको लेकर फॉर्मासिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
उपलब्ध खुराक
जाइलोरिक (Zyloric) किस रूप में उपलब्ध है?
- टैबलेट
आपको इस दवा का सेवन कब और कैसे करना चाहिए इसकी जानकारी अपने डॉक्टर से लें।
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